मस्त विचार 4078
हम दुनिया की चकाचौंध में खोए हुए हैं,
और वक्त चुप चाप हमारी क़ब्र खोद रहा है.
और वक्त चुप चाप हमारी क़ब्र खोद रहा है.
पहले तो सबने अपना बनाया था…!
सर झुका तो तेरी खुशी मांगी ..और हाथ उठा तो तेरी जिंदगी मांगी..
मै उसके पास कभी देर से गया ही नहीं !!
तू खुद को मुसाफिर…मुझे दीवार समझ ले!
रात होते ही मेरी आंखों में उतर जाता है…
मैं उसके ख्याल से निकलू तो कैसे निकलू …
वो मेरी सोच के हर रास्ते पे नजर आता है.
_ जो रूठा भी ना हो और बात भी ना करे..!!