मस्त विचार 3985
सफ़लता के बाद ही लोग हमे गम्भीरता से लेते हैं..
_उसके पहले हमारी कोई औक़ात नहीं होती..!!
_उसके पहले हमारी कोई औक़ात नहीं होती..!!
_ “और दस्तूर देखिए जितने मिले, गिरगिट ही मिले !!
_परंतु आप अगर कोई कार्य नही करना चाहते तो बहाना ढूंढते हैं.
_ कमाल ये है कि कॉन्फिडेंस से बोलता है.
_ मैं जब भी तुझे याद करता हूँ ये रो पड़ती हैं !!
_ बात आज भी उसके मुझमें होने की है.