मस्त विचार 4026
एक ऐसे दौर से गुज़र रहा हूं, ..जो गुज़र ही नहीं रहा..
_ आखिर चाँद भी तो तन्हा है इन सितारों के बीच..
_ चाँद भी तो ऊपर अकेला ही रहता है !!
_ पर कोशिश न करने वालों से जीत गया..!
_ हम हार इस कदर जाएंगे कि आप जीत कर भी पछताओगे !!
_ तुम में, तुम से, और तुम पर ही मेरी दुनिया पूरी हो जाती है !!
_हम हँसते हुए खाली डिब्बे की तरह बजते हैं..!!
_ यह अहसास मुझे बहुत बाद में हुआ कि थोड़ा पागल होने में कोई बुराई नहीं है,
_ कभी-कभार बेबात भी हँस लेना चाहिए.
_ (वेरी स्ट्रेंज). धीरे-धीरे हँसने की आदत पड़ जाएगी तो आपकी हँसी चाहे ऊपरी हो, लोग आपसे खुश रहेंगे.