Kitaab
_- ये मुझे सुकून देता है, मुक्त करता है.
_ वास्तविक जीवन का सुख इन्हीं के माध्यम से मिलता है.
_ मेरे लिए ये एक थेरेपी है, दवा है, इलाज है.
_ नहीं लिख-पढ़ पाना मुझे बीमार कर देने जैसा होता है,
_ लम्बे समय तक नहीं लिख-पढ़ पाना मुझे बीमार कर देता है.
_मुझे मतलब समझ नहीं आता, बस बिना जवाब के लिखना चाहता हूं.!!
Who are the people, ideas, and books that magnify my spirit ?
_पर अफ़सोस अनपढ़ के हाथ लग गया..!!
_ और किताबों की तरह ही बिल्कुल खामोश हूं मैं..!!
_ जितनी शिद्दत से पढ़ोगे, उतना ही खुद को उनके करीब पाओगे..!
_ फिर मुझे पता लगा कि ..इसका कोई विशेष तरीका नहीं है,
_ लेकिन एक स्वस्थ प्रक्रिया [ a healthy process ] होने से बहुत सारी अव्यवस्था [chaos] दूर करने में मदद मिलती है ..और वहीँ से एक रास्ता भी मिलता है.
_आख़िरकार, मैं हर रोज एकाध घंटा कुछ पढ़ने और लिखने में बिताने लगा..
_ जब भी मैं पढता-लिखता हूँ तो ..मेरे लिए बाहरी दुनिया गायब हो जाती है ..और किताबों के अलावा कुछ भी नहीं बचता है..!!
_ बिना कुछ किए एक घंटे तक पढ़ना और फिर आधे घंटे तक लिखना मेरा महान टीचर बन गया.
_ मुझे पता चला कि मेरे प्रयासों और मुझे क्या करने की आवश्यकता है.
_ मुझमें कहां और क्या कमी है, इसके संकेत मिलने लगे,
_ मेरा अस्तित्व [Existence] हल्का एवं शांत हो गया.
_ मैं और अधिक वर्तमान में रहने लगा.
_ जब भी मुझे किसी चीज़ के बारे में संदेह होता है या मैं जीवन में फंसा हुआ महसूस करता हूँ,
_तो मैं किताबें पढता हूँ साथ ही कुछ लिखता हूँ ..और इससे मुझे हमेशा स्पष्टता मिलती है.
_ इस से मुझे बहुत मदद मिली है.
_ इससे आपके जेहन में पर्याप्त शब्दकोश इक्कठा हो जाता है.
_और कभी कभी तो आप भी ..कुछ नया इजाद कर लेते हो..
_ किताबें मेरी सबसे बड़ी अमानत हैं.
_ हर दो तीन महीनों पर पढ़ी हुई किताबों को झाड़ पोंछ कर सहेजना मेरा सबसे पसंदीदा शग़ल [pastime] है !
_ मुझे किताबों को शौक़ है, इसलिए हर महीने दो चार तो आती ही हैं !!
_ क्योंकि लिखने वाला भावनाएं लिखता है और लोग केवल शब्द पढ़ते हैं.
_ क्योंकि ये नस्ल अब किताबें नहीं खोलती..!!
“जब मैं किसी को पढता हूँ तो दर-असल _मैं उसमें अपने लिए थोड़ी-सी जगह ढूंढ रहा होता हूँ.”
_ मैं जब पढता हूँ, तब मैं इतना ख़ुश और आज़ाद महसूस करता हूँ कि _ मुझे विश्वास हो जाता है कि _ अगर मेरे पास हर समय किताबें हों तो _ मैं अपने जीवन के प्रत्येक कष्ट को सह सकता हूँ.
_ उफ़ इस कदर सुंदर चीज़ें लिखी जा चुकी हैं कि ..सबको पढ़ने के लिए ..मुझे एक जन्म अलग से मिलना चाहिए..!!
_मैं किताबें पढता हूँ __ यह जानने के लिए कि “मैं क्या सोचता हूं,” _यह जानने के लिए कि “मैं कहां खड़ा हूं”
– मुझे ऐसी किताबें पसंद हैं _ जो मुझे सोचने पर मजबूर कर दे, _ ऐसी किताबें _ जिन्हें ख़त्म करने के बाद भी _ मैं उनके बारे में कई दिनों तक _ सोच रहा होता हूँ..!!
_ किताबें और किताबों से मिली रोचक जानकारियां _ हमेशा मेरे जीवन साथी रहे हैं _ और हमेशा कहीं ना कहीं ये जानकारी काम आती हैं.
_ किताबें किसी भी विषय पर क्यों ना हो _ जीवन के किसी ना किसी हिस्से से जुड़ी होती हैं _और हर पढ़ने वाले को किताब का कोई हिस्सा तो _ जरूर प्रभावित करता ही है..!!
_मैं पढ़ना चाहता हूं _क्योंकि मुझमें जीवन की अभिव्यक्ति के किसी एक माध्यम में महारत हासिल करने की चाहत है ; मैं केवल जीवनयापन करने जैसे महान कार्य से संतुष्ट नहीं हो सकता.
_ किताब हमें वास्तव में बतलाती है कि_ दुनिया ने हमें अनेक रंग दिए हैं _ लेकिन हम अक्सर अपने हिस्से में आए हर रंग का मज़ा लेने की बजाए _ इसके स्याह रंग के एक थीगड़े का मातम मनाते बैठते हैं.!!
_”जब मैं पढ़- लिख रहा होता हूं तो किसी भी अन्य समय की तुलना में अधिक जीवंत महसूस करता हूं.”
_”मैं जब पढता हूँ तो मुझे शब्दों की शांत दुनिया में सुंदरता मिलती है.”
_” मैं किताब के पन्नों को जब भी पलटता हूँ, वे मुझे कुछ देकर जाते हैं !!”
– किताबें ऐसा उपहार हैं, जिसने मुझे ऐसे शब्दों से भर दिया _ ” जिनके बारे में मैं नहीं जानता था..”
“-मेरे लिए किताब जिंदगी की गाड़ी को चलाने के लिए ड्राइवर की भूमिका में है” _जिंदगी की चाभी इन किताबों में छुपी पड़ी है.!!
-“किताबें वो खिड़कियाँ हैं, जिनसे हम दुनिया को देख सकते हैं, बिना घर से निकले..”
_ किताबें हमारी अंतः चेतना को जगाती हैं और एक अलग दृष्टिकोण उपलब्ध कराती हैं.
_दिमाग के झाड़ झंखाड़ को साफ़ करने के लिए किताबों की कुल्हाड़ी हमारे हाथ में होनी ही चाहिए..
_ ज़िन्दगी सभी के लिए एक जैसी रंगीन किताब है. फ़र्क यह है कि कोई दिल से पढ़ रहा है, कोई सिर्फ़ पन्ने पलट रहा है.
_ किताबों के बिना हम केवल चंद लोगों तक सीमित रहते हैं. बात करने से ज्यादा पढ़ने में मजा आता है.
-“मेरा मानना है कि मेरा व्यक्तित्व गढ़ने में किताबों का ही हाथ हैं, इन किताबों ने मुझे प्रारंभिक तौर पर समझाया कि_ मुझे कैसा होना चाहिए और वैसा _कैसे बनना चाहिए ?”
_ आपके आस-पास का वातावरण शहद के बिना मधुमक्खी के छत्ते से ज्यादा कुछ नहीं है.
_ मुझे अलग अलग देशों की सभ्यता, उनका खानपान और उनकी जीवन शैली जानने में बहुत मजा आता था.
_ तब मैं किसी ऐसे व्यक्ति [ राइटर, लेखक, कवि ] की शरण में जाता हूँ, _जो मेरी उँगली पकड़ कर गहराई में ले जाता हो,
_ उनके शरण तक ले जाने का काम करती हैं, _उनके द्वारा रची गयी रचनाएं,
_ जो कि किताब के पन्नों में _हमारे लिए उपहार की तरह विधमान होते हैं..
_इसके पहले भी गहराई की आस में _जितनी भी बार इनकी शरण में गया हूँ, _निराश नहीं हुआ हूँ !!
_ व्यक्तिगत तौर पे कहूँ तो उन को पढ़ना स्वयं के जीवन में घटे कुछ घटनाओं को पुनः साक्षात रूप में जीना है..
_ जिनके लिखे को पढ़कर मेरा जहन महकता है ..और जिनको देखकर ..मुझे उन सा हो पाने की ख्वाहिश लहकती है _ उन्हें मेरा सलाम पहुंचे..!!
_ अभी तक मैं कुछ लेखक को ही जान पाया हूं, मुझे खूब जानना है इन सबों के बारे में.. लिखने, पढ़ने और खो जाने के बारे में..!!
_ ये दुनिया बेहतरीन किरदारों से भरी हुई है, बस हम उन्हें खोजने में देरी कर देते हैं.
_ जिनको भी मैंने पढ़ा, वे सब अनूठे थे…..एक से बढ़ कर एक.
_ उनके हृदयों की सुंदरता को देख कर मेरा हृदय श्रद्धा से भर जाता है.
_ एक बार नहीं अनेकों बार.. मैंने इन अजनबियों से भावनात्मक जुड़ाव महसूस किया है.
_ कभी किसी ने उत्साह बढ़ाया, जब अकेला सा महसूस होने लगा..
_ तो कभी किसी ने हिम्मत दी, जब लगा कि हार सम्मुख है,
_ कभी किसी ने एक और नई सीख दे दी..
_ जब लगा कि सब तो सीख चुका हूं..!!
_ तो कभी किसी ने दृष्टिकोण दिया नया… चीजों को देखने और समझने का..
_ और कभी-कभी गहन अंधकार के क्षणों में कोई रोशनी बन कर प्रकट हो गया…
…मानो देवदूत..!!
— जब मन उचाट होता है और खुद के भीतर उठ रहे बहुत से सवाल का जवाब खुद के पास नहीं होता,
_ तो किताबें, उनमें कुछ कहानियां और उसके कुछ किरदार उचाट मन के लिए ठहराव और भीतर उठ रहे सवालों का मूक जवाब होते हैं.
_ अपनों से मिले दुःख/धोखा, स्वार्थ से बंधी रिश्ते की डोर इन सब अनुभवों ने झकझोरा मुझे भी है ;
_ टूट जाना बिखर जाना अवसाद के लिए जगह बन जाना आज भी होता है ;
_ कभी-कभी कमजोर पड़ जाता हूं, _ लेकिन किताबों की शरण में होना _जीवन की कठिनायों में _विचलित मन को _कोई-न-कोई राह दिखा ही देते हैं.
_ समाधान भले ना मिले सुकून और ठहराव मिल ही जाता है..!!
_वहाँ जीवंनदायी रस है, _जो बहुत कुछ सिखाता, व्यक्तित्व विकसित करता, प्रतिकूल परिस्थितियों का मुक़ाबला करने की हिम्मत देता, मार्ग दर्शन देता, दुख कम करता और कभी-कभी हँसाता भी है..
_जब भी प्रतिकूल मनस्थिति में मेरे दिमाग में आती, लगता तब ये किताब ही मेरे विवेक-रक्षक-साथी थे.
_अपने जीवन में मैंने इतने बुरे दिन देखे कि यदि इन किताबों का साथ न होता तो मैं पागल हो गया होता..!!
_लेकिन जब मैं किताबें पढता हूँ तो ख़ुद को देखता हूँ और अपने दिल में झाँकता हूँ,
_तब महसूस होता है कि जैसे मेरा सब कुछ पूरा हो गया है..
_यह एक ऐसा एहसास है जिसे शब्दों में लिखा नहीं जा सकता या किसी छवि में कैद नहीं किया जा सकता.
_ लेकिन मुझे लगता है, अगर हर तरफ किताबें ही किताबें होती,
_ तो ये दुनियां कुछ ज्यादा हरी-भरी होती, कुछ ज्यादा रंगीन होती.!!
_ किताबों की कद्र वही कर सकता है, जिसने किताबें पढ़ी हों और पढ़ने का शौक रखता हो.
_ ये उस कीमत से कहीं कम है ..जो किसी को भी अज्ञानी होने पर चुकानी होती है.
सही किताबों का चयन आपके व्यक्तित्व को निखारता है, सुंदर बनाता है.
_ जो पढ़ने के बाद आपको समझ भी सके !!
_मैं सिर्फ आँख बंद कर के औरों पर विश्वास करूँगा तो, अपनी खुद की खोज करना मुश्किल होगा.!!”
– मैं किताबों में गिर गया हूँ – कि मैंने खुद को सुरक्षित रखने के लिए उनके अंदर डाल दिया है..”
“-किताबें हमें याद दिलाने के लिए हैं कि हम कितने मूर्ख हैं.
“पैसे की तरह किताबें भी लगातार चलती रहनी चाहिए… किताब सिर्फ दोस्त नहीं होती, _ ये आपके लिए दोस्त भी बनाती है ;
“यदि आप पढ़ना पसंद नहीं करते हैं, तो आपको सही किताब नहीं मिली है”
जब आपके पास मन और आत्मा के साथ एक किताब होती है, तो आप समृद्ध होते हैं ; लेकिन जब आप इसे आगे बढ़ाते हैं तो आप तीन गुना समृद्ध हो जाते हैं.
_शायद इसीलिए मैंने किताबों को पढ़ने के लिए चुना या यूं कहें कि किताबों ने मुझे चुन लिया था,
_ताकि अपने भीतर के दुखों, समस्यायों से जब मैं घबराऊं तो मुझे पता चले कि दुनिया में जाने कितने दुख हैं जिनकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते..
(- लेकिन जब हम कोई किताब पढ़ते हैं तो _किसी ने लिखकर कुछ व्यक्त किया है तो _ हम हर बार पन्ने पलट कर _या उसका लिखा हुआ पढ़ कर _अपने भीतर एक नई ऊर्जा को महसूस करते हैं, और मन तरंगित सा हो जाता है. ) __ बात महसूस करने की है..
__ किताबों की अपनी एक दुनिया है _उसमें लिखे शब्दों से आती खुशबू को महसूस करना, _ वो किताबों के पन्नों को पलटने की आवाज को सुनना _और कभी पुस्तक को सीने से लगाकर एक झपकी लेना _और पुस्तक खत्म करने का वह जज्बा _हमें कब मेडिटेशन की और ले जाता है _ पता ही नहीं चलता है…..
जीने के लिए दिल का धड़कना और बात है और तरंगित सा स्पंदित रहना, किताबों की दुनिया के साथ _हमारी सोच और हमारी रचनात्मकता को बढ़ावा देता है,_ तो प्लीज किताबों से हमेशा जुड़े रहिए..
लेखकों की कविताएँ और किताबें पढ़कर अपने एकांत के मधुर क्षणों का आनंद लें, _लेकिन… दुनिया से दूर न जाएँ, _ इस बेचारे दिल को एक मौका दें _जो आपसे बहुत प्यार करता है.
_ जब आपको एकांत की आवश्यकता होगी तो _ वह आपकी शांति में खलल नहीं डालेगा, _यह मैं आपसे वादा करता हूं..!!
_ यहाँ पर जो भी अच्छाई ग्रहण कर सकते हैं, उसे करो, अच्छाई जहां से मिले, उसे प्राप्त कर लेना चाहिए.
_ छोटे – मोटे पाठक के तो सिर के ऊपर से गुजर जाएंगी.किताबें पढ़ना न केवल मस्तिष्क को विचार और उक्त “ज्ञान” प्रदान करता है,
_ बल्कि यह किसी के मस्तिष्क के ऊतकों और तंत्रिकाओं में दबे हुए बुद्धिजीवियों को जगाता है.”
_ किताबें वे वफादार दर्पण हैं _जो हमारे दिमाग में संतों और नायकों के दिमाग को प्रतिबिंबित करती हैं. “किताबें रोटी भी देती है और जानकारी और बुद्धि भी बढ़ाती है ;
_ जितने भी पढ़ें लिखे हैं, वे अपना रोजगार सही ढंग से कर रहे हैं ; _ पढ़ें लिखे व्यक्ति राष्ट्रपति से लेकर एक प्यून तक है ;अच्छे बूरे कामों का चयन और निर्णय करना सिखाती है, पुस्तकें !!
पुस्तकें हवाई जहाज में भी सफर कराती हैं और अंतरिक्ष की यात्रा भी !! परांठे के साथ मिठाई भी खिलाती है पुस्तकें !!
इसलिए हमें विद्या अध्ययन करना चाहिए ; विद्या ऐसा धन है, जो हर भौतिक सुखों को देता है !!”
– किताबों को दोस्त बना लिया जिसने, जो भी चाहा पा लिया उसने..!!
-““एक कमरे में बैठो और पढ़ो और पढ़ो और पढ़ो ; और सही लोगों की सही किताबें पढ़ें. _ आपका दिमाग उस स्तर पर लाया जाता है, और आपके पास हर समय एक अच्छा, सौम्य, धीमी गति से जलने वाला आनंद होता है.
ज्यादातर लोग जो आगे बढ़ने का फैसला करते हैं, _उन्हें किताबों के पन्नों में अपना पहला गुरु मिल जाता है.!!
किसी किताब की कीमत की चिंता मत करो, बस पढ़ोगे तो खरीद लो..
‘मैंने सही लोगों से सही सबक सीखने में गलती की _ और गलत लोगों ने सिखाए सबक “दंड सहित”
_बस एक किताबें ही हैं जो, कुछ भी कहिए, डूबते को बचा तो लेती हैं किताबें..!!
अंततः हल यह निकाला मैंने अपने लिए कि खुद को किताबों में डुबो दिया..!!
क्योंकि मैं किताबों की दुनिया में जाकर ही सांस ले पाता हूँ..!
वे बुद्धिमान होते हैं, जो जितनी अधिक किताबें पढ़ते हैं, उतना ही वह दुनिया के बारे में जानते हैं. _साथ ही, वह अपने दिमाग को रोजाना एक अच्छी कसरत देते हैं, जो उसे तेज रखने में मदद करता है.
_निरंतर पढ़ने को शब्दावली और लेखन कौशल में सुधार के लिए भी जाना जाता है. वे अच्छा बोलते हैं, चूँकि पढ़ने से शब्दावली में सुधार होता है.
यह देखा गया है कि जो लोग पढ़ते हैं उनमें मजबूत विश्लेषणात्मक कौशल होते हैं ; _इसलिए, कठिन निर्णयों और जीवन योजनाओं के बारे में बात करने के लिए वह एक बेहतरीन व्यक्ति होंगे.
वे जिज्ञासु होते हैं, वे दुनिया और उसमें मौजूद लोगों और चीजों के बारे में उत्सुक हैं. _ जो किताबें पढ़ते हैं _उनके पास आमतौर पर विभिन्न विषयों पर पुस्तकों का संग्रह होता है और वे नई चीजें सीखने के लिए उत्सुक रहते हैं.
जैसे-जैसे वह किताबें इकट्ठा करते हैं, वैसे-वैसे वह तथ्यों को भी इकट्ठा करेंगे, उनमें से कई पूरी तरह से यादृच्छिक [ Random ] हैं.
वे कम रखरखाव वाले होते हैं [ low-maintenance ], वे एक कप चाय और एक अच्छी किताब के साथ बिस्तर में दुबकने की आदी हैं, इसलिए वह जानते हैं कि कैसे आराम करना है.
वे एक विशेषज्ञ संवादी [ expert conversationalist ] होते हैं, चूँकि वे किताबों और पत्रिकाओं को पढ़ने से बहुत कुछ जानते हैं, इसलिए उनके पास बात करने के लिए बहुत सारे विषय होंगे
_और आप जो कह रहे हैं उससे संबंधित तरीके खोज सकते हैं, _ और जैसा कि वे चुप रहने और जानकारी लेने के आदी हैं, वह शायद एक अच्छा श्रोता भी होंगे.
वे अधिक अंतरंग [ intimate ] होते हैं ; पढ़ना अपने आप में एक अंतरंग [ intimate ] क्रिया है. _वे जो किताबें पढ़ते हैं _वे जानते हैं कि कैसे अपना पूरा ध्यान उसके सामने देना है और सभी विकर्षणों को दूर करना है.
“उनके पास एक बड़ी कल्पना होती है” : कहानी को सजीव बनाने के लिए बहुत कल्पनाशक्ति की जरूरत होती है. _ जैसे-जैसे वह पढ़ते हैं, वे लगातार पात्रों, रंगों और परिदृश्यों की कल्पना कर रहे होते हैं.
वे अविश्वसनीय रूप से महत्वाकांक्षी होते हैं [ incredibly ambitious ],: – किसी किताब को लेने और उसे पढ़ने के साथ आगे बढ़ने के लिए थोड़ी महत्वाकांक्षा की जरूरत होती है. _ जब किताब मुश्किल हो जाती है या 200 से अधिक पृष्ठ होते हैं तब भी वह पढ़ने के लिए खुद को आगे बढ़ाते हैं. _ वे सीखना और बढ़ना चाहते हैं, आमतौर पर अपने जीवन के एक से अधिक पहलुओं में..!
वे एक अच्छी किताब के साथ अकेले रहना पसंद करते हैं और पढ़ने के क्षेत्र में परेशान होना पसंद नहीं करते, _ऐसे लोग को दूसरों से चिपकने कि आदत नहीं होगी या आप पर निर्भर नहीं होंगे..!
“वे आसानी से अपना मनोरंजन [ entertained ] करते हैं” _ उनको मनोरंजन [ entertained ] करने में ज्यादा समय नहीं लगेगा. _ जो पढ़ते हैं वे आसानी से एक अच्छी किताब के साथ एक पेड़ के नीचे बैठकर घंटों बिता सकते हैं. _ आपको उन्हें इम्प्रेस करने के लिए महंगी और लक्ज़री ट्रिप्स पर नहीं ले जाना पड़ेगा.
“वे एक अद्भुत श्रोता होते हैं” [ an amazing listener ], : वे अपनी कहानियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए उपयोग की जाती है, जिसके लिए किसी भी तरह की बात करने की आवश्यकता नहीं होती है. _यह उसे एक अच्छा श्रोता बना देगा _क्योंकि जब वह अपनी किताबें पढ़ते हैं तो _वह बिना किसी प्रतिक्रिया [ without responding ] के जानकारी लेते हैं.
“वे औरों को भी पढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे” _ पढ़ने के दौरान वे इतने खुश और प्रेरित दिखेंगे कि आप भी ऐसा ही करना चाहेंगे.
_ कुछ लोगों को किताबें पढ़ने से शांति और सुकून मिलता है,
_ जबकि दूसरों को नई जानकारी और ज्ञान प्राप्त करने का अवसर मिलता है.
_ किताबें हमें नए विचारों, दृष्टिकोणों और संस्कृतियों से परिचित कराती हैं.
_ वे हमें अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित कर सकती हैं और हमारी सोच को विस्तारित कर सकती हैं.
_ किताबें पढ़ने से हमारी कल्पनाशक्ति और संवेदनशीलता भी बढ़ सकती है.
_वे हमें दूसरों के दृष्टिकोण से दुनिया को देखने का अवसर प्रदान करती हैं..
_ और हमें अधिक सहानुभूतिपूर्ण और समझदार व्यक्ति बना सकती हैं.!!
_क्योंकि जैसे ही मैं इसे खोलता हूं, वहां उन लोगों के साथ एक पूरी कहानी होती है _जिन्हें मैं अभी तक नहीं जानता हूं.” – Michael Ende
_मैं अब भी यही सोचता हूं; पैसा होने से, सफल होने से कोई फर्क नहीं पड़ता ; _ इसलिए शुरू से ही, अगर मुझे किसी तरह से चोट लगती थी, तो मैं एक किताब लेता था – जिसे खरीदना मेरे लिए तब बहुत मुश्किल था जब मैं छोटा था – और मैं पहाड़ियों पर चला जाता था, और इस तरह मैं मेरे दुख को शांत करूंगा.” – Jeanette Winterson
“किताबों को इत्र की तरह सूँघो और किताबों को अपने सिर पर टोपी की तरह पहनो.”
“जादू केवल इस बात में है कि किताबें क्या कहती हैं, कैसे उन्होंने ब्रह्मांड के टुकड़ों को हमारे लिए एक परिधान में पिरोया.” -Ray Bradbury
“बहुत सी किताबें स्वयं के महल में महत्वपूर्ण कक्ष की चाबी की तरह है.” – Franz Kafka
Everything which is good in me should be credited to books. – Maxim Gorky
किताबें पढ़ते रहें, लेकिन याद रखें कि किताब सिर्फ किताब ही होती है, और आपको अपने बारे में सोचना सीखना चाहिए. – Maxim Gorky
Keep reading books, but remember that a book’s only a book, and you should learn to think for yourself. – Maxim Gorky
“Books are the mirrors of the soul.” – Virginia Woolf
“A room without books is like a body without a soul.” ― Cicero
“Literature is my Utopia” – Helen Keller
“I can survive well enough on my own – if given the proper reading material.” – Sarah J. Maas
“I can feel infinitely alive curled up on the sofa reading a book.” ― Benedict Cumberbatch
“I kept always two books in my pocket, one to read, one to write in.” ― Robert Louis Stevenson
“For my whole life, my favorite activity was reading. It’s not the most social pastime.” ― Audrey Hepburn
“अगर कोई किताब अच्छी तरह से लिखी गई है, तो मुझे वह हमेशा बहुत छोटी लगती है”- Jane Austen
“I declare after all there is no enjoyment like reading ! How much sooner one tires of any thing than of a book ! — When I have a house of my own, I shall be miserable if I have not an excellent library.”
“If a book is well written, I always find it too short.” ― Jane Austen
“I think books are like people, in the sense that they’ll turn up in your life when you most need them.” ― Emma Thompson
“Show me a family of readers, and I will show you the people who move the world.” ― Napoléon Bonaparte
“I’ve always thought that a good book should be either the entry point inward, to learn about yourself, or a door outward, to open you up to new worlds.” ― Taylor Jenkins Reid
“I’m reading so much and exposing myself to so many new ideas. It almost feels like the chemistry and the structure of my brain is changing so rapidly sometimes,” ― Emma Watson
“I guess there are never enough books.” ― John Steinbeck
“Today a reader, tomorrow a leader.” ― Margaret Fuller
“If we encounter a man of rare intellect, we should ask him what books he reads.” ― Ralph Waldo Emerson
“To learn to read is to light a fire; every syllable that is spelled out is a spark.” ― Victor Hugo
“Some books are so familiar that reading them is like being home again.” – Louisa May Alcott
“Reading is escape, and the opposite of escape; it’s a way to make contact with reality after a day of making things up, and it’s a way of making contact with someone else’s imagination after a day that’s all too real.” ― Nora Ephron
“The reason that fiction is more interesting than any other form of literature, to those who really like to study people, is that in fiction the author can really tell the truth without humiliating himself.” ― Eleanor Roosevelt
“Reading is the sole means by which we slip, involuntarily, often helplessly, into another’s skin, another’s voice, another’s soul.” ― Joyce Carol Oates
“That is part of the beauty of all literature. You discover that your longings are universal longings, that you’re not lonely and isolated from anyone. You belong.” ― F. Scott Fitzgerald
“Reading furnishes the mind only with materials of knowledge; it is thinking that makes what we read ours.” – John Locke
“The reading of all good books is like conversation with the finest (people) of the past centuries.” ― René Descartes
“Books are good company, in sad times and happy times, for books are people – people who have managed to stay alive by hiding between the covers of a book.” ― E.B. White
“You will learn most things by looking, but reading gives understanding. Reading will make you free.” ― Paul Rand
“Read the best books first, or you may not have a chance to read them at all.” ― Henry David Thoreau
“In the case of good books, the point is not to see how many of them you can get through, but rather how many can get through to you.” ― Mortimer J. Adler
There is a great deal of difference between an eager man who wants to read a book and the tired man who wants a book to read. – Gilbert K. Chesterton
“The more that you read, the more things you will know. The more that you learn, the more places you’ll go,” ― Dr. Seuss
“A book is a gift you can open again and again.” – Garrison Keillor
“Reading is the gateway skill that makes all other learning possible,” ― Barack Obama
― Lemony Snicket
“Never trust anyone who has not brought a book with them.” ― Lemony Snicket
“There is no friend as loyal as a book.”― Ernest Hemingway
“Reading is a discount ticket to everywhere.” ― Mary Schmich
“Books are a uniquely portable magic.” – Stephen King
“Reading is to the mind what exercise is to the body.” ― Joseph Addison
“Don’t give up reading, the more you practice, the easier it will get.” ― unknown
Everyone has a book inside of them – but it doesn’t do any good until you pry it out. – Jodi Picoult
The difference between where you are today and where you’ll be five years from now will be found in the quality of books you’ve read. – Jim Rohn
मैं अपनी पत्रिकाओं के लिए इतना पैसा क्यों खर्च करता हूं इसका कारण यह है कि मुझ पर उनमें डालने के लिए कुछ मूल्यवान खोजने का दबाव डाला जाता है. – Jim Rohn
The reason why I spend so much money for my journals is to press me to find something valuable to put in them. – Jim Rohn
अगर आप टॉप शेल्फ लाइफ जीना चाहते हैं तो आपको पढ़ी गई किताबों पर कायम रहना होगा. कभी भी सीखना बंद न करें, कभी भी बढ़ना बंद न करें. – Jim Rohn
If you want to live a top shelf life then you need to stand on the books you have read. Never stop learning, never stop growing.- Jim Rohn
Do I think there’s life after death ? No, I think my books are my life after death. – May Sarton
Of all things I liked books best. My father had a large library and whenever I could manage I tried to satisfy my passion for reading. – Nikola Tesla
यदि मैं एक सप्ताह में एक पुस्तक समाप्त कर दूं, तो मैं अपने जीवनकाल में केवल कुछ हजार पुस्तकें ही पढ़ूंगा, जो हमारे समय के महानतम पुस्तकालयों की सामग्री का लगभग दसवां हिस्सा है. ट्रिक यह जानना है कि कौन सी किताबें पढ़नी हैं. -Carl Sagan
If I finish a book a week, I will read only a few thousand books in my lifetime, about a tenth of a percent of the contents of the greatest libraries of our time. – Carl Sagan
पुस्तकालय हमें उस अंतर्दृष्टि और ज्ञान से जोड़ता है, जो प्रकृति से बड़े कष्ट से प्राप्त किया गया है, अब तक के सबसे महान दिमागों से, सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों से, जो पूरे ग्रह से और हमारे पूरे इतिहास से लिए गए हैं, जो हमें बिना थके निर्देश देते हैं और हमें प्रेरित करते हैं. मानव प्रजाति के सामूहिक ज्ञान में अपना योगदान दें.
The library connects us with the insight and knowledge, painfully extracted from Nature, of the greatest minds that ever were, with the best teachers, drawn from the entire planet and from all our history, to instruct us without tiring, and to inspire us to make our own contribution to the collective knowledge of the human species.
लेखन संभवतः मानव आविष्कारों में सबसे महान है, जो उन लोगों को एक साथ बांधता है जो कभी एक-दूसरे को नहीं जानते थे, दूर के युग के नागरिक.
किताबें समय के बंधनों को तोड़ देती हैं. एक किताब इस बात का प्रमाण है कि मनुष्य जादू करने में सक्षम हैं.
Writing is perhaps the greatest of human inventions, binding together people who never knew each other, citizens of distant epochs.
Books break the shackles of time. A book is proof that humans are capable of magic.
एक पुस्तक पर एक नज़र और आप किसी अन्य व्यक्ति की आवाज़ सुनते हैं, शायद 1,000 साल पहले किसी मृत व्यक्ति की.
पढ़ना समय की यात्रा करना है.
One glance at a book and you hear the voice of another person, perhaps someone dead for 1,000 years.
To read is to voyage through time.
किताब कितनी आश्चर्यजनक चीज़ है. यह पेड़ से बनी एक चपटी वस्तु है जिसके लचीले हिस्से हैं जिन पर बहुत सी अजीब काली रेखाएँ अंकित हैं.
_लेकिन इस पर एक नजर डालने पर आप किसी दूसरे व्यक्ति के दिमाग में आ जाते हैं, शायद कोई हजारों साल पहले मर चुका हो.
…किताबें समय की बेड़ियाँ तोड़ देती हैं.
एक किताब इस बात का प्रमाण है कि मनुष्य जादू करने में सक्षम हैं.
What an astonishing thing a book is. It’s a flat object made from a tree with flexible parts on which are imprinted lots of funny dark squiggles.
But one glance at it and you’re inside the mind of another person, maybe somebody dead for thousands of years.
… Books break the shackles of time.
A book is proof that humans are capable of working magic.
किताबें समय की बेड़ियाँ तोड़ती हैं, यह सबूत देती हैं कि मनुष्य जादू कर सकता है.
Books break the shackles of time, proof that humans can work magic.
किताबें बीज की तरह होती हैं. वे सदियों तक निष्क्रिय रह सकते हैं और फिर सबसे अप्रभावी मिट्टी में खिल सकते हैं.
Books are like seeds. They can lie dormant for centuries and then flower in the most unpromising soil.
भविष्य के प्रति हमारी चिंता का परीक्षण इस बात से किया जा सकता है कि हम अपने पुस्तकालयों का कितना अच्छा समर्थन करते हैं.
Our concern for the future can be tested by how well we support our libraries.
किताब कितनी आश्चर्यजनक चीज़ है.
What an astonishing thing a book is.
प्रत्येक पुस्तक अपने आप में एक दुनिया थी, और उसमें मैंने शरण ली.
Each book was a world unto itself, and in it I took refuge.
मैं किताबों के बीच रहना चाहता था.
I wanted to live among books.
जिंदगी इसलिए हुई क्योंकि मैंने पन्ने पलटे.
Life happened because I turned the pages.
इसमें पढ़कर कोई भी व्यक्ति किसी स्थान को बदल सकता है.
One can transform a place by reading in it.
किताबें खोलना एक रहस्योद्घाटन गतिविधि है.
Unpacking books is a revelatory activity.
एक किताब अप्रत्याशित रूप से दूसरी किताब को बुलाती है, विभिन्न संस्कृतियों और सदियों के बीच गठजोड़ बनाती है.
One book calls to another unexpectedly, creating alliances across different cultures and centuries.
पुस्तकालयों के प्रति प्रेम, अधिकांश प्रेमों की तरह, सीखना चाहिए.
The love of libraries, like most loves, must be learned.
पुस्तकालय में कोई भी खाली शेल्फ अधिक समय तक खाली नहीं रहती.
In a library, no empty shelf remains empty for long.
एक किताब पाठक के सामने अपना इतिहास लेकर आती है.
A book brings its own history to the reader.
प्रत्येक पाठक एक निश्चित पुस्तक के लिए मामूली अमरता सुनिश्चित करने के लिए मौजूद रहता है. इस अर्थ में पढ़ना पुनर्जन्म का एक अनुष्ठान है.
Every reader exists to ensure for a certain book a modest immortality. Reading is, in this sense, a ritual of rebirth.
मेरी किसी भी किताब के किसी भी पन्ने में दुनिया के मेरे गुप्त अनुभव का एक आदर्श विवरण हो सकता है.
In any of my pages in any of my books may life a perfect account of my secret experience of the world.
मैंने अपने पढ़ने के बारे में कभी किसी से बात नहीं की; साझा करने की आवश्यकता बाद में आई.
I never talked to anyone about my reading; the need to share came afterwords.
मैं हमेशा से जानता था कि मैं किताबों के साथ रहना चाहता हूँ, यहाँ तक कि एक बच्चे के रूप में भी, क्योंकि हम बहुत यात्राएँ करते थे. घर वह किताब थी जिसके पास मैं हर शाम वापस आता था.
I always knew that I wanted to live with books, even as a child, because we traveled a lot. Home was the book to which I came back every evening.
मुझे याद है, एक बच्चे के रूप में, यह न जानने का भ्रम था कि वह कौन सी जगह है जहाँ मुझे रात बितानी थी: एक बच्चे के लिए यह एक बेचैन करने वाला अनुभव है. और मैं जल्दी से अपनी किताबें खोलता और उस किताब पर वापस जाता जिसे मैं अच्छी तरह से जानता था और सुनिश्चित करता कि उसमें वही पाठ और वही चित्र हों.
I remember, as a child, the confusion of not knowing what this place was where I was supposed to spend the night: it’s a disquieting experience for a child. And what I would do was quickly unpack my books and go back to a book I knew well and make sure the same text and the same illustrations were there.
मैं जानता हूं कि जब मैं अपनी किताबें छोड़ देता हूं तो कुछ खत्म हो जाता है और मेरी यादें शोकपूर्ण पुरानी यादों के साथ उनके पास लौटती रहती हैं.
I know that something dies when i give up my books, and that my memory keeps going back to them with mournful nostalgia.
हमारी किताबें हमारे पक्ष या विपक्ष में गवाही देंगी, हमारी किताबें दर्शाती हैं कि हम कौन हैं, हमारी किताबें जीवन की किताब से हमें दिए गए पन्नों का हिस्सा रखती हैं. जिन किताबों को हम अपनी कहते हैं, उन्हीं से हमारा मूल्यांकन किया जाएगा.
Our books will bear witness for or against us, our books reflect who we are and who we have been, our books hold the share of pages granted to us from the Book of Life. By the books we call ours we will be judged.
मैं समझ सकता हूं कि ऐसे लोग भी हैं जो शब्दों के बिना दुनिया के बारे में सोच सकते हैं और उसकी कल्पना कर सकते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि एक बार जब आपको ऐसे शब्द मिल जाते हैं जो आपके अनुभव को नाम देते हैं, तो अचानक वह अनुभव जमीनी हो जाता है, और आप इसका उपयोग कर सकते हैं और इसे समझने की कोशिश कर सकते हैं.
I can understand that there are those who can think and imagine the world without words, but I think that once you find the words that name your experience, then suddenly that experience becomes grounded, and you can use it and you can try to understand it.
जिन किताबों को मैंने नहीं पढ़ा है और शायद कभी नहीं पढ़ूंगा, उनके बारे में मेरे मन में कोई अपराध बोध नहीं है; मैं जानता हूं कि मेरी किताबों में असीमित धैर्य है. वे मेरे दिनों के अंत तक मेरी प्रतीक्षा करेंगे.
I have no feelings of guilt regarding the books I have not read and perhaps will never read; I know that my books have unlimited patience. They will wait for me till the end of my days.
पुरानी किताबें जिन्हें हम जानते हैं लेकिन हमारे पास नहीं हैं, वे हमारे रास्ते में आती हैं और खुद को हमारे पास आमंत्रित करती हैं.
नई-नई किताबें लुभावने शीर्षकों और लुभावने आवरणों से हमें प्रतिदिन लुभाने की कोशिश करती हैं.
Old books that we have known but not possessed cross our path and invite themselves over.
New books try to seduce us daily with tempting titles and tantalizing covers.
यह कहना कि एक लेखक एक पाठक है या एक पाठक एक लेखक है, किसी किताब को एक इंसान के रूप में देखना या एक इंसान को एक किताब के रूप में देखना, दुनिया को पाठ के रूप में वर्णित करना या एक पाठ को दुनिया के रूप में वर्णित करना, पाठक शिल्प का नामकरण करने के तरीके हैं.
To say that an author is a reader or a reader an author, to see a book as a human being or a human being a book, to describe the world as text or a text as the world, are ways of naming the readers craft.
शब्दों का पाचन भी; मैं पाठ का बेहतर स्वाद लेने के लिए अक्सर पुस्तकालय में अपने लेखन कोने में खुद को जोर से पढ़ता हूं, जहां कोई मुझे सुन नहीं सकता है, ताकि इसे और अधिक मेरा बना सकूं.
Digestion of words as well; I often read aloud to myself in my writing corner in the library, where no one can hear me, for the sake of better savouring the text, so as to make it all the more mine.
आज सुबह मैंने अपनी अलमारियों पर रखी किताबों को देखा और सोचा कि उन्हें मेरे अस्तित्व के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
उनमें जान आ जाती है क्योंकि मैं उन्हें खोलता हूँ और उनके पन्ने पलटता हूँ, और फिर भी वे नहीं जानते कि मैं उनका पाठक हूँ.
This morning I looked at the books on my shelves and thought that they have no knowledge of my existence.
They come to life because I open them and turn their pages, and yet they don’t know that I am their reader.
मैंने जल्दी ही जान लिया कि पढ़ना संचयी है और ज्यामितीय प्रगति से आगे बढ़ता है: प्रत्येक नया पढ़ना पाठक द्वारा पहले पढ़ी गई बातों पर आधारित होता है.
I quickly learned that reading is cumulative and proceeds by geometrical progression: each new reading builds upon whatever the reader has read before.
अलग-अलग समय पर और अलग-अलग जगहों पर मैं यह अपेक्षा करता आया हूं कि कुछ किताबें एक निश्चित तरीके से दिखें, और, जैसा कि सभी फैशन में होता है, ये बदलती विशेषताएं किसी किताब की परिभाषा पर एक सटीक गुणवत्ता तय करती हैं.
मैं किसी पुस्तक का मूल्यांकन उसके आवरण से करता हूँ; मैं किसी किताब को उसके आकार से आंकता हूं.
At different times and in different places I have come to expect certain books to look a certain way, and, as in all fashions, these changing features fix a precise quality onto a book’s definition.
I judge a book by its cover; I judge a book by its shape.
मेरी किताबों में उनके कवर के बीच हर वह कहानी है जो मैंने कभी जानी है और अभी भी याद है, या अब भूल गया हूं, या शायद एक दिन पढ़ूंगा; वे मेरे आस-पास की जगह को प्राचीन और नई आवाजों से भर देते हैं.
My books hold between their covers every story I’ve ever known and still remember, or have now forgotten, or may one day read; they fill the space around me with ancient and new voices.
मेरी मूर्खतापूर्ण युवावस्था में, जब मेरे दोस्त इंजीनियरिंग और कानून, वित्त और राष्ट्रीय राजनीति के क्षेत्र में वीरतापूर्ण कार्यों का सपना देख रहे थे, मैंने एक लाइब्रेरियन बनने का सपना देखा था.
In my fool hardy youth, when my friends were dreaming of heroic deeds in the realms of engineering and law, finance and national politics, I dreamt of becoming a librarian.
हम उन पुस्तकों की कल्पना कर सकते हैं जिन्हें हम पढ़ना चाहेंगे, भले ही वे अभी तक लिखी न गई हों, और हम उन पुस्तकों से भरे पुस्तकालयों की कल्पना कर सकते हैं जिन्हें हम अपने पास रखना चाहेंगे, भले ही वे हमारी पहुंच से बहुत दूर हों, क्योंकि हमें सपने देखने में आनंद आता है पुस्तकालय जो हमारी प्रत्येक रुचि और हमारी प्रत्येक कमज़ोरी को प्रतिबिंबित करता है – एक ऐसा पुस्तकालय जो अपनी विविधता और जटिलता में, हमारे पाठक को पूरी तरह से प्रतिबिंबित करता है.
We can imagine the books we’d like to read, even if they have not yet been written, and we can imagine libraries full of books we would like to possess, even if they are well beyond our reacher, because we enjoy dreaming up a library that reflects every one of our interests and every one of our foibles–a library that, in its variety and complexity, fully reflects the reader we are.
मुझे यह कल्पना करना अच्छा लगता है कि, मेरे आखिरी दिन के बाद, मेरी लाइब्रेरी और मैं एक साथ ढह जाएंगे, ताकि जब मैं नहीं रहूंगा तब भी मैं अपनी किताबों के साथ रहूंगा.
I like to imagine that, on the day after my last, my library and I will crumble together, so that even when I am no more I’ll still be with my books.
लेकिन रात में, जब पुस्तकालय के लैंप जलते हैं, तो बाहरी दुनिया गायब हो जाती है और किताबों के अलावा कुछ भी नहीं बचता है.
But at night, when the library lamps are lit, the outside world disappears and nothing but the space of books remains in existence.
शायद इसीलिए हम पढ़ते हैं, और क्यों अंधेरे के क्षणों में हम किताबों की ओर लौटते हैं: जो हम पहले से जानते हैं उसके लिए शब्द खोजने के लिए.
Maybe this is why we read, and why in moments of darkness we return to books: to find words for what we already know.
प्रकाश में हम दूसरों के आविष्कार पढ़ते हैं; अंधेरे में हम अपनी कहानियाँ गढ़ते हैं.
In the light, we read the inventions of others; in the darkness we invent our own stories.
किताबें हमारी पीड़ा को नहीं बदल सकती हैं, किताबें हमें बुराई से नहीं बचा सकती हैं, किताबें हमें नहीं बता सकती हैं कि क्या अच्छा है या क्या सुंदर है, और वे निश्चित रूप से हमें कब्र के सामान्य भाग्य से नहीं बचाएंगी.
लेकिन किताबें हमें असंख्य संभावनाएँ प्रदान करती हैं: परिवर्तन की संभावना, रोशनी की संभावना.
Books may not change our suffering, books may not protect us from evil, books may not tell us what is good or what is beautiful, and they will certainly not shield us from the common fate of the grave.
But books grant us myriad possibilities: the possibility of change, the possibility of illumination.
वह संसार जो एक पुस्तक है, एक पाठक द्वारा निगल लिया जाता है जो संसार के पाठ में एक अक्षर है; इस प्रकार पढ़ने की अनंतता के लिए एक गोलाकार रूपक बनाया जाता है; हम वही हैं जो हम पढ़ते हैं.
The world that is a book is devoured bya reader who is a letter in the world’s text; thus a circular metaphor is created for the endlessness of reading; We are what we read.
जब साहित्य की खोज होती है, एक रहस्योद्घाटन होता है: हर्षित, उल्लासपूर्ण ज्ञान कि कुछ भी हो सकता है.
When literature is discovered, a revelation occurs: the joyful, exultant knowledge that anything can happen.
“मुझे पढ़ने के बारे में सबसे ज्यादा पसंद है: यह आपको ऊंचे स्तर तक पहुंचने की क्षमता देता है. _और चढ़ते रहो.” ― Oprah Winfrey
“What I love most about reading: It gives you the ability to reach higher ground. And keep climbing.” ― Oprah Winfrey
एक बच्चे के रूप में भी, मेरी यादें किताबों की हैं जो मुझे खुद से बाहर ले जाती हैं.
Even as a kid, my memories are of books taking me out of myself.
आपको अपने दिमाग को ऐसी पठन सामग्री, विचार और सुझाव देने चाहिए जो आपके लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलें.
You must feed your mind with reading material, thoughts, and ideas that open you to new possibilities.
मैं कल्पना नहीं कर सकता कि किताबों के बिना मैं वह व्यक्ति बन पाता जो मैं आज हूँ. किताबें आज़ादी का पर्याय बन गईं. उन्होंने दिखाया कि आप दरवाजे खोल सकते हैं और अंदर जा सकते हैं.
I can’t imagine I could have become the person I am now without books. Books became synonymous with freedom. They showed that you could open doors and walk through.
किताबों ने मुझे दिखाया कि जीवन में संभावनाएँ थीं, वास्तव में मेरे जैसे लोग एक ऐसी दुनिया में रह रहे थे जिसकी मैं न केवल आकांक्षा कर सकता था बल्कि उसे प्राप्त भी कर सकता था. पढ़ने से मुझे आशा मिली. मेरे लिए, यह खुला दरवाज़ा था.
Books showed me there were possibilities in life, that there were actually people like me living in a world I could not only aspire to but attain. Reading gave me hope. For me, it was the open door.