मस्त विचार 4282

“खुद पुकारेगी मंज़िल तो ठहर जाऊँगा,

वरना ख़ुद्दार मुसाफ़िर हूँ…ख़ामोशी से गुजर जाऊँगा”

मस्त विचार 4279

एक बोलते हुए इंसान का खामोश हो जाना,

_ मेरी जिंदगी का सबसे भयानक हादसा रहा..

हर इंसान को बहुत अच्छा होने के लिए बहुत घाव सहने पड़ते हैं.!!
घाव ठीक होने से, हादसे नहीं भूले जाते..!!
जितना ज्यादा आप उसे भाव दोगे, उतना ही गहरा वो घाव देंगे.!!

मस्त विचार 4278

अब तुझे देखने का भी दिल नहीं करता, ये मत समझना नज़रंदाज किया है;

_ मैंने तो नाराज होना भी छोड़ दिया, देख न कितनी नाराजगी है..

नज़रें भी हम पर और नाराजगी भी हमसे.!!
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