| Dec 18, 2024 | मस्त विचार
बहुत कुछ कहने को है पर ना जाने क्यों,
अब दिल को खामोश रहना अच्छा लगता है.
| Dec 17, 2024 | मस्त विचार
“जीवन” के “कांटे” भी दूर हो जाएंगे,
गर “वक्त” के “कांटों” की “इज्ज़त” करना सीख लो…।।
| Dec 16, 2024 | मस्त विचार
सफर तो मुश्किल है, मगर तू साथ मत छोड़ना,
_ सारी उम्मीदें तुमसे ही है, तू हाथ मत छोड़ना.
कभी-कभी सफर अधूरे रह जाते हैं.. और जिंदगी पूरी हो जाती है.!!
| Dec 15, 2024 | मस्त विचार
मेरा अंदाज़ा कोई न लगाए तो ही ठीक रहेगा,
_ क्योंकि अंदाज़ा बारिश का लगाया जाता है, तूफ़ान का नहीं..!!
बारिश बहा ले जाती है बहुत कुछ, लेकिन कभी-कभी यह अपने पीछे एक ऐसा सन्नाटा छोड़ जाती है जो भीतर तक भिगो देता है.!!
छाता इस्तेमाल करने का मतलब यह नहीं कि आप पानी से बच गए..
_ जो पानी आपको डुबोता है वह आपके पैरों से आता है, आपके सिर से नहीं.!!
| Dec 14, 2024 | मस्त विचार
कल वो चालाक था, इसलिए दुनिया को बदलना चाहता था ;
आज वो बुद्धिमान है, इसलिए अपने आप को बदल रहा है.
चालाकियों से किसी को कुछ देर तक मोहित किया जा सकता है,
_ पर जहाँ दिल जीतने की बात आती है तो सरल और सहज होना जरुरी है,
_ नही तो मन में उतरने और मन से उतरने में ज्यादा वक्त नही लगता है..!!
चालाक इंसान कितनी भी चालाकी दिखा ले.. हमेशा मुंह की खाता है,
_ क्योंकि रंग बदलने वाले को रंग बदलने वाले ही रास आते हैं..
_ और बाद में होता ये है अपनी ही चाल में ठगा जाता है.
_ इसीलिए रिश्तों में चालाकी मत दिखाओ..
_ अगर दिखाओगे… आजीवन किसी सही इंसान के साथ टिक ही नहीं पाओगे..!!
चालाकी करी तो नहीं.. चालाकी झेलने की ताकत भी नहीं रही.!!
— कभी-कभी इंसान के भीतर इतनी सच्चाई और सरलता होती है कि वह चालाकी करना तो दूर, उसे सहन करने की शक्ति भी खो देता है.
_ यह कमजोरी नहीं, बल्कि आत्मा की थकान है—जहाँ दिल अब बस पारदर्शिता और सच्चाई चाहता है.
_ यह एहसास याद दिलाता है कि हमें अपनी जगह वहीं तलाशनी चाहिए, जहाँ चालाकी नहीं, बल्कि सच्चे मन का साथ हो.!!
| Dec 13, 2024 | मस्त विचार
हम जिसकी इज्जत करते हैं, वो हमें मजबूर समझते हैं.!!
_ हम जिससे बहुत प्यार करते हैं, वो हमें बेवकूफ समझते हैं..!!!
मजबूरियां तोड़ देती है गुरुर आदमी का..!!