मस्त विचार 4110
ख्वाब ही ख्वाब कब तलक देखूँ,
काश तुझ को भी एक झलक देखूँ..
काश तुझ को भी एक झलक देखूँ..
की वो आपके सपने खत्म कर दे,
_ एक लाख एक यानी भेड़- चाल में चलने वाले और लाखों में एक यानी जिगरबाज़,
_ जो अपना रास्ता खुद चुन लेते हैं..
मै ऐसे रास्तों से गुजरता चला गया !
प्यार भरी बातें करके फिर हमें दोस्त कहा उसने..
खुले आसमान में तो तिनके भी सफ़र कर लेते है.