मस्त विचार 4187

अपने अपने तरीकों से सब ने इस्तेमाल किया हमें,

_ और हम समझते रहे की लोग हमें पसंद करते हैं..!!

हकीकत से सामना हुआ तो पता चला “लोग सिर्फ बातों से अपने थे”

मस्त विचार 4186

जिंदगी की किताबों पर बेशक नया कवर चढ़ाइए,

_ लेकिन बिखरे पन्नों को सबसे पहले प्यार से चिपकाइए..

मस्त विचार 4182

जब लड़ाई आपकी तूफानों से हो..

_ तब बेवजह शोर मचाने वाली लहरों पर ध्यान नहीं दिया करते…

कई बार ऐसा होता है कि कल हम जिस बात पर गर्व करते थे, आज उस बात पर शर्मिन्दा होते हैं.

_ बात वही रहती है, हम भी वही रहते हैं, बस हमारे भीतर के भाव बदल जाते हैं.
_ बाहर सब कुछ शान्त होने पर भी “भीतर का शोर इसी को कहते हैं क्या ?”
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