मस्त विचार 3546

ख़ुद को तकलीफ़ हो तो उतना दर्द नहीं होता…

_ जितना उसे तकलीफ़ में देख कर होता है जिसे आप बहुत चाहते हों…!!

तकलीफ़ को अगर ताकत न बनाया जाए तो वो बीमारी बन जाती है.!!

मस्त विचार 3543

” कोई नहीं किसी का ” यहां सबको फायदे की लगी बीमारी,

_ स्वार्थ से चल रहे हैं सब, सब मतलब की दुनिया है..

” यह याद रखना ; _ स्वार्थी लोग आपकी परवाह नहीं करते,

_जब तक कि आप उनके लिए कुछ नहीं कर रहे.”

स्मार्ट युग चल रहा है, _ इसलिए यह ख्याल छोड़ दीजिए कि

_कोई आपसे बिना किसी स्वार्थ के रिश्ता रखेगा..!!

हर किसी का दिल रखने की कोशिश मत करो,

_ यहां लोग सिर्फ अपने स्वार्थ के भूखे हैं..!!

मस्त विचार 3541

दूसरे मुझे पसंद करें, या नापसंद, मैंने सोचना छोड़ दिया,

_ मुझे खुद को पसंद करने में सालों लगे, अब दूसरों को समझाने के लिए इतना वक्त नहीं.

नापसंद व्यक्ति को भी कई बार हम छोड़ नहीं सकते.

_ जिन्हें छोड़ सकते हो, उन्हें छोड़ दो.. जिन्हें नहीं छोड़ सकते, उन्हें बर्दाश्त करो.
_ बहुत से लोगों को हम छोड़ नहीं सकते… उन्हें बर्दाश्त करते रहना ही नियति होती है.!!
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