Kitaab – Book – किताब – पुस्तक

और हाँ, मैं कुछ न कुछ लिखते पढता रहता हूँ..

_- ये मुझे सुकून देता है, मुक्त करता है.

_ वास्तविक जीवन का सुख इन्हीं के माध्यम से मिलता है.

_ मेरे लिए ये एक थेरेपी है, दवा है, इलाज है.

_ नहीं लिख-पढ़ पाना मुझे बीमार कर देने जैसा होता है,

_ लम्बे समय तक नहीं लिख-पढ़ पाना मुझे बीमार कर देता है.

मुझे नहीं पता कि किसी बात के जवाब में क्या कहूं..

_मुझे मतलब समझ नहीं आता, बस बिना जवाब के लिखना चाहता हूं.!!

लिखना एक कला तो है ही.. साथ ही लेखक के मन रूपी विशाल सागर में से निकला एक रत्न भी है..!

_ रत्नों की सभी को न तो परख और न ही समझ होती है..

_ किंतु उसकी अभिव्यक्ति और भाव कहीं दूर तक जाते हैं..!!

सिर्फ किताबी कीड़ा बनकर इस दुनिया को मत देखो, बल्कि व्यवहारिक दृष्टिकोण भी रखो ताकि आपके साथ कोई छल, कपट और बेईमानी न कर सके.!!
वे कौन लोग, विचार और पुस्तकें हैं जो मेरी भावना को बढ़ाते हैं ?

Who are the people, ideas, and books that magnify my spirit ?

“किताब आप का वो वाला दोस्त है, जो आपसे कहीं ज़्यादा इंटेलीजेंट है”
खुली किताब कि तरह था मैं,

_पर अफ़सोस अनपढ़ के हाथ लग गया..!!

किताबों की तरह बहुत से लफ़्ज़ है मुझमें..

_ और किताबों की तरह ही बिल्कुल खामोश हूं मैं..!!

कुछ लोग किताबों 📙की तरह होते हैं,

_ जितनी शिद्दत से पढ़ोगे, उतना ही खुद को उनके करीब पाओगे..!

किसने कहा के मैं पढ़ कर छोड़ देता हूं..

_ जो पसंद आ जाए, वो पन्ना मोड़ देता हूं..!!

हम किताबों को पढ़ कर छोड़ देते हैं लेकिन किताबें पढ़े जाने के बाद हमें नहीं छोड़ती,

_ वो हमारे साथ यात्रा करती हैं, वहां भी, जहां हम नितांत अकेले रहते हैं.!!

पुस्तकों में रम जाओ, दिन में कम से कम पचास पन्ने अवश्य पढ़ो.

_ पुस्तक ही आपका असली साथी है,

_ आप जितना प्रेम पुस्तकों से करोगे.. उतने आप बेहतर और मजबूत होंगे.

_ जीवन का एक नियम और दिनचर्या ही बना लो कि कुछ भी हो जाये, पुस्तक पढ़ना ही है.!!

मैं हमेशा सोचता था कि जीवन में स्पष्टता [clarity] कैसे पाई जाए.

_ फिर मुझे पता लगा कि ..इसका कोई विशेष तरीका नहीं है,

_ लेकिन एक स्वस्थ प्रक्रिया [ a healthy process ] होने से बहुत सारी अव्यवस्था [chaos] दूर करने में मदद मिलती है ..और वहीँ से एक रास्ता भी मिलता है.

_आख़िरकार, मैं हर रोज एकाध घंटा कुछ पढ़ने और लिखने में बिताने लगा..

_ जब भी मैं पढता-लिखता हूँ तो ..मेरे लिए बाहरी दुनिया गायब हो जाती है ..और किताबों के अलावा कुछ भी नहीं बचता है..!!

_ बिना कुछ किए एक घंटे तक पढ़ना और फिर आधे घंटे तक लिखना मेरा महान टीचर बन गया.

_ मुझे पता चला कि मेरे प्रयासों और मुझे क्या करने की आवश्यकता है.

_ मुझमें कहां और क्या कमी है, इसके संकेत मिलने लगे,

_ मेरा अस्तित्व [Existence] हल्का एवं शांत हो गया.

_ मैं और अधिक वर्तमान में रहने लगा.

_ जब भी मुझे किसी चीज़ के बारे में संदेह होता है या मैं जीवन में फंसा हुआ महसूस करता हूँ,

_तो मैं किताबें पढता हूँ साथ ही कुछ लिखता हूँ ..और इससे मुझे हमेशा स्पष्टता मिलती है.

_ इस से मुझे बहुत मदद मिली है.

लिखना भी तब ही बेहतर होता है जब पढ़ने की नियमित आदत हो.

_ इससे आपके जेहन में पर्याप्त शब्दकोश इक्कठा हो जाता है.

_और कभी कभी तो आप भी ..कुछ नया इजाद कर लेते हो..

अपनी किताबें तो मैं किसी को नहीं बांट सकता !

_ किताबें मेरी सबसे बड़ी अमानत हैं.

_ हर दो तीन महीनों पर पढ़ी हुई किताबों को झाड़ पोंछ कर सहेजना मेरा सबसे पसंदीदा शग़ल [pastime] है !

_ मुझे किताबों को शौक़ है, इसलिए हर महीने दो चार तो आती ही हैं !!

लिखी हुई बात को प्रत्येक पढ़ने वाला व्यक्ति नहीं समझ सकता,

_ क्योंकि लिखने वाला भावनाएं लिखता है और लोग केवल शब्द पढ़ते हैं.

अगर आप को किसी चीज़ के खो जाने का अंदेशा हो तो उसे किताबों में छुपा दो,

_ क्योंकि ये नस्ल अब किताबें नहीं खोलती..!!

“मैं जहां भी हूं, अगर मेरे पास एक किताब है, तो मेरे पास एक जगह है _जहां मैं जा सकता हूं और खुश रह सकता हूं”

“जब मैं किसी को पढता हूँ तो दर-असल _मैं उसमें अपने लिए थोड़ी-सी जगह ढूंढ रहा होता हूँ.”

_ मैं जब पढता हूँ, तब मैं इतना ख़ुश और आज़ाद महसूस करता हूँ कि _ मुझे विश्वास हो जाता है कि _ अगर मेरे पास हर समय किताबें हों तो _ मैं अपने जीवन के प्रत्येक कष्ट को सह सकता हूँ.

_ उफ़ इस कदर सुंदर चीज़ें लिखी जा चुकी हैं कि ..सबको पढ़ने के लिए ..मुझे एक जन्म अलग से मिलना चाहिए..!!

_मैं किताबें पढता हूँ __ यह जानने के लिए कि “मैं क्या सोचता हूं,” _यह जानने के लिए कि “मैं कहां खड़ा हूं”

– मुझे ऐसी किताबें पसंद हैं _ जो मुझे सोचने पर मजबूर कर दे, _ ऐसी किताबें _ जिन्हें ख़त्म करने के बाद भी _ मैं उनके बारे में कई दिनों तक _ सोच रहा होता हूँ..!!

_ किताबें और किताबों से मिली रोचक जानकारियां _ हमेशा मेरे जीवन साथी रहे हैं _ और हमेशा कहीं ना कहीं ये जानकारी काम आती हैं.

_ किताबें किसी भी विषय पर क्यों ना हो _ जीवन के किसी ना किसी हिस्से से जुड़ी होती हैं _और हर पढ़ने वाले को किताब का कोई हिस्सा तो _ जरूर प्रभावित करता ही है..!!

_मैं पढ़ना चाहता हूं _क्योंकि मुझमें जीवन की अभिव्यक्ति के किसी एक माध्यम में महारत हासिल करने की चाहत है ; मैं केवल जीवनयापन करने जैसे महान कार्य से संतुष्ट नहीं हो सकता.

_ किताब हमें वास्तव में बतलाती है कि_ दुनिया ने हमें अनेक रंग दिए हैं _ लेकिन हम अक्सर अपने हिस्से में आए हर रंग का मज़ा लेने की बजाए _ इसके स्याह रंग के एक थीगड़े का मातम मनाते बैठते हैं.!!

_”जब मैं पढ़- लिख रहा होता हूं तो किसी भी अन्य समय की तुलना में अधिक जीवंत महसूस करता हूं.”

_”मैं जब पढता हूँ तो मुझे शब्दों की शांत दुनिया में सुंदरता मिलती है.”

_” मैं किताब के पन्नों को जब भी पलटता हूँ, वे मुझे कुछ देकर जाते हैं !!”

– किताबें ऐसा उपहार हैं, जिसने मुझे ऐसे शब्दों से भर दिया _ ” जिनके बारे में मैं नहीं जानता था..”

“-मेरे लिए किताब जिंदगी की गाड़ी को चलाने के लिए ड्राइवर की भूमिका में है” _जिंदगी की चाभी इन किताबों में छुपी पड़ी है.!!

-“किताबें वो खिड़कियाँ हैं, जिनसे हम दुनिया को देख सकते हैं, बिना घर से निकले..”

_ किताबें हमारी अंतः चेतना को जगाती हैं और एक अलग दृष्टिकोण उपलब्ध कराती हैं.

_दिमाग के झाड़ झंखाड़ को साफ़ करने के लिए किताबों की कुल्हाड़ी हमारे हाथ में होनी ही चाहिए..

_ ज़िन्दगी सभी के लिए एक जैसी रंगीन किताब है. फ़र्क यह है कि कोई दिल से पढ़ रहा है, कोई सिर्फ़ पन्ने पलट रहा है.

किताबें हमें बाहर की दुनिया से जोड़ती हैं, जिनसे जुड़ कर हम अपने भीतर की यात्रा करते हैं.

_ किताबों के बिना हम केवल चंद लोगों तक सीमित रहते हैं. बात करने से ज्यादा पढ़ने में मजा आता है.

वो तो किताबें पढ़ने ने मेरा बोझ कम कर दिया ! _वरना इतना वजन मैं ढो नहीं पाता !!

-“मेरा मानना है कि मेरा व्यक्तित्व गढ़ने में किताबों का ही हाथ हैं, इन किताबों ने मुझे प्रारंभिक तौर पर समझाया कि_ मुझे कैसा होना चाहिए और वैसा _कैसे बनना चाहिए ?”

अगर आपके आस-पास किताबें पढ़ने वाले और मौलिक समझ रखने वाले लोग नहीं हैं तो..

_ आपके आस-पास का वातावरण शहद के बिना मधुमक्खी के छत्ते से ज्यादा कुछ नहीं है.

काफी छोटी ही उम्र से मैंने किताबें पढ़नी शुरू कर दिया था, जिन्होंने मेरी सोच को परिवर्तित किया;

_ मुझे अलग अलग देशों की सभ्यता, उनका खानपान और उनकी जीवन शैली जानने में बहुत मजा आता था.

जब भी मेरा मन गहराई में जाने के लिए तड़प रहा होता है, _और बार-बार चोट खा रहा होता है,

_ तब मैं किसी ऐसे व्यक्ति [ राइटर, लेखक, कवि ] की शरण में जाता हूँ, _जो मेरी उँगली पकड़ कर गहराई में ले जाता हो,

_ उनके शरण तक ले जाने का काम करती हैं, _उनके द्वारा रची गयी रचनाएं,

_ जो कि किताब के पन्नों में _हमारे लिए उपहार की तरह विधमान होते हैं..

_इसके पहले भी गहराई की आस में _जितनी भी बार इनकी शरण में गया हूँ, _निराश नहीं हुआ हूँ !!

_ व्यक्तिगत तौर पे कहूँ तो उन को पढ़ना स्वयं के जीवन में घटे कुछ घटनाओं को पुनः साक्षात रूप में जीना है..

_ जिनके लिखे को पढ़कर मेरा जहन महकता है ..और जिनको देखकर ..मुझे उन सा हो पाने की ख्वाहिश लहकती है _ उन्हें मेरा सलाम पहुंचे..!!

_ अभी तक मैं कुछ लेखक को ही जान पाया हूं, मुझे खूब जानना है इन सबों के बारे में.. लिखने, पढ़ने और खो जाने के बारे में..!!

_ ये दुनिया बेहतरीन किरदारों से भरी हुई है, बस हम उन्हें खोजने में देरी कर देते हैं.

मैंने कई लोगों के बारे में पढ़ने के कई अवसर पाए हैं.

_ जिनको भी मैंने पढ़ा, वे सब अनूठे थे…..एक से बढ़ कर एक.

_ उनके हृदयों की सुंदरता को देख कर मेरा हृदय श्रद्धा से भर जाता है.

_ एक बार नहीं अनेकों बार.. मैंने इन अजनबियों से भावनात्मक जुड़ाव महसूस किया है.

_ कभी किसी ने उत्साह बढ़ाया, जब अकेला सा महसूस होने लगा..

_ तो कभी किसी ने हिम्मत दी, जब लगा कि हार सम्मुख है,

_ कभी किसी ने एक और नई सीख दे दी..

_ जब लगा कि सब तो सीख चुका हूं..!!

_ तो कभी किसी ने दृष्टिकोण दिया नया… चीजों को देखने और समझने का..

_ और कभी-कभी गहन अंधकार के क्षणों में कोई रोशनी बन कर प्रकट हो गया…

…मानो देवदूत..!!

— जब मन उचाट होता है और खुद के भीतर उठ रहे बहुत से सवाल का जवाब खुद के पास नहीं होता,

_ तो किताबें, उनमें कुछ कहानियां और उसके कुछ किरदार उचाट मन के लिए ठहराव और भीतर उठ रहे सवालों का मूक जवाब होते हैं.

ऐसा नही है कि तनाव कम है जीवन में, ऐसा नही है कि दुनिया की आपाधापी के बीच सुकून एकदम नही है ;

_ अपनों से मिले दुःख/धोखा, स्वार्थ से बंधी रिश्ते की डोर इन सब अनुभवों ने झकझोरा मुझे भी है ;

_ टूट जाना बिखर जाना अवसाद के लिए जगह बन जाना आज भी होता है ;

_ कभी-कभी कमजोर पड़ जाता हूं, _ लेकिन किताबों की शरण में होना _जीवन की कठिनायों में _विचलित मन को _कोई-न-कोई राह दिखा ही देते हैं.

_ समाधान भले ना मिले सुकून और ठहराव मिल ही जाता है..!!

किताबें पढ़ कर ही मुझे परम-आनंद मिलता है !

_वहाँ जीवंनदायी रस है, _जो बहुत कुछ सिखाता, व्यक्तित्व विकसित करता, प्रतिकूल परिस्थितियों का मुक़ाबला करने की हिम्मत देता, मार्ग दर्शन देता, दुख कम करता और कभी-कभी हँसाता भी है..

_जब भी प्रतिकूल मनस्थिति में मेरे दिमाग में आती, लगता तब ये किताब ही मेरे विवेक-रक्षक-साथी थे.

_अपने जीवन में मैंने इतने बुरे दिन देखे कि यदि इन किताबों का साथ न होता तो मैं पागल हो गया होता..!!

बहुत से लोग इधर-उधर कुछ सार्थक, कुछ जादुई और परे खोजते फिरते हैं.

_लेकिन जब मैं किताबें पढता हूँ तो ख़ुद को देखता हूँ और अपने दिल में झाँकता हूँ,

_तब महसूस होता है कि जैसे मेरा सब कुछ पूरा हो गया है..

_यह एक ऐसा एहसास है जिसे शब्दों में लिखा नहीं जा सकता या किसी छवि में कैद नहीं किया जा सकता.

“किताबें”…..ये दुनियां बहोत खूबसूरत है,

_ लेकिन मुझे लगता है, अगर हर तरफ किताबें ही किताबें होती,

_ तो ये दुनियां कुछ ज्यादा हरी-भरी होती, कुछ ज्यादा रंगीन होती.!!

घर में एक छोटी सी लाइब्रेरी आपकी किताबों से दोस्ती करवाती है.

_ किताबों की कद्र वही कर सकता है, जिसने किताबें पढ़ी हों और पढ़ने का शौक रखता हो.

घर में एक पुस्तकालय [Library] रखना ..चाहे वो जितना खर्चीला हो.

_ ये उस कीमत से कहीं कम है ..जो किसी को भी अज्ञानी होने पर चुकानी होती है.

किताबों पर उकेरे हुए शब्द आपके मन को रंगने का काम करते हैं,

सही किताबों का चयन आपके व्यक्तित्व को निखारता है, सुंदर बनाता है.

जो लोग किताबें पढ़ते हैं, उन लोगों का व्यवहार बहुत ही शांत और अच्छा होता है.
अपने मन की किताब ऐसे व्यक्ति के पास ही खोलना,

_ जो पढ़ने के बाद आपको समझ भी सके !!

किताबों ने मेरे लिए नई दुनिया खोल दीं !!

_मैं सिर्फ आँख बंद कर के औरों पर विश्वास करूँगा तो, अपनी खुद की खोज करना मुश्किल होगा.!!”

– मैं किताबों में गिर गया हूँ – कि मैंने खुद को सुरक्षित रखने के लिए उनके अंदर डाल दिया है..”

“-किताबें हमें याद दिलाने के लिए हैं कि हम कितने मूर्ख हैं.

“पैसे की तरह किताबें भी लगातार चलती रहनी चाहिए… किताब सिर्फ दोस्त नहीं होती, _ ये आपके लिए दोस्त भी बनाती है ;

“यदि आप पढ़ना पसंद नहीं करते हैं, तो आपको सही किताब नहीं मिली है”

जब आपके पास मन और आत्मा के साथ एक किताब होती है, तो आप समृद्ध होते हैं ; लेकिन जब आप इसे आगे बढ़ाते हैं तो आप तीन गुना समृद्ध हो जाते हैं.

समाज नष्ट हो सकता है, राष्ट्र भी नष्ट हो सकता है किन्तु साहित्य का नाश कभी नहीं हो सकता.
काफ्का ने कहा था, ‘अच्छी पुस्तक कुल्हाड़े की तरह हमारे अंदर जमे हुए बर्फ के दरिया को तोड़ देने की क्षमता रखती है’

_शायद इसीलिए मैंने किताबों को पढ़ने के लिए चुना या यूं कहें कि किताबों ने मुझे चुन लिया था,

_ताकि अपने भीतर के दुखों, समस्यायों से जब मैं घबराऊं तो मुझे पता चले कि दुनिया में जाने कितने दुख हैं जिनकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते..

लगता है कि जीवन की आपाधापी में हमारा दिल धड़क तो रहा है. _ पर मन तरंगित होना भूल सा गया है..!!

(- लेकिन जब हम कोई किताब पढ़ते हैं तो _किसी ने लिखकर कुछ व्यक्त किया है तो _ हम हर बार पन्ने पलट कर _या उसका लिखा हुआ पढ़ कर _अपने भीतर एक नई ऊर्जा को महसूस करते हैं, और मन तरंगित सा हो जाता है. ) __ बात महसूस करने की है..

__ किताबों की अपनी एक दुनिया है _उसमें लिखे शब्दों से आती खुशबू को महसूस करना, _ वो किताबों के पन्नों को पलटने की आवाज को सुनना _और कभी पुस्तक को सीने से लगाकर एक झपकी लेना _और पुस्तक खत्म करने का वह जज्बा _हमें कब मेडिटेशन की और ले जाता है _ पता ही नहीं चलता है…..

जीने के लिए दिल का धड़कना और बात है और तरंगित सा स्पंदित रहना, किताबों की दुनिया के साथ _हमारी सोच और हमारी रचनात्मकता को बढ़ावा देता है,_ तो प्लीज किताबों से हमेशा जुड़े रहिए..

किताबें पढ़ना मुझे इतनी गहराई से प्रभावित करता कि _ मेरे लिए ऐसे शब्द ढूंढना मुश्किल है _ जो यह व्यक्त कर सकें कि _ मैं अब क्या महसूस करता हूं और क्या सोचता हूं.

लेखकों की कविताएँ और किताबें पढ़कर अपने एकांत के मधुर क्षणों का आनंद लें, _लेकिन… दुनिया से दूर न जाएँ, _ इस बेचारे दिल को एक मौका दें _जो आपसे बहुत प्यार करता है.

_ जब आपको एकांत की आवश्यकता होगी तो _ वह आपकी शांति में खलल नहीं डालेगा, _यह मैं आपसे वादा करता हूं..!!

सृष्टि का प्रत्येक छण हमें शिछा दे रहा है कि पूरा संसार ही एक खुली किताब है.

_ यहाँ पर जो भी अच्छाई ग्रहण कर सकते हैं, उसे करो, अच्छाई जहां से मिले, उसे प्राप्त कर लेना चाहिए.

— किताबें सिर्फ समझदार लोग ही पढ़ सकते हैं ;

_ छोटे – मोटे पाठक के तो सिर के ऊपर से गुजर जाएंगी.किताबें पढ़ना न केवल मस्तिष्क को विचार और उक्त “ज्ञान” प्रदान करता है,

_ बल्कि यह किसी के मस्तिष्क के ऊतकों और तंत्रिकाओं में दबे हुए बुद्धिजीवियों को जगाता है.”

_ किताबें वे वफादार दर्पण हैं _जो हमारे दिमाग में संतों और नायकों के दिमाग को प्रतिबिंबित करती हैं. “किताबें रोटी भी देती है और जानकारी और बुद्धि भी बढ़ाती है ;

_ जितने भी पढ़ें लिखे हैं, वे अपना रोजगार सही ढंग से कर रहे हैं ; _ पढ़ें लिखे व्यक्ति राष्ट्रपति से लेकर एक प्यून तक है ;अच्छे बूरे कामों का चयन और निर्णय करना सिखाती है, पुस्तकें !!

किताबें हमें जीवन की बेतुकी बातों के साथ बार-बार कुचले जाने के बजाय, उनके साथ नाचने या कम से कम ताली बजाने का मौका देती हैं..

पुस्तकें हवाई जहाज में भी सफर कराती हैं और अंतरिक्ष की यात्रा भी !! परांठे के साथ मिठाई भी खिलाती है पुस्तकें !!

इसलिए हमें विद्या अध्ययन करना चाहिए ; विद्या ऐसा धन है, जो हर भौतिक सुखों को देता है !!”

– किताबों को दोस्त बना लिया जिसने, जो भी चाहा पा लिया उसने..!!

-““एक कमरे में बैठो और पढ़ो और पढ़ो और पढ़ो ; और सही लोगों की सही किताबें पढ़ें. _ आपका दिमाग उस स्तर पर लाया जाता है, और आपके पास हर समय एक अच्छा, सौम्य, धीमी गति से जलने वाला आनंद होता है.

ज्यादातर लोग जो आगे बढ़ने का फैसला करते हैं, _उन्हें किताबों के पन्नों में अपना पहला गुरु मिल जाता है.!!

किसी किताब की कीमत की चिंता मत करो, बस पढ़ोगे तो खरीद लो..

‘मैंने सही लोगों से सही सबक सीखने में गलती की _ और गलत लोगों ने सिखाए सबक “दंड सहित”‌

_बस एक किताबें ही हैं जो, कुछ भी कहिए, डूबते को बचा तो लेती हैं किताबें..!!

अंततः हल यह निकाला मैंने अपने लिए कि खुद को किताबों में डुबो दिया..!!

क्योंकि मैं किताबों की दुनिया में जाकर ही सांस ले पाता हूँ..!

कारण ; क्यों आपको एक किताब पढ़ने वाला / वाली होना चाहिए..

वे बुद्धिमान होते हैं, जो जितनी अधिक किताबें पढ़ते हैं, उतना ही वह दुनिया के बारे में जानते हैं. _साथ ही, वह अपने दिमाग को रोजाना एक अच्छी कसरत देते हैं, जो उसे तेज रखने में मदद करता है.

_निरंतर पढ़ने को शब्दावली और लेखन कौशल में सुधार के लिए भी जाना जाता है. वे अच्छा बोलते हैं, चूँकि पढ़ने से शब्दावली में सुधार होता है.

यह देखा गया है कि जो लोग पढ़ते हैं उनमें मजबूत विश्लेषणात्मक कौशल होते हैं ; _इसलिए, कठिन निर्णयों और जीवन योजनाओं के बारे में बात करने के लिए वह एक बेहतरीन व्यक्ति होंगे.

वे जिज्ञासु होते हैं, वे दुनिया और उसमें मौजूद लोगों और चीजों के बारे में उत्सुक हैं. _ जो किताबें पढ़ते हैं _उनके पास आमतौर पर विभिन्न विषयों पर पुस्तकों का संग्रह होता है और वे नई चीजें सीखने के लिए उत्सुक रहते हैं.

जैसे-जैसे वह किताबें इकट्ठा करते हैं, वैसे-वैसे वह तथ्यों को भी इकट्ठा करेंगे, उनमें से कई पूरी तरह से यादृच्छिक [ Random ] हैं.

वे कम रखरखाव वाले होते हैं [ low-maintenance ], वे एक कप चाय और एक अच्छी किताब के साथ बिस्तर में दुबकने की आदी हैं, इसलिए वह जानते हैं कि कैसे आराम करना है.

वे एक विशेषज्ञ संवादी [ expert conversationalist ] होते हैं, चूँकि वे किताबों और पत्रिकाओं को पढ़ने से बहुत कुछ जानते हैं, इसलिए उनके पास बात करने के लिए बहुत सारे विषय होंगे

_और आप जो कह रहे हैं उससे संबंधित तरीके खोज सकते हैं, _ और जैसा कि वे चुप रहने और जानकारी लेने के आदी हैं, वह शायद एक अच्छा श्रोता भी होंगे.

वे अधिक अंतरंग [ intimate ] होते हैं ; पढ़ना अपने आप में एक अंतरंग [ intimate ] क्रिया है. _वे जो किताबें पढ़ते हैं _वे जानते हैं कि कैसे अपना पूरा ध्यान उसके सामने देना है और सभी विकर्षणों को दूर करना है.

“उनके पास एक बड़ी कल्पना होती है” : कहानी को सजीव बनाने के लिए बहुत कल्पनाशक्ति की जरूरत होती है. _ जैसे-जैसे वह पढ़ते हैं, वे लगातार पात्रों, रंगों और परिदृश्यों की कल्पना कर रहे होते हैं.

वे अविश्वसनीय रूप से महत्वाकांक्षी होते हैं [ incredibly ambitious ],: – किसी किताब को लेने और उसे पढ़ने के साथ आगे बढ़ने के लिए थोड़ी महत्वाकांक्षा की जरूरत होती है. _ जब किताब मुश्किल हो जाती है या 200 से अधिक पृष्ठ होते हैं तब भी वह पढ़ने के लिए खुद को आगे बढ़ाते हैं. _ वे सीखना और बढ़ना चाहते हैं, आमतौर पर अपने जीवन के एक से अधिक पहलुओं में..!

वे एक अच्छी किताब के साथ अकेले रहना पसंद करते हैं और पढ़ने के क्षेत्र में परेशान होना पसंद नहीं करते, _ऐसे लोग को दूसरों से चिपकने कि आदत नहीं होगी या आप पर निर्भर नहीं होंगे..!

“वे आसानी से अपना मनोरंजन [ entertained ] करते हैं” _ उनको मनोरंजन [ entertained ] करने में ज्यादा समय नहीं लगेगा. _ जो पढ़ते हैं वे आसानी से एक अच्छी किताब के साथ एक पेड़ के नीचे बैठकर घंटों बिता सकते हैं. _ आपको उन्हें इम्प्रेस करने के लिए महंगी और लक्ज़री ट्रिप्स पर नहीं ले जाना पड़ेगा.

“वे एक अद्भुत श्रोता होते हैं” [ an amazing listener ], : वे अपनी कहानियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए उपयोग की जाती है, जिसके लिए किसी भी तरह की बात करने की आवश्यकता नहीं होती है. _यह उसे एक अच्छा श्रोता बना देगा _क्योंकि जब वह अपनी किताबें पढ़ते हैं तो _वह बिना किसी प्रतिक्रिया [ without responding ] के जानकारी लेते हैं.

“वे औरों को भी पढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे” _ पढ़ने के दौरान वे इतने खुश और प्रेरित दिखेंगे कि आप भी ऐसा ही करना चाहेंगे.

“किताबें पढ़िए” तरह-तरह की किताबें..!!

_ किताबें आपको बेहतर बनाती हैं, आपके सोचने का ढंग बदलती हैं.

_ पढ़ने की आदत के बाद कोई आपको बरगला नहीं सकता,

_ आप उसकी कही बात को तुरंत पकड़ सकते हैं,,

_ कि वो गलत कह रहा है या सही..इसलिए खूब पढ़िए…

_ शुरूआत एक किताब से कीजिए और उसे हमेशा अपने साथ रखिए और उसे पूरा पढ़िए,

_ चाहे उसे पढ़ने में एक महीना या दो महीने लगें..

_ फिर देखिए.. आपके अंदर कैसा बदलाव होता है…

_ जो लोग अच्छा लिखना चाहते हैं, उनके लिए तो किताबें बहुत जरूरी हैं..

_ क्योंकि किताबों से आपके पास नए शब्द आते हैं और नए आइडिया आते हैं..

_ मेरे साथ तो अकसर ऐसा होता है कि कोई किताब पढ़ते हुए कुछ नया दिमाग में आ जाता है,

..फिर लिखने बैठ जाता हूं.!!

किताबों के साथ कई तरह के अनुभव हो सकते हैं.

_ कुछ लोगों को किताबें पढ़ने से शांति और सुकून मिलता है,

_ जबकि दूसरों को नई जानकारी और ज्ञान प्राप्त करने का अवसर मिलता है.

_ किताबें हमें नए विचारों, दृष्टिकोणों और संस्कृतियों से परिचित कराती हैं.

_ वे हमें अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित कर सकती हैं और हमारी सोच को विस्तारित कर सकती हैं.

_ किताबें पढ़ने से हमारी कल्पनाशक्ति और संवेदनशीलता भी बढ़ सकती है.

_वे हमें दूसरों के दृष्टिकोण से दुनिया को देखने का अवसर प्रदान करती हैं..

_ और हमें अधिक सहानुभूतिपूर्ण और समझदार व्यक्ति बना सकती हैं.!!

मैंने जीवन में कई किताबें पढ़ी हैं, लेकिन मैंने उनमें से अधिकांश जानकारी याद नहीं रखी.. तो फिर इतनी सारी किताबें पढ़ने का क्या लाभ है ?

_ एक दिन, एक छात्र ने अपने प्रोफेसर से यही सवाल पूछा.

_ प्रोफेसर चुप रहे और उस दिन कोई उत्तर नहीं दिया.

_ कुछ दिनों बाद, छात्र और प्रोफेसर एक नदी के किनारे मिले.

_ प्रोफेसर ने छात्र को छेदों वाला एक बर्तन दिखाया और कहा, “आओ, इस बर्तन से नदी से पानी लाते हैं.”

_ छात्र ने बर्तन देखा, जिसमें कई छेद थे..

_ उसने सोचा कि यह बेकार की बात है, क्योंकि इस बर्तन से पानी लाना असंभव है.

_लेकिन वह अपने प्रोफेसर की बात को टाल नहीं सका, इसलिए उसने बर्तन उठाया और नदी की ओर दौड़ा.

_ उसने बर्तन में पानी भरा और वापस लाने की कोशिश की, लेकिन कुछ ही कदम चलने के बाद पानी छेदों से रिसकर बाहर गिर गया.

_ उसने कई बार प्रयास किया लेकिन हर बार असफल रहा और निराश हो गया.

_ आखिरकार, वह अपने प्रोफेसर के पास लौटा और बोला, “मैं असफल हो गया.

_ मैं इस बर्तन में पानी नहीं ला सका.

_ यह मेरे लिए असंभव है, कृपया मुझे क्षमा करें.”

_ प्रोफेसर मीठा-सा मुस्कराए और बोले, “तुम असफल नहीं हुए.

_ जरा बर्तन को देखो; यह अब साफ हो गया है.

_ यह एक नए बर्तन की तरह चमक रहा है.

_ जब भी पानी छेदों से बाहर गिरा, उसने बर्तन के अंदर की सारी गंदगी साफ कर दी.

_ यही बात तुम्हारे साथ भी होती है.

_ जब तुम एक किताब पढ़ते हो, तो तुम्हारा मन उस छेदों वाले बर्तन की तरह होता है, और किताब की जानकारी पानी की तरह.

_ जब तुम कोई किताब पढ़ते हो, तो तुम्हें सब कुछ याद नहीं रहता..

_ लेकिन क्या हर चीज़ याद रखना जरूरी है ? नहीं, क्योंकि किताबें पढ़ने से तुम्हें नए विचार, ज्ञान, भावनाएँ, अनुभूतियाँ और सत्य मिलते हैं, जो तुम्हारे मन को शुद्ध कर देते हैं.

_ हर बार जब तुम कोई किताब पढ़ते हो, तो तुम्हारे भीतर एक आत्मिक परिवर्तन होता है, और तुम एक नए व्यक्ति के रूप में जन्म लेते हो.

_ यही किताबें पढ़ने का असली उद्देश्य है.”

Copied

सभी अच्छी पुस्तकों को पढ़ना, पिछली शताब्दियों के बेहतरीन दिमागों के साथ बातचीत करने जैसा है. – Immanuel Kant
जीवन एक गहरी किताब की तरह है, केवल वो लोग जो इसे पढ़ने की कोशिश करते हैं, वे इसका अर्थ समझ सकते हैं ! – Alan Moore
पढ़ना यात्रा है, यात्रा से आँखें खुलती हैं; पढ़ने से दिमाग खुलता है. – राहुल सांकृत्यायन
जब तक मेरे पास पढ़ने के लिए किताबें हैं,

_ तब तक मुझे यकीन है कि जिंदगी अपना रुख़ जरुर बदलेगी. -अक्षत दवे

“अपना कीमती समय किताबें पढने में लगाएं. _इससे आपको वह सब जानने में आसानी हो जाएगी जो इन किताबों को लिखने वाले बड़ी मुश्किल से जान पाये थे.” ~ सुकरात
“मुझे आश्चर्य है, जब किताब बंद हो तो उसमें क्या है ? ओह, मुझे पता है कि यह कागज पर छपे अक्षरों से भरा है, लेकिन फिर भी, कुछ न कुछ घटित हो रहा होगा,

_क्योंकि जैसे ही मैं इसे खोलता हूं, वहां उन लोगों के साथ एक पूरी कहानी होती है _जिन्हें मैं अभी तक नहीं जानता हूं.” – Michael Ende

“अच्छी किताबें उन भावनाओं पर उंगली उठाती हैं जो गहराई से हमारी अपनी हैं – लेकिन जिनका वर्णन हम कभी भी अपने आप नहीं कर सकते.”- Alain de Botton
“किताबों ने ही मुझे आजाद होने का अनुभव कराया, मैं उन्हें एक ऐसी चीज के रूप में देखता हूं जो मेरी रक्षा करेगी, यह मुझे उन चीजों से बचाएगा जो मुझे लगता है कि खतरनाक हैं.

_मैं अब भी यही सोचता हूं; पैसा होने से, सफल होने से कोई फर्क नहीं पड़ता ; _ इसलिए शुरू से ही, अगर मुझे किसी तरह से चोट लगती थी, तो मैं एक किताब लेता था – जिसे खरीदना मेरे लिए तब बहुत मुश्किल था जब मैं छोटा था – और मैं पहाड़ियों पर चला जाता था, और इस तरह मैं मेरे दुख को शांत करूंगा.” – Jeanette Winterson

“लेखन एक व्यक्ति को भौतिक वास्तविकता और उनके दिमाग की आंतरिक कार्यप्रणाली दोनों का पता लगाने की अनुमति देता है. _ लेखन हमें अपनी अचेतनता के संपर्क में लाता है. _ उद्देश्यपूर्ण ढंग से लिखना, आत्म-निरीक्षण की श्वेत ऊष्मा को लागू करना, स्वयं को बदलने का कार्य कर सकता है. _लेखन पर्याप्त संकल्प वाले व्यक्ति को अपने मूल संविधान को त्यागने, अपने दिमाग को अधिक लचीला बनाने की अनुमति देता है. -Kilroy J. Oldster,
“अच्छी किताबों के मामले में, मुद्दा यह नहीं है कि आप उनमें से कितनी तक पहुँच सकते हैं, बल्कि यह है कि _कितनी आप तक पहुँच सकती हैं.”- Mortimer Adler
“किसी के घर में मैं सबसे पहले जिस स्थान पर जाता हूं _वह उनकी किताबों की अलमारियां होती हैं; – आप ठीक-ठीक बता सकते हैं कि वे कौन हैं.” ― Jane Green
“जब हम किसी के घर जाते हैं, तो उनकी किताबों की अलमारियों को देखने से बेहतर क्या हो सकता है ?”-Jeanette Winterson
“मैं अक्सर सोचता हूं कि अगर दुनिया में किताबें न होतीं तो मैं क्या करता.” -James A. Baldwin
यदि आप कोई नया विचार चाहते हैं, तो एक पुरानी किताब पढ़ें. – Ivan Pavlov
“किताब पढ़ना ज़रूरी है, लेकिन किताब को पकड़ना भी ज़रूरी है, किताब की गंध लेना भी… यह इत्र है, यह धूप है, यह मिस्र की धूल है.”

“किताबों को इत्र की तरह सूँघो और किताबों को अपने सिर पर टोपी की तरह पहनो.”

“जादू केवल इस बात में है कि किताबें क्या कहती हैं, कैसे उन्होंने ब्रह्मांड के टुकड़ों को हमारे लिए एक परिधान में पिरोया.” -Ray Bradbury

— किताबों ने कहा हमें पढ़ो ताकि तुम्हारे भीतर चीजों को बदलने की बेचैनी पैदा हो सके. – Mangalesh Dabral
“मेरे कमरे को सजाने की तमन्ना है तुम्हें, मेरे कमरे में किताबों के सिवा कुछ भी नहीं.” -जौन एलिया
“जिनके घर किताबों से भरी अलमारियाँ हैं, _ उनसे ज्यादा रईस कोई नहीं.” -मैत्रेयी पुष्पा
“एक पुस्तक हमारे अंदर जमे हुए समुद्र के लिए एक कुल्हाड़ी की तरह है.” – Franz Kafka

“बहुत सी किताबें स्वयं के महल में महत्वपूर्ण कक्ष की चाबी की तरह है.” – Franz Kafka

जो कुछ पुस्तकों से भी प्राप्त नहीं होता, वह यात्राओं से स्पष्ट हो जाता है. – आदर्श भूषण
मुझमें जो कुछ भी अच्छा है उसका श्रेय किताबों को दिया जाना चाहिए. – Maxim Gorky

Everything which is good in me should be credited to books. – Maxim Gorky

किताबें पढ़ते रहें, लेकिन याद रखें कि किताब सिर्फ किताब ही होती है, और आपको अपने बारे में सोचना सीखना चाहिए. – Maxim Gorky

Keep reading books, but remember that a book’s only a book, and you should learn to think for yourself. – Maxim Gorky

“किताबें आत्मा का दर्पण हैं.” – Virginia Woolf

“Books are the mirrors of the soul.” – Virginia Woolf

“किताबों के बिना एक कमरा आत्मा के बिना शरीर के समान है.” ― Cicero

“A room without books is like a body without a soul.” ― Cicero

“साहित्य मेरा स्वप्नलोक है” – Helen Keller

“Literature is my Utopia” – Helen Keller

“अगर उचित पठन सामग्री दी जाए तो मैं अपने दम पर अच्छी तरह से जीवित रह सकता हूं.” -Sarah J. Maas

“I can survive well enough on my own – if given the proper reading material.” – Sarah J. Maas

“मैं सोफे पर लेटा हुआ एक किताब पढ़ते हुए असीम रूप से जीवंत महसूस कर सकता हूं.” ― Benedict Cumberbatch

“I can feel infinitely alive curled up on the sofa reading a book.” ― Benedict Cumberbatch

“मैं हमेशा अपनी जेब में दो किताबें रखता था, एक पढ़ने के लिए, एक लिखने के लिए.” ― Robert Louis Stevenson

“I kept always two books in my pocket, one to read, one to write in.” ― Robert Louis Stevenson

“मेरे पूरे जीवन में, मेरी पसंदीदा गतिविधि पढ़ना थी. यह सर्वाधिक सामाजिक शगल नहीं है” ― Audrey Hepburn

“For my whole life, my favorite activity was reading. It’s not the most social pastime.” ― Audrey Hepburn

“मैं घोषणा करता हूं कि पढ़ने जैसा कोई आनंद नहीं है ! कोई किताब की तुलना में किसी भी चीज़ से कितनी जल्दी थक जाता है ! -जब मेरे पास अपना खुद का घर है, अगर मेरे पास एक उत्कृष्ट पुस्तकालय नहीं है तो मैं दुखी हो जाऊंगा.

“अगर कोई किताब अच्छी तरह से लिखी गई है, तो मुझे वह हमेशा बहुत छोटी लगती है”- Jane Austen

“I declare after all there is no enjoyment like reading ! How much sooner one tires of any thing than of a book ! — When I have a house of my own, I shall be miserable if I have not an excellent library.”

“If a book is well written, I always find it too short.” ― Jane Austen

“मुझे लगता है कि किताबें लोगों की तरह हैं, इस अर्थ में कि वे आपके जीवन में तब आएंगी जब आपको उनकी सबसे अधिक आवश्यकता होगी” ― Emma Thompson

“I think books are like people, in the sense that they’ll turn up in your life when you most need them.” ― Emma Thompson

“मुझे पाठकों का एक परिवार दिखाओ, और मैं तुम्हें वे लोग दिखाऊंगा जो दुनिया को हिलाते हैं.” ― Napoléon Bonaparte

“Show me a family of readers, and I will show you the people who move the world.” ― Napoléon Bonaparte

“मैंने हमेशा सोचा है कि एक अच्छी किताब या तो आपके बारे में जानने के लिए अंदर की ओर प्रवेश बिंदु होनी चाहिए, या आपके लिए नई दुनिया के लिए खुलने का दरवाजा होना चाहिए.” ― Taylor Jenkins Reid

“I’ve always thought that a good book should be either the entry point inward, to learn about yourself, or a door outward, to open you up to new worlds.” ― Taylor Jenkins Reid

“मैं बहुत कुछ पढ़ रही हूं और खुद को कई नए विचारों से परिचित करा रही हूं. _ऐसा महसूस होता है कि मेरे मस्तिष्क की रसायन शास्त्र और संरचना कभी-कभी इतनी तेजी से बदल रही है,” ― Emma Watson

“I’m reading so much and exposing myself to so many new ideas. It almost feels like the chemistry and the structure of my brain is changing so rapidly sometimes,” ― Emma Watson

“मुझे लगता है कि कभी भी पर्याप्त किताबें नहीं होतीं” ― John Steinbeck

“I guess there are never enough books.” ― John Steinbeck

“आज जो ज्ञान प्राप्त करेगा, भविष्य में वही नेतृत्व करेगा.” ― Margaret Fuller

“Today a reader, tomorrow a leader.” ― Margaret Fuller

“अगर हमारा सामना किसी दुर्लभ बुद्धि वाले व्यक्ति से हो तो हमें उससे पूछना चाहिए कि वह कौन सी किताबें पढ़ता है.” ― Ralph Waldo Emerson

“If we encounter a man of rare intellect, we should ask him what books he reads.” ― Ralph Waldo Emerson

“पढ़ना सीखना आग जलाना है; प्रत्येक शब्दांश जिसका उच्चारण किया जाता है वह एक चिंगारी है.” – Victor Hugo

“To learn to read is to light a fire; every syllable that is spelled out is a spark.” ― Victor Hugo

“कुछ किताबें इतनी परिचित हैं कि उन्हें पढ़ना फिर से घर लौटने जैसा है.” – Louisa May Alcott

“Some books are so familiar that reading them is like being home again.” – Louisa May Alcott

“पढ़ना पलायन है, और पलायन के विपरीत है; यह चीजों को बनाने के एक दिन के बाद वास्तविकता से संपर्क बनाने का एक तरीका है, और यह एक दिन के बाद किसी और की कल्पना के साथ संपर्क बनाने का एक तरीका है जो बहुत वास्तविक है. ― Nora Ephron

“Reading is escape, and the opposite of escape; it’s a way to make contact with reality after a day of making things up, and it’s a way of making contact with someone else’s imagination after a day that’s all too real.” ― Nora Ephron

“उन लोगों के लिए जो वास्तव में लोगों का अध्ययन करना पसंद करते हैं, उनके लिए कथा साहित्य के किसी भी अन्य रूप की तुलना में अधिक दिलचस्प होने का कारण यह है कि कथा साहित्य में लेखक वास्तव में खुद को अपमानित किए बिना सच बता सकता है.” ― Eleanor Roosevelt

“The reason that fiction is more interesting than any other form of literature, to those who really like to study people, is that in fiction the author can really tell the truth without humiliating himself.” ― Eleanor Roosevelt

“पढ़ना एकमात्र साधन है जिसके द्वारा हम अनजाने में, अक्सर असहाय रूप से, दूसरे की त्वचा, दूसरे की आवाज़, दूसरे की आत्मा में फिसल जाते हैं.” ― Joyce Carol Oates

“Reading is the sole means by which we slip, involuntarily, often helplessly, into another’s skin, another’s voice, another’s soul.” ― Joyce Carol Oates

“यह सभी साहित्य की सुंदरता का हिस्सा है. _आपको पता चलता है कि आपकी लालसाएँ सार्वभौमिक लालसाएँ हैं, आप अकेले नहीं हैं और किसी से अलग नहीं हैं. आप हैं” ― F. Scott Fitzgerald

“That is part of the beauty of all literature. You discover that your longings are universal longings, that you’re not lonely and isolated from anyone. You belong.” ― F. Scott Fitzgerald

“पढ़ना मस्तिष्क को केवल ज्ञान की सामग्री प्रदान करता है; यह सोच ही है जो हम जो पढ़ते हैं उसे अपना बना लेती है.” – John Locke

“Reading furnishes the mind only with materials of knowledge; it is thinking that makes what we read ours.” – John Locke

“सभी अच्छी किताबें पढ़ना पिछली शताब्दियों के बेहतरीन (लोगों) के साथ बातचीत करने जैसा है.” – René Descartes

“The reading of all good books is like conversation with the finest (people) of the past centuries.” ― René Descartes

“दुख के समय और खुशी के समय में किताबें अच्छी संगति होती हैं, क्योंकि किताबें ही लोग हैं – वे लोग जो किताबों के आवरणों के बीच छिपकर जीवित रहने में कामयाब रहे हैं.” ― E.B. White

“Books are good company, in sad times and happy times, for books are people – people who have managed to stay alive by hiding between the covers of a book.” ― E.B. White

“आप ज्यादातर चीजें देखकर सीखेंगे, लेकिन पढ़ने से समझ मिलती है. पढ़ने से आप स्वतंत्र हो जायेंगे.” ― Paul Rand

“You will learn most things by looking, but reading gives understanding. Reading will make you free.” ― Paul Rand

“पहले सबसे अच्छी किताबें पढ़ें, अन्यथा आपको उन्हें पढ़ने का मौका ही नहीं मिलेगा.” – Henry David Thoreau

“Read the best books first, or you may not have a chance to read them at all.” ― Henry David Thoreau

“अच्छी किताबों के मामले में, मुद्दा यह नहीं है कि आप उनमें से कितनी तक पहुँच सकते हैं, बल्कि यह है कि कितनी आप तक पहुँच सकती हैं.” ― Mortimer J. Adler

“In the case of good books, the point is not to see how many of them you can get through, but rather how many can get through to you.” ― Mortimer J. Adler

एक उत्सुक आदमी जो किताब पढ़ना चाहता है और एक थका हुआ आदमी जो पढ़ने के लिए किताब चाहता है, के बीच बहुत अंतर है. – Gilbert K. Chesterton

There is a great deal of difference between an eager man who wants to read a book and the tired man who wants a book to read. – Gilbert K. Chesterton

“जितना अधिक आप पढ़ेंगे, उतनी अधिक चीजें आप जानेंगे. _जितना अधिक आप सीखेंगे, उतनी अधिक जगहों पर आप जाएंगे,” ― Dr. Seuss

“The more that you read, the more things you will know. The more that you learn, the more places you’ll go,” ― Dr. Seuss

“किताब एक ऐसा उपहार है जिसे आप बार-बार खोल सकते हैं.” – Garrison Keillor

“A book is a gift you can open again and again.” – Garrison Keillor

“पढ़ना वह प्रवेश द्वार कौशल है जो अन्य सभी सीखने को संभव बनाता है,” ― Barack Obama

“Reading is the gateway skill that makes all other learning possible,” ― Barack Obama

“कभी भी किसी ऐसे व्यक्ति पर भरोसा न करें जो अपने साथ किताब नहीं लाया है.”

― Lemony Snicket

“Never trust anyone who has not brought a book with them.” ― Lemony Snicket

“किताब जितना वफादार कोई दोस्त नहीं है” – Ernest Hemingway

“There is no friend as loyal as a book.”― Ernest Hemingway

“पढ़ना हर जगह के लिए डिस्काउंट टिकट है.” ― Mary Schmich

“Reading is a discount ticket to everywhere.” ― Mary Schmich

“किताबें एक विशिष्ट पोर्टेबल जादू हैं.” – Stephen King

“Books are a uniquely portable magic.” – Stephen King

“मन के लिए पढ़ना वही है जो शरीर के लिए व्यायाम है.” ― Joseph Addison[

“Reading is to the mind what exercise is to the body.” ― Joseph Addison

“पढ़ना मत छोड़ो, जितना अधिक अभ्यास करोगे उतना आसान हो जाएगा.” ― unknown

“Don’t give up reading, the more you practice, the easier it will get.” ― unknown

हर किसी के अंदर एक किताब होती है – लेकिन जब तक आप उसे बाहर नहीं निकालते तब तक उसका कोई फायदा नहीं होता. – Jodi Picoult

Everyone has a book inside of them – but it doesn’t do any good until you pry it out. – Jodi Picoult

आज आप कहां हैं और आज से पांच साल बाद आप कहां होंगे, इसके बीच का अंतर आपके द्वारा पढ़ी गई किताबों की गुणवत्ता में पाया जाएगा. -Jim Rohn

The difference between where you are today and where you’ll be five years from now will be found in the quality of books you’ve read. – Jim Rohn

मैं अपनी पत्रिकाओं के लिए इतना पैसा क्यों खर्च करता हूं इसका कारण यह है कि मुझ पर उनमें डालने के लिए कुछ मूल्यवान खोजने का दबाव डाला जाता है. – Jim Rohn

The reason why I spend so much money for my journals is to press me to find something valuable to put in them. – Jim Rohn

अगर आप टॉप शेल्फ लाइफ जीना चाहते हैं तो आपको पढ़ी गई किताबों पर कायम रहना होगा. कभी भी सीखना बंद न करें, कभी भी बढ़ना बंद न करें. – Jim Rohn

If you want to live a top shelf life then you need to stand on the books you have read. Never stop learning, never stop growing.- Jim Rohn

क्या मुझे लगता है कि मृत्यु के बाद भी जीवन है ? नहीं, मुझे लगता है कि मेरी किताबें मृत्यु के बाद मेरा जीवन हैं. – May Sarton

Do I think there’s life after death ? No, I think my books are my life after death. – May Sarton

सभी चीजों में से मुझे किताबें सबसे ज्यादा पसंद आईं. मेरे पिता के पास एक बड़ी लाइब्रेरी थी और जब भी मैं इसका प्रबंधन कर पाता, पढ़ने के अपने शौक को पूरा करने की कोशिश करता. – Nikola Tesla

Of all things I liked books best. My father had a large library and whenever I could manage I tried to satisfy my passion for reading. – Nikola Tesla

Quotes by Carl Sagan on books :–

यदि मैं एक सप्ताह में एक पुस्तक समाप्त कर दूं, तो मैं अपने जीवनकाल में केवल कुछ हजार पुस्तकें ही पढ़ूंगा, जो हमारे समय के महानतम पुस्तकालयों की सामग्री का लगभग दसवां हिस्सा है. ट्रिक यह जानना है कि कौन सी किताबें पढ़नी हैं. -Carl Sagan

If I finish a book a week, I will read only a few thousand books in my lifetime, about a tenth of a percent of the contents of the greatest libraries of our time. – Carl Sagan

पुस्तकालय हमें उस अंतर्दृष्टि और ज्ञान से जोड़ता है, जो प्रकृति से बड़े कष्ट से प्राप्त किया गया है, अब तक के सबसे महान दिमागों से, सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों से, जो पूरे ग्रह से और हमारे पूरे इतिहास से लिए गए हैं, जो हमें बिना थके निर्देश देते हैं और हमें प्रेरित करते हैं. मानव प्रजाति के सामूहिक ज्ञान में अपना योगदान दें.

The library connects us with the insight and knowledge, painfully extracted from Nature, of the greatest minds that ever were, with the best teachers, drawn from the entire planet and from all our history, to instruct us without tiring, and to inspire us to make our own contribution to the collective knowledge of the human species.

लेखन संभवतः मानव आविष्कारों में सबसे महान है, जो उन लोगों को एक साथ बांधता है जो कभी एक-दूसरे को नहीं जानते थे, दूर के युग के नागरिक.

किताबें समय के बंधनों को तोड़ देती हैं. एक किताब इस बात का प्रमाण है कि मनुष्य जादू करने में सक्षम हैं.

Writing is perhaps the greatest of human inventions, binding together people who never knew each other, citizens of distant epochs.

Books break the shackles of time. A book is proof that humans are capable of magic.

एक पुस्तक पर एक नज़र और आप किसी अन्य व्यक्ति की आवाज़ सुनते हैं, शायद 1,000 साल पहले किसी मृत व्यक्ति की.

पढ़ना समय की यात्रा करना है.

One glance at a book and you hear the voice of another person, perhaps someone dead for 1,000 years.

To read is to voyage through time.

किताब कितनी आश्चर्यजनक चीज़ है. यह पेड़ से बनी एक चपटी वस्तु है जिसके लचीले हिस्से हैं जिन पर बहुत सी अजीब काली रेखाएँ अंकित हैं.

_लेकिन इस पर एक नजर डालने पर आप किसी दूसरे व्यक्ति के दिमाग में आ जाते हैं, शायद कोई हजारों साल पहले मर चुका हो.

…किताबें समय की बेड़ियाँ तोड़ देती हैं.

एक किताब इस बात का प्रमाण है कि मनुष्य जादू करने में सक्षम हैं.

What an astonishing thing a book is. It’s a flat object made from a tree with flexible parts on which are imprinted lots of funny dark squiggles.

But one glance at it and you’re inside the mind of another person, maybe somebody dead for thousands of years.

… Books break the shackles of time.

A book is proof that humans are capable of working magic.

किताबें समय की बेड़ियाँ तोड़ती हैं, यह सबूत देती हैं कि मनुष्य जादू कर सकता है.

Books break the shackles of time, proof that humans can work magic.

किताबें बीज की तरह होती हैं. वे सदियों तक निष्क्रिय रह सकते हैं और फिर सबसे अप्रभावी मिट्टी में खिल सकते हैं.

Books are like seeds. They can lie dormant for centuries and then flower in the most unpromising soil.

भविष्य के प्रति हमारी चिंता का परीक्षण इस बात से किया जा सकता है कि हम अपने पुस्तकालयों का कितना अच्छा समर्थन करते हैं.

Our concern for the future can be tested by how well we support our libraries.

किताब कितनी आश्चर्यजनक चीज़ है.

What an astonishing thing a book is.

Quotes by Alberto Manguel on books :–

प्रत्येक पुस्तक अपने आप में एक दुनिया थी, और उसमें मैंने शरण ली.

Each book was a world unto itself, and in it I took refuge.

मैं किताबों के बीच रहना चाहता था.

I wanted to live among books.

जिंदगी इसलिए हुई क्योंकि मैंने पन्ने पलटे.

Life happened because I turned the pages.

इसमें पढ़कर कोई भी व्यक्ति किसी स्थान को बदल सकता है.

One can transform a place by reading in it.

किताबें खोलना एक रहस्योद्घाटन गतिविधि है.

Unpacking books is a revelatory activity.

एक किताब अप्रत्याशित रूप से दूसरी किताब को बुलाती है, विभिन्न संस्कृतियों और सदियों के बीच गठजोड़ बनाती है.

One book calls to another unexpectedly, creating alliances across different cultures and centuries.

पुस्तकालयों के प्रति प्रेम, अधिकांश प्रेमों की तरह, सीखना चाहिए.

The love of libraries, like most loves, must be learned.

पुस्तकालय में कोई भी खाली शेल्फ अधिक समय तक खाली नहीं रहती.

In a library, no empty shelf remains empty for long.

एक किताब पाठक के सामने अपना इतिहास लेकर आती है.

A book brings its own history to the reader.

प्रत्येक पाठक एक निश्चित पुस्तक के लिए मामूली अमरता सुनिश्चित करने के लिए मौजूद रहता है. इस अर्थ में पढ़ना पुनर्जन्म का एक अनुष्ठान है.

Every reader exists to ensure for a certain book a modest immortality. Reading is, in this sense, a ritual of rebirth.

मेरी किसी भी किताब के किसी भी पन्ने में दुनिया के मेरे गुप्त अनुभव का एक आदर्श विवरण हो सकता है.

In any of my pages in any of my books may life a perfect account of my secret experience of the world.

मैंने अपने पढ़ने के बारे में कभी किसी से बात नहीं की; साझा करने की आवश्यकता बाद में आई.

I never talked to anyone about my reading; the need to share came afterwords.

मैं हमेशा से जानता था कि मैं किताबों के साथ रहना चाहता हूँ, यहाँ तक कि एक बच्चे के रूप में भी, क्योंकि हम बहुत यात्राएँ करते थे. घर वह किताब थी जिसके पास मैं हर शाम वापस आता था.

I always knew that I wanted to live with books, even as a child, because we traveled a lot. Home was the book to which I came back every evening.

मुझे याद है, एक बच्चे के रूप में, यह न जानने का भ्रम था कि वह कौन सी जगह है जहाँ मुझे रात बितानी थी: एक बच्चे के लिए यह एक बेचैन करने वाला अनुभव है. और मैं जल्दी से अपनी किताबें खोलता और उस किताब पर वापस जाता जिसे मैं अच्छी तरह से जानता था और सुनिश्चित करता कि उसमें वही पाठ और वही चित्र हों.

I remember, as a child, the confusion of not knowing what this place was where I was supposed to spend the night: it’s a disquieting experience for a child. And what I would do was quickly unpack my books and go back to a book I knew well and make sure the same text and the same illustrations were there.

मैं जानता हूं कि जब मैं अपनी किताबें छोड़ देता हूं तो कुछ खत्म हो जाता है और मेरी यादें शोकपूर्ण पुरानी यादों के साथ उनके पास लौटती रहती हैं.

I know that something dies when i give up my books, and that my memory keeps going back to them with mournful nostalgia.

हमारी किताबें हमारे पक्ष या विपक्ष में गवाही देंगी, हमारी किताबें दर्शाती हैं कि हम कौन हैं, हमारी किताबें जीवन की किताब से हमें दिए गए पन्नों का हिस्सा रखती हैं. जिन किताबों को हम अपनी कहते हैं, उन्हीं से हमारा मूल्यांकन किया जाएगा.

Our books will bear witness for or against us, our books reflect who we are and who we have been, our books hold the share of pages granted to us from the Book of Life. By the books we call ours we will be judged.

मैं समझ सकता हूं कि ऐसे लोग भी हैं जो शब्दों के बिना दुनिया के बारे में सोच सकते हैं और उसकी कल्पना कर सकते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि एक बार जब आपको ऐसे शब्द मिल जाते हैं जो आपके अनुभव को नाम देते हैं, तो अचानक वह अनुभव जमीनी हो जाता है, और आप इसका उपयोग कर सकते हैं और इसे समझने की कोशिश कर सकते हैं.

I can understand that there are those who can think and imagine the world without words, but I think that once you find the words that name your experience, then suddenly that experience becomes grounded, and you can use it and you can try to understand it.

जिन किताबों को मैंने नहीं पढ़ा है और शायद कभी नहीं पढ़ूंगा, उनके बारे में मेरे मन में कोई अपराध बोध नहीं है; मैं जानता हूं कि मेरी किताबों में असीमित धैर्य है. वे मेरे दिनों के अंत तक मेरी प्रतीक्षा करेंगे.

I have no feelings of guilt regarding the books I have not read and perhaps will never read; I know that my books have unlimited patience. They will wait for me till the end of my days.

पुरानी किताबें जिन्हें हम जानते हैं लेकिन हमारे पास नहीं हैं, वे हमारे रास्ते में आती हैं और खुद को हमारे पास आमंत्रित करती हैं.

नई-नई किताबें लुभावने शीर्षकों और लुभावने आवरणों से हमें प्रतिदिन लुभाने की कोशिश करती हैं.

Old books that we have known but not possessed cross our path and invite themselves over.

New books try to seduce us daily with tempting titles and tantalizing covers.

यह कहना कि एक लेखक एक पाठक है या एक पाठक एक लेखक है, किसी किताब को एक इंसान के रूप में देखना या एक इंसान को एक किताब के रूप में देखना, दुनिया को पाठ के रूप में वर्णित करना या एक पाठ को दुनिया के रूप में वर्णित करना, पाठक शिल्प का नामकरण करने के तरीके हैं.

To say that an author is a reader or a reader an author, to see a book as a human being or a human being a book, to describe the world as text or a text as the world, are ways of naming the readers craft.

शब्दों का पाचन भी; मैं पाठ का बेहतर स्वाद लेने के लिए अक्सर पुस्तकालय में अपने लेखन कोने में खुद को जोर से पढ़ता हूं, जहां कोई मुझे सुन नहीं सकता है, ताकि इसे और अधिक मेरा बना सकूं.

Digestion of words as well; I often read aloud to myself in my writing corner in the library, where no one can hear me, for the sake of better savouring the text, so as to make it all the more mine.

आज सुबह मैंने अपनी अलमारियों पर रखी किताबों को देखा और सोचा कि उन्हें मेरे अस्तित्व के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

उनमें जान आ जाती है क्योंकि मैं उन्हें खोलता हूँ और उनके पन्ने पलटता हूँ, और फिर भी वे नहीं जानते कि मैं उनका पाठक हूँ.

This morning I looked at the books on my shelves and thought that they have no knowledge of my existence.

They come to life because I open them and turn their pages, and yet they don’t know that I am their reader.

मैंने जल्दी ही जान लिया कि पढ़ना संचयी है और ज्यामितीय प्रगति से आगे बढ़ता है: प्रत्येक नया पढ़ना पाठक द्वारा पहले पढ़ी गई बातों पर आधारित होता है.

I quickly learned that reading is cumulative and proceeds by geometrical progression: each new reading builds upon whatever the reader has read before.

अलग-अलग समय पर और अलग-अलग जगहों पर मैं यह अपेक्षा करता आया हूं कि कुछ किताबें एक निश्चित तरीके से दिखें, और, जैसा कि सभी फैशन में होता है, ये बदलती विशेषताएं किसी किताब की परिभाषा पर एक सटीक गुणवत्ता तय करती हैं.

मैं किसी पुस्तक का मूल्यांकन उसके आवरण से करता हूँ; मैं किसी किताब को उसके आकार से आंकता हूं.

At different times and in different places I have come to expect certain books to look a certain way, and, as in all fashions, these changing features fix a precise quality onto a book’s definition.

I judge a book by its cover; I judge a book by its shape.

मेरी किताबों में उनके कवर के बीच हर वह कहानी है जो मैंने कभी जानी है और अभी भी याद है, या अब भूल गया हूं, या शायद एक दिन पढ़ूंगा; वे मेरे आस-पास की जगह को प्राचीन और नई आवाजों से भर देते हैं.

My books hold between their covers every story I’ve ever known and still remember, or have now forgotten, or may one day read; they fill the space around me with ancient and new voices.

मेरी मूर्खतापूर्ण युवावस्था में, जब मेरे दोस्त इंजीनियरिंग और कानून, वित्त और राष्ट्रीय राजनीति के क्षेत्र में वीरतापूर्ण कार्यों का सपना देख रहे थे, मैंने एक लाइब्रेरियन बनने का सपना देखा था.

In my fool hardy youth, when my friends were dreaming of heroic deeds in the realms of engineering and law, finance and national politics, I dreamt of becoming a librarian.

हम उन पुस्तकों की कल्पना कर सकते हैं जिन्हें हम पढ़ना चाहेंगे, भले ही वे अभी तक लिखी न गई हों, और हम उन पुस्तकों से भरे पुस्तकालयों की कल्पना कर सकते हैं जिन्हें हम अपने पास रखना चाहेंगे, भले ही वे हमारी पहुंच से बहुत दूर हों, क्योंकि हमें सपने देखने में आनंद आता है पुस्तकालय जो हमारी प्रत्येक रुचि और हमारी प्रत्येक कमज़ोरी को प्रतिबिंबित करता है – एक ऐसा पुस्तकालय जो अपनी विविधता और जटिलता में, हमारे पाठक को पूरी तरह से प्रतिबिंबित करता है.

We can imagine the books we’d like to read, even if they have not yet been written, and we can imagine libraries full of books we would like to possess, even if they are well beyond our reacher, because we enjoy dreaming up a library that reflects every one of our interests and every one of our foibles–a library that, in its variety and complexity, fully reflects the reader we are.

मुझे यह कल्पना करना अच्छा लगता है कि, मेरे आखिरी दिन के बाद, मेरी लाइब्रेरी और मैं एक साथ ढह जाएंगे, ताकि जब मैं नहीं रहूंगा तब भी मैं अपनी किताबों के साथ रहूंगा.

I like to imagine that, on the day after my last, my library and I will crumble together, so that even when I am no more I’ll still be with my books.

लेकिन रात में, जब पुस्तकालय के लैंप जलते हैं, तो बाहरी दुनिया गायब हो जाती है और किताबों के अलावा कुछ भी नहीं बचता है.

But at night, when the library lamps are lit, the outside world disappears and nothing but the space of books remains in existence.

शायद इसीलिए हम पढ़ते हैं, और क्यों अंधेरे के क्षणों में हम किताबों की ओर लौटते हैं: जो हम पहले से जानते हैं उसके लिए शब्द खोजने के लिए.

Maybe this is why we read, and why in moments of darkness we return to books: to find words for what we already know.

प्रकाश में हम दूसरों के आविष्कार पढ़ते हैं; अंधेरे में हम अपनी कहानियाँ गढ़ते हैं.

In the light, we read the inventions of others; in the darkness we invent our own stories.

किताबें हमारी पीड़ा को नहीं बदल सकती हैं, किताबें हमें बुराई से नहीं बचा सकती हैं, किताबें हमें नहीं बता सकती हैं कि क्या अच्छा है या क्या सुंदर है, और वे निश्चित रूप से हमें कब्र के सामान्य भाग्य से नहीं बचाएंगी.

लेकिन किताबें हमें असंख्य संभावनाएँ प्रदान करती हैं: परिवर्तन की संभावना, रोशनी की संभावना.

Books may not change our suffering, books may not protect us from evil, books may not tell us what is good or what is beautiful, and they will certainly not shield us from the common fate of the grave.

But books grant us myriad possibilities: the possibility of change, the possibility of illumination.

वह संसार जो एक पुस्तक है, एक पाठक द्वारा निगल लिया जाता है जो संसार के पाठ में एक अक्षर है; इस प्रकार पढ़ने की अनंतता के लिए एक गोलाकार रूपक बनाया जाता है; हम वही हैं जो हम पढ़ते हैं.

The world that is a book is devoured bya reader who is a letter in the world’s text; thus a circular metaphor is created for the endlessness of reading; We are what we read.

जब साहित्य की खोज होती है, एक रहस्योद्घाटन होता है: हर्षित, उल्लासपूर्ण ज्ञान कि कुछ भी हो सकता है.

When literature is discovered, a revelation occurs: the joyful, exultant knowledge that anything can happen.

Quotes by Oprah Winfrey on books :–

“मुझे पढ़ने के बारे में सबसे ज्यादा पसंद है: यह आपको ऊंचे स्तर तक पहुंचने की क्षमता देता है. _और चढ़ते रहो.” ― Oprah Winfrey

“What I love most about reading: It gives you the ability to reach higher ground. And keep climbing.” ― Oprah Winfrey

एक बच्चे के रूप में भी, मेरी यादें किताबों की हैं जो मुझे खुद से बाहर ले जाती हैं.

Even as a kid, my memories are of books taking me out of myself.

आपको अपने दिमाग को ऐसी पठन सामग्री, विचार और सुझाव देने चाहिए जो आपके लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलें.

You must feed your mind with reading material, thoughts, and ideas that open you to new possibilities.

मैं कल्पना नहीं कर सकता कि किताबों के बिना मैं वह व्यक्ति बन पाता जो मैं आज हूँ. किताबें आज़ादी का पर्याय बन गईं. उन्होंने दिखाया कि आप दरवाजे खोल सकते हैं और अंदर जा सकते हैं.

I can’t imagine I could have become the person I am now without books. Books became synonymous with freedom. They showed that you could open doors and walk through.

किताबों ने मुझे दिखाया कि जीवन में संभावनाएँ थीं, वास्तव में मेरे जैसे लोग एक ऐसी दुनिया में रह रहे थे जिसकी मैं न केवल आकांक्षा कर सकता था बल्कि उसे प्राप्त भी कर सकता था. पढ़ने से मुझे आशा मिली. मेरे लिए, यह खुला दरवाज़ा था.

Books showed me there were possibilities in life, that there were actually people like me living in a world I could not only aspire to but attain. Reading gave me hope. For me, it was the open door.

Krish

हमें सही आदमी से नफ़रत करनी ही पड़ेगी, दूर रहना ही पड़ेगा, कारण बनाने ही पड़ेंगे ; _ उसका जीवन यह बार-बार चीख-चीख कर याद दिला रहा है कि _ हमारा एक-एक पल झूठा है, और साथ ही आमंत्रित भी कर रहा है कि _ ” बदल सकता है सब “

_ कभी-कभी लोग यह उजागर करने की कोशिश करते हैं कि _आपके साथ क्या गलत है _ क्योंकि वे आपके बारे में जो कुछ भी सही है _ उसे संभाल नहीं सकते हैं.”

मैं क्या हूँ ये किसी को explain करने की क्या ही जरूरत है..स्वयँ को पता है इतना काफी है,

_ बाकी लोग अपने हिसाब से ही सोचेंगे.. जितनी उनकी बुद्धि और समझ होगी..!!

मैं अपने विचारों को स्पष्ट रखता हूँ, जिन्हें पसंद है अच्छी बात है

_ और जिन्हें नहीं पसंद है ..वो तो और भी अच्छी बात है..!!

विश्वास करो, मैं वह सब कुछ जानता हूँ,

_ जो आप सोचते हो कि, मैं नहीं जानता !!

यही बात कुछ लोगों को पसंद नहीं आई,

_ कम है लेकिन बहुत अच्छे से मेन्टेन रहता है.!!

सब ठीक है पर “मैं ठीक नहीं”,

_ सब मुझसे खुश हैं पर “मैं खुश नहीं”.!!

हम पुराने जख्म क्यों कुरेदते हैं, जब बाहर आ चुके हैं ईन सब से तो..!!
मन उस हिसाब का समझदार हो गया कि इसको लगता है गलती किसी की नहीं है, सब वक़्त का खेल है.!!
जो व्यक्ति आपसे नफरत करता है वह आम तौर पर तीन कारणों से आपसे नफरत करता है.

वे या तो आपको एक खतरे के रूप में देखते हैं, वे खुद से नफरत करते हैं, या वे आप जैसा बनना चाहते हैं.

Someone who hates you normally hates you for 3 reasons. They either see you as a threat, they hate themselves, or they want to be you.

मुझसे मिलने में कोई आपत्ति नहीं है.. लेकिन मैं आंखों के पर्दे में छुपी चालाकियां पहचान जाता हूं.!

_ मैं मुंह पर कुछ कह नहीं पाता ये बात अलग है.. लेकिन किस्मत के कोहरे में भी मैं काली लकीरें पहचान जाता हूं.!!

मैं कसम नहीं खाता और सच बोलता हूँ,

_ जैसे – “मेरी यही बात सच है” आप मुझ पर भरोसा करें, तब भी.. बात यही है..

_ न करें, तब भी बात तो यही है.

_ ‘मुझे जो कहना था, कह दिया’

_ मुझ पर भरोसा करना, नहीं करना.. आप पर निर्भर है,

_ लेकिन, मैं कोई कसम नहीं खाता, कभी नहीं.!!

कुछ लोग हमेशा बेवकूफी पर उतारूं रहेंगे, _लेकिन उन्हें समझाने की बजाय खुद को समझा लेना, _क्योंकि यही आसान भी रहेगा और बेहतर भी…!
इस ऊलजुलूल दुनियां में अपने आप को बचा के रखिए,

_ खुद से बढ़कर कुछ नहीं, खूब ख्याल रखिए अपना..!!

मैं अब अपने बारे में किसी को कुछ नहीं बताता,

_ जिसे जो समझना है समझे, जिसे साथ रहना है रहे, जाना है जाए..

_ यहाँ ऐसे लोग है जो दूसरो को खुश नहीं देख सकते भावनाओ से खेलते है..!!

अपना राजदार किसी को भी ना बनाएं,

_ क्योंकि आज के समय में कोई ख़ास ही पीठ में छुरा भी भोंकता है..!!

_ आप अपने राज अपने तक रखना शुरू कर दोगे, जब आपको एहसास हो जाएगा कि इस दुनिया में आपको अपने दुश्मनों से ज़्यादा… अपनों से संभल कर रहने की जरूरत है.!!

मुझमें आए बदलाव के लिए मुझे दोष देने से पहले..

.. ख़ुद से ये सवाल ज़रूर कर लेना..

_ कि आप के किस रवैये ने मुझे बदलने पे मजबूर किया ?

इन लम्हों की यादें संभाल कर रखना,

_ मैं याद तो आऊँगा मगर लौट के नहीं.!!

झांकती अब भी होंगी उनकी नज़र, मगर अब मैं उस गली से नहीं गुजरता.!!
जिसे अपनी कीमत पता है.._ वो समझौता नहीं करता..!!
बहुत से लोग मेरी लाइफ में ताक-झाँक करते हैं..

_ जबकि मैं इन लोगों में से किसी की लाइफ को नहीं ताकता हूं..!!

मैं आपके सवाल का उत्तर नहीं दे रहा हूँ,

_ अर्थात आप मेरे जवाब के लायक नहीं हैं..!!

_ जवाब उनकी हरकतों में था, मैं उनकी बातों में ढूंढ़ता रह गया !!

तमाशा होता है तो लोग खूब आते हैं देखने,

_ बात दर्द सुनने की थी ..हर शख़्स बहरा निकला..!!

उनसे कह दो ख़ुशी ज्यादा देर तक नहीं टिकती,

_मेरे दुखों पर बहुत मुस्कुरा रहे हैं कोई -कोई !!

मुझे समझने के लिए दिल की जरुरत है,

_ दिमाग लगा रहे हो तो दूर ही रहो !!

मेरी यादों से आप चले जाओ..

_ अब मुझे अच्छे लोगों की दरकार नहीं.!!

उन्होंने कहा _ आपसे मिल कर अच्छा लगा.!

_ मैंने कहा _ कुछ दिन रुको.. बुरा भी लगेगा..!!

मैं तो बुरा था, बुरा हूँ, बुरा ही रहूँगा..!

_ आप अच्छे हो ये जान के अच्छा लगा..!!

सब कुछ बताने के वाबजूद भी, आप मुझे ना समझे…

_ तो मेरा गलत होना ही सही है..!!

मुझको तो खैर पहुंचना था.. जहां तक पहुंचा,

_ जो मुझे रोक रहा था.. वो कहाँ तक पहुंचा.!!

अब मेरे पास ज्यादा समय नहीं बचा है..

_ ‘अब मैं नए हादसों के लिए तैयार नहीं हूं.’

अब मैं जैसा हूँ वैसे ही ठीक हूँ,

_ और अब किसी चमत्कार वश सब ठीक हो भी जाये, तो भी चाहिए किसे.!!

जब तक आप मुझे समझोगे..

_तब तक मै खुद को समझा चुका होऊंगा.!

मेरी बातें जब सुने थे तो हंसे थे आप, लेकिन अगर समझ गए तो हिल जायेंगे आप..!
आपको लगता है नसीब अच्छा है मेरा,

_ मगर आपको ये नहीं पता कि मेहनत जानलेवा थी.!

मुझे चालाकी नहीं पसंद..

_ आदमी को अपनी बात का मान रखना चाहिए.!!

कुछ लोग आप पर क्रोधित हैं क्योंकि आप उस तरह से कष्ट नहीं उठा रहे हैं जैसी उन्होंने आपसे अपेक्षा की थी.

Some people are mad at you because you aren’t suffering the way they expected you to.

दूसरों से सुनी-सुनाई बातों से किसी का मूल्यांकन न करें ; बुद्धिमान बनें, उन्हें स्वयं जानें, फिर अपनी राय बनाएं..!!
जब कोई विषैला व्यक्ति [ Toxic person ] आपको नियंत्रित नहीं कर सकता, तो वह यह नियंत्रित करने का प्रयास करेगा कि दूसरे आपके बारे में क्या सोचते हैं.

यह अनुचित लग सकता है, लेकिन विश्वास रखें कि अन्य लोग भी अंततः सत्य देखेंगे, जैसे आपने देखा.

मैंने जीने का ढंग सीख लिया है, मन पर घाव तो बहुत हैं पर कोई भाव मुझे हंसाता या दुःखी नहीं करता,

_ मैं दृश्य देख व्यवहार कर लेता हूं, मैं हर स्तिथि में खुद को ढाल कर जी लेता हूं.!!

बुरे वक़्त में जो हाथ आपको सम्भालते हैं,

_ उन हाथों को छोड़ने वाले अपना बुरा वक़्त वापस बुला लेते हैं.!!

मैं लोगों को सबक सिखाने के लिए उनसे दूर नहीं होता, बल्कि मैं उनसे इसलिए दूर जाता हूं क्योंकि मैंने उनसे सबक सीख लिया है.!!
अपने आप को स्वयं पर और आपने जो प्रगति की है उस पर गर्व करने दें. _विशेषकर वह प्रगति जिसे कोई और नहीं देख सकता.

Allow yourself to be proud of yourself and all the progress you’ve made. Especially the progress no one else can see.

मेरी आत्मा [ दिल ] एक बजट पर है. _ मैं तनाव, ईर्ष्या, नकारात्मक भावनाएं, संदेह या धोखा बर्दाश्त नहीं कर सकता.

My soul is on a budget. I cannot afford stress, envy, negative vibes, doubt or deceit.

छोटी उड़ान पर फड़फड़ाना मेरा काम नहीं, मैं आसमान चीर कर शांत बैठा हूँ..
किसी के लिए मामूली रहा, कोई आज तक मुझे दुआओं में मांगता है.
भूला देता हूँ सारी बातें, इसका मतलब ये नहीं है कि दिल पर नहीं लगती !!
अब मुझे बहस करने के बजाय, दूरियां बनाना ज्यादा बेहतर लगता है.
दोबारा पलट कर नहीं आऊंगा, इतना गुरुर तो रखता हूँ.!!
मैं अब गुस्सा या नाराज़ नहीं हूँ उनसे, मैं अब उनसे दूर रहना चाहता हूँ.!!
आपकी साजिशों की तमन्ना के बावजूद भी मैं आगे बढ़ता रहता हूँ
नहीं बनना अब ख़ास किसी के लिए, इसी चक्कर में तो बिचारा हुआ हूँ.!!
सब गलत किया है मैंने…पर वो आपके सही से “ज्यादा सही” है.!!
हंस कर भुल जाता हूँ सब बातें, इसका मतलब यह नही कि दिल में दर्द नही होता.!
उन्हे लगता है नसीब अच्छा है मेरा, मगर उन्हें ये नहीं पता कि मेहनत जानलेवा थी..!
याद करोगे तो याद रहोगे, वरना मेरी भी यादाश्त कमजोर है !!
हारा हूँ मैं हमेशा अपनों से, गैरों से जीतने का हुनर मुझे आता है !!
मुझे नहीं पता मैं कैसे जीतूँगा, मगर मैं हारने वाला तो हूँ नहीं..
हार न मानी मैंने हवाओं से कभी, दीप बुझते रहे मैं जलाता रहा !!
उसी दिये ने जला दिया मेरा हाथ, जिसे मैं हवा से बचा रहा था..!!
किसी ने कहा, तुम बहुत अच्छे हो, _ मैंने कहा, यही तो खराबी है..!!
मैं इतना ख़ास हूँ कि लोग अपना कीमती वक़्त निकाल कर मेरी बुराई करते हैं.!!
हर वो शख़्स जो मेरे लक्ष्य के लिए बाधक तत्व थे..मैं उनसे दूर हो गया.!!
उस जगह पर कभी वापस मत जाना.. जहां आपने अपनी मुस्कुराहट खो दी थी.
वक़्त की तरह बन जाओ, क़दर ना करने वालों को दोबारा ना मिलो.!!
बहते पानी की तरह रहोगे.. तो कचरा खुद किनारे हो जाएगा.!!
मुझे खोकर जानोगे, मुझ–सा हर जगह नहीं मिलता..!!
अपनी नज़र में लाज़वाब हूँ मैं, आपकी नजर की ऐसी-तैसी !!
खूबियाँ देखनी है ? तो नज़रिया बदल के आ..!!
वो मुझसे दूर हो गए, तो मेरे काई मसले हल हो गए !!
निकल गया हूँ वहां से, कभी नहीं लौटने के लिए.!!
माना कि नियति है मुरझाना, तो अब खिलूँ भी न क्या ?
लोग रखते हैं अब नज़र मुझ पर, यारों अब तुम हिसाब रहने दो.!!
ज़िन्दगी जब ढलान से उतरे, मैं चाहता हूँ शान से उतरे !!
ख़ुद पर दिखा एक तंज.._ के मैं इतना बेवकूफ कैसे बन गया.!!
दूर जाना मंजूर है, _ पर आपके पास लौट कर आना मंजूर नहीं !!
वो खेल तबाही कर गया, जिसे आप खेल रहे थे..!!
नीयत कितनी भी साफ़ हो, इलज़ाम लग ही जाते हैं..!!
परखा बहुत गया मुझे, काश समझा भी गया होता.!!
चलो चल कर वहीं पर बैठते हैं, जहाँ पर सब बराबर बैठते हैं..!!
वक़्त लगता हैं खुद को बनाने में, इसलिए वक़्त बर्बाद न करो किसी को मनाने में !!
मैं वो समझदार हूँ, ‘जिसे पता है’ किसने मुझे कितना बेवकूफ बनाया है..!!
जब मैं दुखों से निकल जाऊंगा, तब मेरा पहला काम आपको पहचानने से इनकार करना होगा.!!
जो सुनता हूँ उस पर यकीन करना तो छोड़ो..

_ अब तो जो देख रहा हूँ, उस पर भी यकीन नही होता.!!

वो मुझे नज़रअंदाज़ कर रहें हैं,

_ एक दिन मैं उन्हें बताऊंगा कि अफ़सोस कैसे करते हैं..!!

उन्हें बुरा लगता है तो लगने दो, मुझे भी तो लगा था !!

_ ये बेइज्जती बड़ी इज्जत से लौटाएंगे उनको !!

मुझको चुप रहने की आदत है..

_ वरना जानता हूँ मैं.. कौन है कितने पानी मे.!

वो लोग चुप हो गए, जो बोल सकते थे और बोलना जानते थे.!!
जुदा होने का फैसला आसान नहीं था, कौन कहता है दिल परेशान नहीं था..

_ खामोशी के पीछे छुपे थे आंसू, कौन कहता है दर्द का नामोनिशान नहीं था..!!

कौन क्यों गया ये जरुरी नहीं,

_सिखा कर क्या गया ये जरुरी है.!!

जिन बातों पर पहले मुझे गुस्सा आता था ..

_ अब उन पर भी मैं शांत रहना सीख गया हूँ.!!

ठहर कर सोचना-समझना मुझको,

_ मैं शायद समझ आ जाऊंगा..!!

माना आपकी पसंद की बात नहीं करता मैं,

_ तो क्या मुझे अपने ढंग से जीने का हक भी नहीं ?

नजर ना आऊं इतना भी दूर ना करो मुझे,

_ बदल ना जाऊं इतना भी मजबूर ना करो मुझे..!

बोलने वाले तुझे शायद ध्यान नहीं, चुप हूँ मैं बेजुबान नहीं !!

_ उन्हें तो भनक भी नहीं कि उनकी दी हुई तकलीफ से आज भी दर्द मिल रहा है…!

अच्छा बन कर देख लिया, बहुत कीमत अदा करनी पड़ती है.

_ एक ऐसा समय भी आता है जब अपनी ही अच्छाई पर पछतावा होने लगता है.!!

मैं कोई भी काम सही और सिस्टेमैटिक ढंग से करना चाहता हूं..

_ और आप चुन-चुनकर बुराइयां ढूंढ़ते हैं..!!

छोटी सी बात पर ताल्लुकात बिगड़ जाते हैं;

_ मुद्दा होता है “सही क्या है“ और लोग “सही कौन है“ पर उलझ जाते हैं.!

ढूंढ लूंगा अंधेरों में मंजिल अपनी..

_ जुगनू कभी अंधेरों के मोहताज नहीं होते..!!

कई बार जिनकी हम हिफ़ाज़त कर रहे होते हैं,

_ वही हमें बर्बाद करने की तैयारी में होता है.!!

आपने उसे ही अपने से दूर कर दिया,

_ वही तो आपको बचाने वाला था..!!

जिन लोगों ने ठुकराया, भला उसे क्यों याद करें.!

_ देखो बुला रहे कुछ नए रास्ते, आओ मिल के उधर चलें.!!

बात तो सही है आपकी बराबरी का नहीं हूँ मैं,

_ आप तक पहुँचने में मुझे गिरना बहुत है..

उलझनें मैंने कई झुक कर भी सुलझाई हैं,

_ लोग सारे तो कद के बराबर नहीं होते..!!

ये अलग बात है कि मैं परेशान नहीं था.!

_ मगर नया रास्ता उतना भी आसान नहीं था.!!

आप दो कदम चले तो लड़खड़ा गए,

_ ऐसे इम्तिहानों से तो मैं सौ-सौ बार गुजरा हूं.!!

‘कोई चाहता है मेरी बर्बादी.’

_ चलो इसी बहाने कोई तो मुझे याद करता है.!!

हाल-चाल नहीं पूछते, पर खबर रखते हैं,

_मैंने सुना है कि वे मुझ पर नज़र रखते हैं.!!

मैं नहीं करता दरिया की खुशामदें,

_ मुझे प्यासा रहने के बड़े तजुर्बे हैँ !!

ये तो नर्म मिजाजी है जो फूल कुछ नहीं कहते,

_ वरना कभी दिखाइये काँटों को मसल कर..

खुद को थोड़ा बदल लिया हूँ, गिर रहा था अब संभल रहा हूँ..!!

_मैं कोई रास्ता ढूंढूंगा या बनाऊंगा..!!

मैं बस इतना ही जानता हूं, मैं उस तरह नहीं चलता..

_जिस तरह बाकी सब चलते हैं..!!

जो राहें मेरे दिल को रास नहीं आती ठुकरा देता हूं..

_ हालांकि उन राहों में चलने का फायदा बहुत है..!!

माना मेरी समझ कम है, पर सब समझ आता है..!!

_ लोगों का दिया अच्छा भी और बुरा भी !!

जो खो जाए, उसे आप ढूँढ सकते हैं, पा भी सकते हैं,

_ लेकिन जिसके मन से आप खो जाएँ, उसे कभी नहीं पा सकते..!!

अच्छे दिनों में लोग साथ देने आएंगे,

_ मुझे बताओ बुरे दिनों की क्या तैयारी है ?

अपने वजूद पर फख्र है मुझे…

_ कौन क्या सोचता है मलाल नहीं !!

ये दूरियां मिट नहीं सकतीं,

_अब मुझे भी अजनबियों में गिन लो..!!

सब्र जितना करना था कर लिया मैंने,

_अब आप ना मिलो “वही बेहतर है” !!

दूरियाँ अब ये मिट नहीं सकतीं,

_ अब मुझे परायों में शुमार कर लो !!

अपना कहते रहे जिसको, ख़त्म सब किया उन्होंने ही !

_ अब सावधान रहना, ये मिलेंगे भी तो बिछड़ने को ही !!

वो जो अपने हक़ में इतनी सफ़ाई देते हैं,

_ वो नहीं जानते कि मुझे सब दिखाई देता है..!!

ख़ुद की ज़िन्दगी पर भी हँसी आती है..

_ बेवजह किनकी बातों में फँस रहा हूँ मैं..!!

सबकी परेशानियां सुनता हूँ,

_ अपनी बताने का मन नहीं करता.!!

जंगली जड़ी बूटी सा हूँ मैं,

_ किसी को जहर किसी को दवा लगता हूँ मैं.!!

मेरी फितरत में नहीं है गलत को सही कहना,

_ आप को ना हो पसंद तो मुझसे दूर ही रहना..!!

उन्हें लगता है कि मैं उनका राज नहीं जानता,

_ और एक मैं हूँ कि जो उनके सम्मान के लिए चुप हूँ.!!

इक तुम हो कि शोहरत की चाहत कभी मिटती नहीं,

_ इक मैं हूँ कि हर शोर से उकताया हुआ हूँ..!!

ये सोच कर मैंने अपने होंठ सी लिए,,

_ क्यूं हर किसी के लिए अनमोल शब्द बर्बाद करें..!

सबने ही छेड़ा तराना ज़िंदगानी का..

_ लेकिन मेरी कहानी का रंग सबसे अलग था.

लोग ऐसा निराशाजनक व्यवहार क्यों करते हैं यार ?

_ इससे ज्यादा निराशा की बात यह है कि.. मैं उन्हें अनुमति क्यों देता हूं ?

मैं विनम्र और एक जैसा ही रहता हूँ,

_ क्योंकि मैंने बहुत से लोगों को वही बनते देखा है.. जिस पर वे हँसते हैं.

और अंत में हंस कर छोड़ दूंगा सब,

_ जिसे पाने के लिए न जाने क्या-क्या किया था !!

मुझे नहीं मालूम मैं कितने दिन हूं धरती पर..

_ पर आप लोगों लिए प्रकाश कर जाऊंगा..!!

जहाँ तक मुमकिन था कहानी सुनाई गई,

_जब गला भर आया तो कलम उठाई गई !!

कुछ लोग मेरी बातों से सीते हैं अपने ज़ख्म..

_ कुछ लोगों को चुभता हूँ मैं एक तीर की तरह.!!

बदला नहीं हूँ मैं.. हाँ बस उन लोगों के लिए मौजूद रहना छोड़ दिया है..

_जो मुझे बुरा महसूस करवाते थे..!!

एक हद तक ही सहा जा सकता है,

_उसके बाद तो स्वाहा करना ही पड़ता है.!!

खुद से बन रहा हूँ, इसलिए वक़्त लग रहा है ;

_ मुझे ज़िन्दगी बनी बनाई नहीं मिली !!

गिरते-पड़ते अपनी मंजिल पा लूंगा;

_ अफ़सोस उन्हें होगा जो रास्ते में साथ छोड़ गए..!!

“रहा बरसों उदास तो किसी ने हाल तक नहीं पूछा,

_ सिर्फ एक दिन मुस्कुराने का फैसला किया, तो लोग वजह पूछने लगे.!!”

आपको भी जब अपने वादे याद नहीं, तो हम भी आपको भूल गए ..!!
जिद भी बदल जाया करती है, कल जिसे पाने कि जिद थी “आज भूल जाने की है”

— “जिंदगी चल तो रही है, पर उसमें चल क्या रहा है….. वो जिंदगी ही जाने..”

जिस ख़ास के लिए आप ख़ास नहीं, उसे आम कीजिए और किस्सा तमाम कीजिए..!!
कभी-कभी शब्द नहीं होते तकलीफ़ बताने को,

_ बस दिल करता है कोई समझ ले, कोई संभाल ले..!!

मेरे बस में नही किसी की चापलूसी करना..

_ शौक से रूठे रहो आप, मनाने का हुनर अब भूल चुका हूँ मैं..

थोडा महंगा पड़ा औरों के लिए जिंदगी जीना..

_उम्र खर्च भी हुई और कुछ हाथ भी नहीं लगा…!!

मैं किसी को एक ही बार परखता हूँ,

फिर ताल्लुक तो रखता हूँ लेकिन दिल में नहीं !!

क्यूं करें शिकवा की कोई शिकायत है आपसे,

_ अब जब मेरे हिस्से में यही आया, तो ये भी सही !!

नाराज रहूँ तो लहजे में कड़वाहट जरूर मिलेगी,

_ पर दिल में भी कड़वाहट हो, ये गलतफहमी होगी आपकी..!!

सुकून देता है आपका खैरियत से दिखना !

_ क्या फर्क पड़ता है अब आप हमारे हैं या नहीं !!

जब मेरे बुरे वक़्त में मेरी कदर नहीं जिन्हें,

_ तो मुझे मेरे अच्छे वक़्त में ..उनका दिया सम्मान और साथ नहीं चाहिए..!!

जिन लोगों ने उस वक़्त मेरे साथ बुरा सुलूक किया, जब मेरे हालात खराब थे..

_अब उनको ये पूछने का बिलकुल हक़ नहीं कि “मैं अब कैसा हूँ”

उनके सारे तंज़, ताने समझ आते हैं मुझे,

_ लेकिन अब जवाब में बस मुस्कुरा देता हूं.

मेरे अपने मुझे मिट्टी में मिलाने आए हैं,

अभी कहीं जा कर मेरे होश ठिकाने आए हैं !!

अब नहीं किसी के लौटने का इंतज़ार,

_ जो मेरे हैं, मेरे साथ हैं, जो नहीं वो आजाद हैं !!

माफ़ी मूफ़ी वाला ज़माना गया,

_ अगर आप मेरा दिल दुखाते हो तो.. “बस निकलो फिर”

चलते-चलते रुक जाऊंगा एक दिन..

_ सबको समझा- समझा कर.. मैं भी थक जाऊंगा एक दिन..

मैंने गहराई वाली सोच पसंद की,

_कोई उतरा ही नहीं मेरी सोच तक..

कहते हैं वो मुझे __तुम कितने अच्छे हो !

_जबकि उनके खुद अच्छे होने पे सवाल बहुत हैं.!!

मंज़िलें लाख कठिन आएँ गुज़र जाऊँगा…

_ हौसला हार के बैठूँगा तो मर जाऊँगा..!

ज़िन्दगी में भी लगा रहता है आंधी-तूफान आना जाना,

_ पत्तों के झड़ जाने से पेड़ नहीं सूखा करते !!

जाने किस चमन की शाख़ सूनी हो गई होगी..

_ बस यही सोच कर मैं फूल तोहफ़े में नही लेता.!!

अब इतना समय शेष नहीं रहा की सब कुछ सुधार सकूं..!

_ बस उस बिगड़े हुए को ठीक करने में ही हर दिन थोड़ा-थोड़ा खत्म हो रहा है.!!

मुझे देखना है तो ठहर जाना, मैं नजारों से कहीं आगे का नजारा हूँ !!
भीड़ इतनी तो न थी, मुझे खोने वाले तूने कुछ देर तो ढूँढा होता ..
पता नहीं क्या बदला, पर अब कुछ भी पहले जैसा नहीं है..!!
जिन्होंने मुझे कभी जाना ही नहीं, उन्हें मैं हमेशा गलत ही नज़र आता हूँ !!
मैं तो जिद्दी था ना, उन्होंने कहा “जाओ” और मैं मान गया !!
हारूंगा नहीं यकीन मानिए, यूँ मिटता होता तो कब का मिट गया होता !!
उलझनें मैंने कई झुक के भी सुलझाई हैं,

_ लोग सारे तो नहीं कद के बराबर होते..!!

जहाँ तक संभव था वो मैंने कर दिया,

_ अब इससे आगे आपके नसीब.!!

मौन रहने का हुनर मुझे हादसों ने बख्शा है,

_ फ़ितरतन कोई इतना चुप नहीं रहता.!!

चर्चाओं में रहने का कोई शौक नहीं मुझे,

_ अगर मेरी हर बात की चर्चा है तो मैं क्या करूँ..!!

रिश्तेदारी में जलन और ईर्ष्या स्वतः आ जाती है..

_ इसलिए मै बहुत भागता हूँ रिश्ते जोड़ने में..!!

अच्छे दिनों में लोग साथ देने आएंगे,

_ मुझे बताओ बुरे दिनों की क्या तैयारी है ?

कौन आएगा भला मेरा हाल पूछने के लिए,

_बस इसी खौफ़ से बीमार नहीं होता हूँ.

” हम कितना कम पाने को, कितना ज्यादा खोते है …

_ ये हमें मालूम होता है, काफी देर के बाद..”

‘ज़िंदगी’ इसी का तो नाम है..

_हल्की सी जिंदगी, भारी सा बोझ.. _पैदा हुए थे एक बार, मर रहे हैँ रोज रोज.!!

चाहता हूँ ख़ुद का दर्द बताना,

_ फिर देख कर अपनों का चेहरा, भूल जाता हूँ सब कुछ !!

जवाब बहुत हैं मेरे पास, मगर गुजरे हुए किस्सों की ख़ामोशी ही बेहतर है.
अच्छा नहीं हूँ मैं, ..मैं ये मानता हूँ ; लेकिन मैं आपको भी जानता हूँ !!
सबको संभालने वालों को, संभालने वाले कम होते हैं.!!
मैंने सहा ज्यादा है, _किसी को भी कम बताया है..!!
ख़ामोशी को चुना है मैंने, क्योंकि बहुत कुछ सुना है मैंने..
मुझे दो मेरे दिन का हिसाब,, फिर मेरी जिंदगी में कुछ और ढूंढो !!
जवाब उनकी हरकतों में था.. और मैं बातों में ढूंढता रह गया ..!!
थोड़ी सी खुद्दारी भी लाजमी थी, उन्होंने हाथ छुड़ाया मैंने छोड़ दिया..!!

_मैं नहीं करता किसीकी जी हुजूरी, थोड़ी सी खुद्दारी भी लाजमी है..!!

मैं बद्दुआ नहीं देता, मगर मेरी आह से डरना चाहिए.!
मेरे दिमाग में यह बात बैठ गई है कि ज्यादातर लोग टॉक्सिक हो गए हैं ;

_ इंसानियत के बारे में सोचने वालों को भी एक दिन ये निगल जाएंगे.

जिन पर थोड़ा सा भी आसान हुआ हूँ,

_ वही बता सकते हैं कि मैं कितना आसान ही था.

रूबरू मिलोगे मुझसे तो कायल हो जाओगे,

_ दूर से तो मैं जरा मगरूर सा लगता हूँ !!

कितना कुछ बोल दिया आज तक मैंने,

_अब कुछ दिनों तक चुप रहना चाहिए.!!

जिंदगी में बहुत कुछ खोया, तब जा कर खुद से मुलाकात हुई..!!
मेरे जैसे हजारों मिलेंगे, मगर उन हज़ारों में मैं नहीं मिलूंगा !!
मैंने गहराई पसंद की,

_कोई उतरा ही नहीं मेरी सोच तक..

मुझे कोई न पहचान पाया करीब से,

_कुछ अंधे थे कुछ अंधेरे में थे.

दुःख इस बात का है कि मेरे खरेपन का,

_झूठे लोगों ने इम्तेहान लिया..!!

कुछ अपने ही मेरी खुशियों का हिसाब रखते हैं,

जो देख सुकून को “मेरे” मेरे बदल जाने का क़सूर बताते हैं !!

आदमी जरूर हूं पर अब और सहने की सामर्थ्य नहीं है..

_ भीगी आँखों से सब सहते-सहते अब गला भर्रा जाता है..

अगर मैं बोलना छोड़ कर, बस सुनने लग जाऊं ;

_ तो समझ लेना ..खो दिया आपने मुझे..!!

ज़िन्दगी में इस कद्र दुख मिला मुझे,

_ मैं हंस ही नहीं पाया ..जब सुख मिला मुझे..!!

सोचने दो जो सोचना है उनको,

_ है अगर दिल सच्चा तो खुद पर नाज़ कर..

गलती पर तो सौ बार झुकेगा ये सर,

_ बेक़सूरी पर तो आँखें भी नीचे न होंगी..!!

मैं इतना भी नहीं भटका कि लौट न सकूं..!

_ जिद तो यही है कि नई राह बनाई जाए..!!

कुछ बातें हो जाती हैं, उनको प्लान नहीं करना पड़ता.

_ और जो हो जाती हैं, वही याद रहती हैं..!!

यदि आप किसी को कुछ देने वाले हैँ, तो पहले अपनी सीमाओं को समझना याद रखें ;

_ क्योंकि लेने वालों की कोई सीमा नहीं होती !!

ऊंचाईयों की असलियत मैंने भी देखी है,

_ मैं तो यही कहूंगा कि जमीन पर ही रहना समझदारी है..!!

मैं किसी से कोई अपेक्षा नहीं रखता..

_ न ही लोगों को मुझसे कोई अपेक्षा रखने को कहता हूँ..!!

मैं अफ़सोस क्यों करूँ कि कोई मुझे ना मिला,

_ अफ़सोस तो वो करें जिन्हें मैं ना मिला !!

उनकी कोशिश है कि चरागों को बुझा दे मेरे,

_ मेरी हसरत है कि उनके घर में उजाला जाए !!

आप मुझे जैसा देखो वो नज़र आपकी है..!

_ आप मुझे जैसा समझो वो सोच आपकी है..!!

बात कायदे की होगी तभी हांमीं भरेंगे,

_ जी हुजूरी करवानी है तो कोई और ढूंढ लो !!

मिला है नेकियों का फल मुझे भी, उसे चखा भी है और वह कड़वा बहुत है.
मैंने समेटा है दर्द इतना-इतना, तुम एक मुझे ही संभाल न पाए.
हाथों में वक़्त लिए मुझे ढूँढते फिरोगे, पर तब मैं वहाँ नहीं होऊँगा.
“बदला नहीं हूँ” बस अब शांत और अकेले रहना अच्छा लगता है.
किससे क्या सीखना, कैसे सीखना और कितना सीखना, यह अभी मैं सीख रहा हूँ..!!
एक संतुष्टि है कि मेरे बिना भी दुनिया में सब कुछ हो सकता है_

_ और एक अजीब सी कसक भी है कि मेरे बिना भी सब कुछ हो सकता है..

अपनी अनुपयोगिता का भान होते रहना भी इंसान के लिए बहुत ज़रूरी होता है..

जो लोग चालाक है ..वो चालाक ही बने रहें.

-“मेरी सादगी, मेरी सच्चाई,” _ उन बनावटी चालाक लोगों से बहुत सुंदर है,

_ जिसमें दर्द, पीड़ा, तकलीफ़, अपमान ही सही है..

_ यह भी सुख के बाद के ही रूप हैं ..!!

जलने वालों कि दुआओं से ही सारी बरकत है,

_बाकि कोई तो याद भी नहीं करता..!!

लोगों से हमदर्दी की उम्मीद मत करना,

_ लोग घाव पर निशाना लगाकर पत्थर मारते हैं..!!

मैंने कभी जाते हुए को रोका नही, मैंने चुप रहकर उन्हें जाने दिया,

_ कभी-कभी मैं सोचता हूँ.. जब वो मेरी आँखों में रोके जाने का अनुरोध नहीं देख पाए, तो उनका चले जाना ही सही था.!!

मुझे वो लोग बुरा कहते हैं, जिनका बुरा मैंने आज तक सोचा ही नहीं !!
मेरे पास शब्द बहुत कम हैं, महँगी चीज़ है ज्यादा खर्च नहीं करता..!!
जितने के लोग लायक हैं मैं उन्हें उससे भी ज़्यादा देता हूँ.. लेकिन जब मैं किसी रिश्ते से पीछे हटता हूँ..

_ फिर ज़िंदगी में दोबारा कभी उसके बारे में नहीं सोचता हूँ.!!

आजमा लिया तुझे उम्मीद की बात मत कर, सब खत्म करके अब शुरुआत मत कर.

_ बहुत मुश्किल से संभाला है खुद को, तू फिर लौट कर सब बर्बाद मत कर..!!

ऐसे किसी की ज़रूरत ही क्या है, जिससे यह डर लगे कि इसने पीठ पीछे छुरा छुपा रखा है.

_ जिस पर विश्वास न हो, वहाँ सिर्फ वक़्त-कटी के लिए बोलना वक़्त की बर्बादी है.

_यह दोहरी नैतिकता वालों का काम है.

मेरे ये ज़ख्म आपके ही दिए हुए हैं, इन पर मरहम न लगाओ.

_ मैं तो वक्त हूँ गुजरा हुआ, भूल जाओ..

_ अब ये मुनासिब नहीं, आप मुझे याद करो.!!

आज मैंने महसूस किया कि काफी बार ऐसा हुआ कि.. मै वहां भी समझदार बना रहा.. जहां जरूरी नही था,

_ कई बार मेरी समझदारी ने मेरा काम भी बिगाड़ा है.!!

जो दूर हो गए उनका ख्याल नहीं रहना चाहिए, बाकी मन में कोई सवाल नहीं रहना चाहिए,

_ लिया जो ये फैसला वो करतूत थी अपनों की, अब अपने फैसले का पछतावा नहीं करना चाहिए.!!

जीवन के कुछ ऐसे अनकहे किस्से होते हैं जिन्हे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता.

_ हर एक के होते होंगे, ..बस कोई उसे कहानी बना देते हैं.

_ जीवन में बहुत कुछ… बस हो न सका … अकेलपन आंखों में नमी उदासी… बावजूद इसके जीना है…

_ मेरी नजर ढूंढती रहती है उसको, उस जगह को, उस माहौल को…

_ मुझे भी तो बहुत कुछ कहना, बताना है, –पर कुछ बातें शायद जल जाती हैं.

जो लोग कहते है ना की उन्हें किसी की ज़रूरत नहीं,

वो ऐसी बहुत सी परिस्थितियों से गुज़र चुके होते है..

_जहां उन्हें किसी के सहारे की सख़्त ज़रूरत थी..

_लेकिन तब उन्हें किसी का साथ नहीं मिला..

मुझे जो अच्छा लगता है.. उसके लिए मैं मर मिटता हूँ,

_ जो नापसंद हो.. वह मुझे कुछ भी कर के अच्छा नहीं लगता,

_ लोगों की फेक पर्सनालिटी समझ में आ जाती है,

_ कुछ लोग अच्छा बन कर प्रहार करते हैं,

_ अब सावधान रहता हूँ, रहना भी चाहिए,

_ विश्वास कर के बहुत कुछ गंवाया है.!!

तब मैंने निराशा को चुना,

_ क्योंकि अंत मे निराशा ही हाथ लगती है,

_निराशा को सहर्ष स्वीकार कर के साथ चलने का हुनर सीख लिया है अब, खैर !…

_ आप अपनी ओर से कितनी भी कोशिश कर लें, बुरा अनुभव मिलेगा ही मिलेगा,

_ सबकुछ स्वीकार करने का साहस रखें और वर्तमान में जिएं.. बिना किसी की परवाह किये…!

अपने नए मिले रूप की सुरक्षा के लिए बहुत सावधान रहें.

_ अक्सर, हमारे लिए दूसरे लोगों की योजनाओं में शामिल होने से हमारी रचनात्मकता अवरुद्ध हो जाती है.

_ हम अपने रचनात्मक कार्यों के लिए समय निकालना चाहते हैं, लेकिन हमें लगता है कि हमें इसके बजाय कुछ और करना चाहिए.

_ अवरुद्ध स्वप्नद्रष्टाओं के रूप में, हम स्वयं के प्रति अपनी जिम्मेदारियों पर नहीं, बल्कि दूसरों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित करते हैं.

_ हम सोचते हैं कि ऐसा व्यवहार हमें अच्छा इंसान बनाता है. ऐसा नहीं है.

_ यह हम लोगों को निराश बनाता है.

_ हमारी रचनात्मकता को पोषित करने का आवश्यक तत्व स्वयं को पोषित करने में निहित है.

_ आत्म-पोषण के माध्यम से हम जीवन की सार्वभौमिक सच्चाइयों से अपना संबंध विकसित करते हैं.

जीवन का क्या है, चलते रहता है, घटनाओं का क्या है, होते रहती हैं.

_ घटनाओं के साथ हम कर भी क्या सकते हैं, वे होने के लिए स्वतंत्र हैं..!!

_ हमारी चिंता केवल यह रहती है कि जब ये घटनाएं घटेंगी तो इनका सामना कैसे करेंगे ?

_ वैसे, चिंता करने से होगा क्या ? ठीक है, आओ घटनाओं, हमें कोई न कोई रास्ता मिल ही जाएगा..!!

‘हर हाल में तैयार हूं तेरे जुल्म सहने को, तू आकर देख तो ले मेरा हौसला कितना है’

तेरी महफिल में आकर हम भी देखेंगे __ मस्तों की महफ़िल में आके तो देखो !! _________________________________________________________

-पूरी दुनिया के वैज्ञानिक इस रिसर्च में जुटे हैं कि क्या अच्छे और बुरे रिश्तों का आदमी की सेहत से कोई वास्ता है ?

_ अब कुछ वैज्ञानिक सामने ला रहे हैं कि _ जो लोग अच्छे रिश्तों में होते हैं, _ वो जल्दी बूढ़े नहीं होते, उनकी उम्र भी लंबी होती है..!!

_ वैज्ञानिकों ने रिसर्च करके बताया है कि मजबूत सामाजिक संबंध का लंबे जीवन से सीधा नाता है.

_ वैज्ञानिकों ने तो यहां तक निष्कर्ष निकाला है कि जो लोग अच्छे रिश्तों में होते हैं, उन्हें सर्दी तक कम लगती है.

__ है न कमाल ? ये कमाल है रिश्तों का, _ अच्छे रिश्तों का..!!

_ ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी में स्वास्थ्य और रिश्तों की विशेषज्ञ डॉ. जेनिस किकोल्ट-ग्लेसर ने कई परीक्षण के बाद ये निष्कर्ष निकाला है.

_ डॉक्ट ग्लेसर ने अपने रिसर्च में ये भी लिखा है कि _ आपकी ज़िंदगी में अगर एक भी बुरा रिश्ता हो तो _ उससे तत्काल दूर हो जाइए..!!

_ बुरे रिश्ते आपके तन-मन को नुकसान पहुंचाते हैं..!!

_ हम वादा करते हैं कि हम सिर्फ अच्छे रिश्तों में रहेंगे ;

_ टॉक्सिक रिश्तों को टाटा-बाय-बाय..

__ खुशहाल एवं लम्बे जीवन का आधार रिश्ता ही है, _ मैंने एक पुस्तक में पढा था कि जापान के एक गांव के लॊगॊ की उम्र सबसे अधिक हॊती है ;

_ यानि वे लंबे समय तक जीते है _ इसका कारण है _ उनका आपस का सहयॊगात्मक संबंध एंवम भाईचारा आधारित जीवनयापन शैली..!!

जब आप लोगों को महत्व देते हैं तो वे सोचते हैं कि आप हमेशा फ्री हैं और आपके पास करने के लिए कुछ नहीं है ;

_लेकिन, वे यह नहीं समझते कि आप उनकी परवाह करते हैं और हर समय खुद को उनके लिए उपलब्ध रखते हैं, चाहे कुछ भी हो.

ज़िंदगी में आपके साथ कौन है इसे जानने के लिए मुसीबतों का आना ज़रूरी है.

_ वर्ना तो रौशनी में हर कोई साथ दिखता है और अंधेरे में परछाई भी साथ छोड़ देती है.

_ “खुश हूं कि हर एक के असली चेहरे दिख गए.”

न किसी को गिराया न खुद को उछाला, कटा ज़िन्दगी का सफ़र धीरे- धीरे !!

_जहाँ आप पहुंचे छलांगें लगा कर, वहाँ मैं भी आया मगर धीरे- धीरे !!!

एक हद तक टूटने के बाद ..इंसान अपने हक़ में आई हुई ..खुशियों को भी ठुकरा देता है..!!
एक तरफ़ नीयतें सरल, दूसरी ओर बस बेईमानी, कपट और छल !

आख़िर ये दूसरे लोग इतने बुरे क्यों होते हैं ?

इस पागल दुनिया के ये तरीक़े ये तौर क्यों होते हैं ?

अपने पैटर्न पर ध्यान दें. जिस तरह से आपने जीवित रहना सीखा है, हो सकता है कि वह वह तरीका न हो जिस तरह से आप जीना चाहते हैं. ठीक करो, सीखो और बदलो..!!

Pay attention to your patterns. The way you learned to survive may not be the way you want to continue to live. Heal Learn and change.

पुराने समय में बड़े बुजुर्गों से ये सुनने को मिलता था कि _ ख़ुशी सबके साथ बांटनी चाहिए, और गम को अकेले मनाना चाहिए ;

_ लेकिन आज कि बात करें तो _ जिनसे ख़ुशी मनाते हैं, उनसे ख़ुशी _ यहां देखी कहां जाती है !!!

_ वो हमारे लिए गम और दुःख के मार्ग खोल देते हैं,

_ तो आज का ज्ञान ये है कि __ जहां गम को अकेले मनाना है, ख़ुशी को भी अकेले मनाना चाहिए,

_ यहां सुख- दुख का ढिंढोरा पीटने की कोई जरुरत नहीं है.!!

“- चुप रहें और अच्छी ख़बरों को ज़रूरत से ज़्यादा साझा न करें. : _ बहुत से लोग आपकी उपलब्धियों से ईर्ष्या करते हैं.

_सबसे मूल्यवान चीजों को तब तक सुरक्षित रखना महत्वपूर्ण है _जब तक कि वे पूरी तरह से हासिल और साकार न हो जाएं.

” अनजानों से क्या डरना ” वो तो आए और चलते बने !

” सावधानी ” तो उन से रखनी है, जो “पल-पल” की खबर रहते हैं !!

मैने भी महसूस किया कि ज़िंदगी में ऐसे लोग थे/हैं, जिनको बहुत क़रीब जाना, दिल से माना..

_ पर जब अपना दुखड़ा रोया, शिकवे शिकायत करनी चाही तो रिश्ते का खोखलापन एकदम दिख गया..!!

पचास साल बाद अब मैं जानता हूं कि खोजना/खोना, भूलना/याद करना, छोड़ना/लौटना कभी बंद नहीं होता.

_ पूरा जीवन एक और मौके के बारे में है, और जब तक हम जीवित हैं, अंत तक हमेशा एक और मौका होता है.

जीवन के अपने मौसम हैं ; _ जब खूबसूरत चीजें खत्म हो जाएं, तो उसे रहने दें. __ जब लोग चले जाएं, तो उन्हें जाने दें ; _ आपको यह अनुचित लग सकता है, लेकिन _यह वही है जो यह है.

कभी-कभी, आपकी प्रक्रिया को गड़बड़ या तूफानी होना पड़ता है, लेकिन कुछ बिंदु पर आपको एहसास होगा कि आप भाग्यशाली हैं _जो इसे प्राप्त करने और जीवित रहने के लिए हैं.

किसी को ‘ना’ कहने से पता चलता है कि कोई व्यक्ति गहरे स्तर पर कौन है. _ कुछ लोग आपकी ‘ना’ का सम्मान करेंगे, दूसरों को यह ख़तरनाक लगेगा और आपके साथ दुश्मन जैसा व्यवहार करेंगे.

_आप वास्तव में किसी को तब तक नहीं जानते जब तक आप उसे “नहीं” नहीं कहते..

Saying no to someone reveals who someone is at a deeper level. Some people will honor your no, others will find it threatening and treat you as an enemy. You don’t really know someone until you say “no” to them.

आप किसी व्यक्ति का असली रंग तब देखते हैं जब आप उसके जीवन के लिए फायदेमंद नहीं होते..

you see a person’s true colors when you are no longer beneficial their life.

कभी-कभी आपका सर्कल आकार में घट जाता है लेकिन मूल्य में बढ़ जाता है.

sometimes your circle decreases in size but increases in value.

दूसरों के लिए कोई समस्या पैदा न करें ; _ क्योंकि यदि आप ऐसा करते हैं तो _ वे एक दिन आपकी समस्या बन जाएंगे.!!
इससे पहले कि तुम मेरे साथ कुछ गलत करो, यह सुनिश्चित कर लो कि तुम्हें फिर कभी मेरी जरूरत न पड़े..!!
कभी किसी पर आँख बंद कर के भरोसा मत करो, _ क्योंकि

_ दुनिया इतनी अच्छी नहीं है कि, आप के भरोसे को कायम रक्खे ..

मुझे ही क्यों ख़याल आता है कि किसी को बुरा लग जाएगा,

_ किसी को ये ख़याल क्यों नहीं आता, मुझे भी बुरा लग सकता है..

जब लोग आपको बार-बार चोट पहुँचाते हैं, तो उन्हें सैंडपेपर समझें. __ वे आपको खरोंचते और चोट पहुँचाते हैं,; _लेकिन बाद में, आप चमकेंगे और चमकेंगे, जबकि वे बेकार हो जाएंगे.

When people hurt you over and over, think of them as sandpaper. They scratch and hurt you. But later, you’ll be shining and polished, while they end up useless.

आपकी मर्जी के बिना कोई आपको ठेस नहीं पहुंचा सकता। ऐसा नहीं है कि हमारे साथ क्या होता है जिससे हमें दुख होता है. _यह हमारी प्रतिक्रिया है जो हमें आहत करती है.

“चारों ओर पानी होने के कारण जहाज नहीं डूबते; जहाज डूब जाते हैं _क्योंकि उनमें पानी आ जाता है.

आपके आस-पास जो हो रहा है उसे अपने अंदर मत आने दें और खुद को दूसरों से तुलना न करें” धन्य रहें.[ Stay blessed]

मेरा दिल कई बार टूटा है, क्योंकि मैं उन सभी को भी दिल मे जगह दे देता हूँ, जिन्हें देनी नहीं चाहिए थी,

_ और वो अंत मे दिखा जाते हैं अपना असली चेहरा, और साथ मे दे जाते हैं एक सबक,

_ सबक ऐसा जो कि जिंदगी भर याद रहे..

_ लेकिन फिर भी दिल समझता है कि हर कोई एक सा नही होता,

_ तभी वैसा सबक दूसरे से मिल जाता है..

_ और ये सिलसिला यूँ ही निरंतर जारी रहता है..!!

मैं हमेशा खुश रहता हूँ, क्यों ?

क्योंकि मैं किसी से कोई उम्मीद नहीं रखता !! उम्मीदें हमेशा दर्द देती हैं !!!

हर समय बहस करने में और अपने आप को सही साबित करने में कुछ नहीं रखा होता ;

कभी कभी हाथ जोड़ कर सही वक़्त पर आगे निकल लेने में ही खुद की भलाई होती है..!!!

-” किसी से भी बहस करने से दूर रहें, इसमें बेफिज़ूल का समय नष्ट होता है.-“

अपने आप को ऐसा बनाओ कि जिसने भी आपको ठुकराया है,

_ वह आपकी एक झलक देखने के लिए तरस जाए !!

सबको खुश करना मतलब मेंढकों को तराजू में तौलना के बराबर है.. _इसलिए

_ कभी कभी ” भाड़ में जाए दुनियादारी ” बोलकर खुद को खुश रखने में ही समझदारी है.

आप किसी को नहीं बचा सकते ; _ आप उनके साथ उपस्थित हो सकते हैं, अपनी जमीनदारी, अपनी विवेकशीलता, अपनी शांति की पेशकश कर सकते हैं.

_ आप उनके साथ अपना रास्ता भी साझा कर सकते हैं, अपना दृष्टिकोण पेश कर सकते हैं.

_ लेकिन आप उनका दर्द दूर नहीं कर सकते ; _ आप उनके लिए उनके रास्ते पर नहीं चल सकते.

_ आप ऐसे उत्तर नहीं दे सकते जो उनके लिए सही हों, या ऐसे उत्तर भी नहीं दे सकते _ जो वे अभी पचा सकें ;;

_ उन्हें अपना उत्तर स्वयं खोजना होगा..

यह मत पूछो कि लोग आप को क्यों चोट पहुंचाते रहते हैं, _

_ खुद से पूछो कि आप अनुमति क्यों दे रहे हो ..

किसी के सामने हाथ ना जोड़ें साथ रहने के लिए, _

_ जो अच्छे इंसान होंगे _ वह आप की कीमत समझ जाएंगे..!

सारा ज़माना जब खिलाफ बोलता है, _

_ तो समझ लेना कि तू साफ़ बोलता है..

जो आप को सही लगे, उस के बारे में माफ़ी मांगने से रुकें, _

_ अपनी बात का बचाव करना शुरू करें .!

कुछ टूटे हुए दिल कभी नहीं जुड़ते, कुछ यादें कभी खत्म नहीं होती, कुछ आंसू कभी नहीं सूखते…

Some broken hearts never mend, some memories never end, some tears will never dry…

वो लोग जो ऐसा कहते हैं कि सामने वाला हमसे बात नहीं करता या घमंडी हो चुका है, _ इन लोगों में से 95 % लोग खुद घमंडी ही होते हैं.
हर व्यक्ति अपना भविष्य स्वयं बनाता है, कोई और उसके मौलिक स्वरुप में परिवर्तन नहीं कर सकता ;

_ एक व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति कि नकल लंबे समय तक नहीं कर सकता !!

यदि कोई समय निकाल कर आप का काम करने में मदद कर रहा हो तो,

_ उसे ” जल्दी करो ” कभी ना कहें ..

अगर खुद से दूर हो गए ना तुम, _

_ तो कभी किसी के पास नहीं आ पाओगे !!

ना दुनिया को देखने की जरूरत है और ना ही दुनिया को कुछ दिखाने की जरूरत है.. खुद में मस्त रहो और खुद में व्यस्त रहो.. यार..

_ ये वो दुनिया है जहां तेरे अपने भी अपने नहीं हैं.. ये वो दुनिया नहीं है जहां तेरी सफ़लता से किसी को खुशी मिलेगी..

_दूसरों को सुनना और दूसरों से सलाह लेना बहुत बुद्धिमानी है ; _ लेकिन अपने आप को नज़रअंदाज करना और अपने दिल पर ध्यान देने से इंकार करना बहुत ही खतरनाक है.

नकारात्मक लिखोगे तो लोग कहेंगे दुःखी है, सकारात्मक लिखोगे तो कहेंगे बेवजह ज्ञान सिखा रहा है…

_ इसलिए मैं लोगों की प्रतिक्रियाओं की परवाह किए बिना हमेशा वही लिखता हूँ जो मेरा अंतर्मन कहता है…!!!

मुझे लगता है कि मैं लोगों को बड़ा अजीब किस्म का इंसान लगता हूं, ऐसा क्यों वजह मैं नही जानता ;

_ शायद मुझे खुद में अकेला मस्त देख उन्हे अजीब लगता है, कि कोई इंसान अकेले इतना खुश कैसे रह सकता है,

_ शायद मुझे किसी चीज की अब बहुत चिंता नही सताती, शायद मैं सब को भूल चूका हूं !!

हमेशा दिमाग की ना सुन के कभी-कभी दिल की बात सुनें ; _ भले ही दिल से लिए गए निर्णय गलत हों लेकिन हमें उनका अफसोस नहीं होता, _ क्योंकि हमने जो कुछ किया दिल से किया था.

_ अफसोस तब करना चाहिए जब आपने किसी के कहने पर या थोपे गए निर्णय लिए हों ; इसलिए एक अच्छी जिंदगी जीने के लिए हमें निर्णय खुद से और दिल से लेना चाहिए.

बहुत देख लिया यार..अब दिल स्वीकृति नहीं देता किसी से अपने दुःख – तकलीफ कहूँ, क्योंकि कोई गंभीरता से नहीं लेता..

हां; जब वे मुसीबत में आते हैं तब आपको याद करेंगे _ उस वक्त ऐसा लगता है कि उन्हें दो चार सुना दें ..

चूंकि आपका वास्तविक स्वभाव तो ऐसा होता नहीं _ इसलिए आप उनके गम बांटने लगते हैं ;

मेरा कुछ भी छोड़ने का मतलब यह नहीं है कि मुझे परवाह नहीं है, इसका मतलब यह है कि मैंने चीजों को नियंत्रित किया हुआ है और मेरे लिए ये मायने रखता है कि मै कैसा महसूस करता हूँ, मैं क्या करता हूँ और मेरे लिए क्या महत्वपूर्ण है ? कुछ भी छोड़ना _ क्रोध या निर्णय से भरा अनुभव नहीं होना चाहिए.

क्योंकि मेरे अंदर दो तरह के लोग रहते हैं: एक जो अपने लिए जीता है और एक जो दूसरे लोगों की उम्मीदों के लिए जीता है ;

मेरे दिमाग में दो तरह के विचार रहते हैं: एक जो मुझसे कहते हैं कि मैं वही करता रहूं _जो वे चाहते हैं कि मैं करूं _और हमेशा के लिए प्यारा बन जाऊं, _और एक जो मुझे विद्रोही बनने और _अपने लिए जीने के लिए कहता रहता है.

मैं नहीं जानता कि मेरा बेहतर संस्करण कौन है : _ क्योंकि मैंने अपने पूरे जीवन में यही सीखा है कि _यदि आप लोगों के साथ अच्छे काम करेंगे तो _आपके साथ भी अच्छा होगा.

__लेकिन मुझे इसका जवाब कभी नहीं मिला, अगर अब मेरा लोगों को खुश करने का मन नहीं हो रहा तो क्या होगा ? क्या होगा ?

-क्या होगा अगर मैं अच्छे काम करना चाहता हूं, लेकिन वे मुझसे और अधिक की उम्मीद करते हैं ? तब मुझे क्या करना चाहिए ? क्या मुझे अपने लिए जीना चाहिए ? क्या यह मुझे एक व्यक्ति के रूप में स्वार्थी नहीं बनाता है _क्योंकि मैंने उन चीजों के लिए उन्हें मना कर दिया था _जो मैं अब और नहीं करना चाहता था ? _और इसने मुझे पूरी तरह से उनके लिए एक बुरा इंसान बना दिया, जैसे कि मैंने उनके लिए कभी कुछ अच्छा नहीं किया हो.

“-और अब मुझे आश्चर्य है कि _क्या यह सचमुच सच है कि _यदि आप लोगों के साथ अच्छा करते हैं तो _आपके साथ अच्छी चीजें होती हैं.

हमें लक्ष्य को व्यक्ति के अनुरूप बनाना चाहिए, न कि व्यक्ति को लक्ष्य के अनुरूप बनाना चाहिए… लक्ष्यों की तलाश से सावधान रहें: _ जीवन का एक तरीका खोजें..

_तय करें कि आप कैसे जीना चाहते हैं और फिर देखें कि आप जीवन के उस तरीके के भीतर रहने के लिए क्या कर सकते हैं.

Move – On करना शुरू करो, किसी ने दिल दुखाया, कोई छोड़ कर चला गया, _

_ चुपचाप दिल को मजबूत बनाओ और बिना कुछ कहे उस इंसान से दूर हो जाओ..

मेरी जिंदगी ने शायद जो सबसे अच्छी चीज सिखाई मुझे, वह यह कि हर बात पर रिएक्ट करना जरूरी नहीं होता,,!!!

“उन लोगों का ध्यान रखें _ जो आपकी परवाह करते हैं,वे वही हैं _ जिन पर आप अच्छे और बुरे समय में भरोसा कर सकते हैं “”

– उन अच्छे लोगों पर ध्यान दीजिये _ जो आपके जीवन में बने रहने का प्रयास करते हैं !”

कोई भी नहीं जानता कि हम _ इस जीवन के सफर में एक _ दूसरे से क्यों मिलते हैं ! सबके साथ रक्त – संबन्ध नहीं हो सकते !!

परंतु तू हमें कुछ लोगों के साथ मिलाकर अद्भुत _ रिश्तो में बांध देता है,,,,,हमें उन को _ संजोकर रखना चाहिए….

अच्छे लोग जिन्दगी को आनंदमय बना देते हैं..

ज़िक्र ज़रूरी नहीं, फ़िक्र किया करो,_

_ कद्र करने वालों की, कद्र किया करो ..”

– फ़िक्र करने वालों को तो _ आपको ही पहचानना होगा – “” –

– अच्छे लोग की संगति कीजिए – जो बुरे वक़्त में आप के साथ हों,

_ जिनसे आप को कुछ सिखने को मिले –“

क़दर कर लो उनकी जो तुमसे बिना मतलब की चाहत रखते हैं ,_क्योंकि

_ दुनिया में ख़याल रखने वाले कम, और तकलीफ देने वाले बहुत ज्यादा मिलते हैं.

“अगर हम दिल के सच्चे हैं और ऐसे लोगों के बीच उठते बैठते हैं जहां हमें कद्र नहीं मिलती और हमें फालतू होने का एहसास मिलता है _ तो फिर हमें ऐसे लोगो से दूर हट जाना चाहिए ;

_ यकीन मानिए एक सच्चे व्यक्ति का व्यक्तित्व बहुत अनोखा होता है ; माना उसकी Presence जो है उन लोगों के लिए मायने नहीं रखती _ लेकिन जल्दी ही उसकी Absence उन सब को खलने लगती है.”

*– हम बेफ़िक्री से जीते हैं, बेवजह घबराते नहीं ;

जो समझे वो ठीक, हर किसी को समझाते नहीं ;

कोई नफरत करे या प्यार, हर किसी को लुभाते नहीं ;

अंदाज़ अलग है अपना, सबको पसंद आते नहीं !!

एक चतुर दिमाग हमेशा जीवन की सच्चाइयों से दूर रहता है ; _ यह खुद को बचाने की भी कोशिश करता है. एक सुरक्षात्मक दिमाग हमेशा प्रतिस्पर्धा के संदर्भ में सोचता है. _ अगर हमें कुछ हासिल करना है तो हमें प्रतिस्पर्धी बनना होगा, _और हम सभी कुछ न कुछ हासिल करना चाहते हैं, _और इसके लिए हमें प्रतिस्पर्धी होना होगा.

_ प्रतिस्पर्धा हमारे अंदर ईर्ष्या और हिंसा की भावना पैदा करती है, _ और हम इतने आत्मकेंद्रित हो जाते हैं कि _ प्रकृति का प्रवाह हम तक नहीं पहुंच पाता..

शुद्ध मन को कुछ नहीं चाहिए; _ यह भविष्य की तलाश नहीं करता. यह कभी किसी के खिलाफ नहीं है. यह किसी के पक्ष में नहीं है.

एक शुद्ध हृदय हमेशा यहाँ रहता है और पूरी तरह से खुला होता है ; _ यह कोई सुरक्षा नहीं मांगता.

_ यह जो कुछ भी आता है उसके प्रति ख़ुशी से असुरक्षित रहता है ; _ यदि जीवन आता है तो _ उसे पूरी तरह से जीता है और यदि कोई कठिन परिस्थिति आती है तो _ उसे पूरी तरह से स्वीकार करता है.

_भगवान हमारे जीवन में केवल अच्छे और सुंदर रूप में ही नहीं आते ; _ यह हमारे जीवन में हर रूप में आता है.

बहुत से लोग जीवन में इस बात पर ध्यान केंद्रित करते हैं कि क्या सही है न कि क्या गलत है ; _ हमें सावधान रहना होगा कि हम नकारात्मक चीजों को देखने और उनकी ओर आकर्षित होने की आदत न डालें ; _ काँटे से पहले सुंदर गुलाब को देखना चुनना बहुत महत्वपूर्ण है.

Too many people go through life focused on what’s wrong rather than what’s right. We have to be careful not to have a habit of seeing and being drawn to what’s negative. It’s so important to choose to see the beautiful rose before the thorn.

जब हम भीड़ के अनुरूप होना बंद कर देते हैं, जब हम वह कर रहे होते हैं जो हम मानते हैं, जब हमारे कार्य हमारे मूल्यों के अनुरूप होते हैं, जब हम समझौता करना बंद कर देते हैं, जब हम अपने सबसे सच्चे व्यक्ति बन जाते हैं, तभी हम सफलता की राह बनाना शुरू करते हैं. _ तुम रहो.

When we stop conforming to the crowd, when we are doing what we believe, when our actions are in line with our values, when we stop compromising, when we are being our truest self, thats when we start creating our path to success. Be you.

आपके जीने का तरीका आपका भाग्य तय नहीं कर सकता है.

जिस तरह से आप लोगों के साथ व्यवहार करते हैं, वह आपके प्रति लोगों के व्यवहार को तय नहीं कर सकता है.

जीवन ऐसा ही है, इसे स्वीकार करें या बाद में पछताएं। सबक जल्दी या बाद में सीखा जा सकता है, जिसे निश्चित रूप से चुनना होगा.

The way you live can’t decide your fortune.

The way you treat people can’t decide people’s behaviour to you.

Life is like that , accept it or regret it later. Lesson can be learnt sooner or later that’s definitely one have to choose.

जीवन में सफल होने के दो मंत्र ; एक, किसी और पर नहीं बल्कि खुद पर विश्वास करें ;

और दो, एक बार जब आप अपना मन बना लेते हैं तो कभी पीछे मुड़कर नहीं देखते.

Two mantras to succeed in life. One, believe in no one but yourself. And two, once you make up your mind never look back.

” चाहे आप अंदर से कैसा भी महसूस करें, हमेशा एक विजेता की तरह दिखने की कोशिश करें ;

भले ही आप पीछे हों, नियंत्रण और आत्मविश्वास की निरंतर नज़र आपको मानसिक बढ़त दे सकती है ;

_ जिसके परिणामस्वरूप जीत हासिल होती है “

Regardless of how you feel inside, always try to look like a winner. Even if you are behind, a sustained look of control and confidence can give you a mental edge that results in victory.”

अपने आप को अपनी आँखों से देखें ; अपने दिल से खुद को प्यार करो ; _ तभी आप दुनिया को वैसा ही देखने के लिए खुले हैं, जैसा वह है और जैसा आप चाहते हैं. _ इसलिए इस पल की शुरुआत करते हुए, इस बात की और चिंता न करें कि दूसरे आपको कैसे देखते हैं ; तुम.. तुम रहो !!

See yourself with your own eyes. Love yourself through your own heart. Only then you are open to see the world as it is and as you want it to be. So starting this moment, no more worrying about how others might see you. Be you !

अगर मैंने कभी भी आपके प्रति अच्छा व्यवहार नहीं किया है, तो आपको खुद से पूछना चाहिए कि आपने इसके लायक क्या किया.

मैं अपने सभी चाहने वालों के लिए हमेशा अच्छा हूं लेकिन मैं उन लोगों के लिए खड़ा नहीं रहूंगा _ जो मेरा या मेरे समय का सम्मान नहीं करते हैं.

“मेरा रवैया हमेशा इस पर आधारित होगा कि आप मेरे साथ कैसा व्यवहार करते हैं.”

If I have never treated you well, you should ask yourself what did YOU do to deserve it. I am always nice to all my loved ones but I will not stand up for those who do not respect me or my time. “My Attitude Will Always Be Based On How You Treat Me.”

“मैं हवा की दिशा नहीं बदल सकता, लेकिन मैं हमेशा अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए अपने पाल को समायोजित कर सकता हूं”

I can’t change the direction of the wind, but I can adjust my sails to always reach my destination.”

केवल मजबूत और दृढ़ मन ही जीवन में जोखिम उठाना उचित समझता है ; _ कौन जानता है, आप जो जोखिम उठाएंगे और सफल होंगे ? हमेशा सकारात्मक रहें और खुश रहें.

Only strong and determined mind deem it fit to take risks in life. Who knows, the risk you’ll take and be successful ? Be positive always and happy.

जैसे-जैसे आप रहस्य सीखते हैं, आपको पता चलेगा कि आप कैसे हो सकते हैं, _ हो सकते हैं, या जो कुछ भी आप चाहते हैं वह कर सकते हैं. _ आपको पता चल जाएगा कि आप वास्तव में कौन हैं ; आपको वास्तविक भव्यता का पता चलेगा जो जीवन में आपकी प्रतीक्षा कर रही है.

हम किसी विशाल और शानदार चीज़ का हिस्सा हैं, और मानव जीवन की सभी उथल-पुथल के नीचे एक दृढ़ निरंतरता है जो जीवन को अनंत काल तक बांधे रखती है.

रहस्य आपको वह सब कुछ देता है जो आप चाहते हैं: सुख, स्वास्थ्य और धन.

“As you learn The secret, you will come to know how you can have, be, or do anything you want. You will come to know who you really are. You will come to know the true magnificence that awaits you in life.”

We are part of something vast and magnificent, and beneath all the turmoil of human life there is a steadfast continuity that binds life to eternity.

The secret gives you anything you want : happiness, health, and wealth.

जब कुछ बुरा होता है, तो आपके पास तीन विकल्प होते हैं. _ आप या तो इसे आपको परिभाषित करने दे सकते हैं, इसे आपको नष्ट करने दे सकते हैं, या आप इसे आपको मजबूत करने दे सकते हैं.

When something bad happens, you have three choices. You can either let it define you, let it destroy you, or you can let it strengthen you.

सच कहूं तो मेरा क्या होगा ?

वास्तविकता पसंद नहीं है

यह मेरे लिए बहुत स्पष्ट है

लेकिन वास्तव में, जीवन बांका है

हम वो हैं जो हम नहीं देखते

हम दिवास्वप्न देखने में सब कुछ याद करते हैं.

Honestly, what will become of me ?

Don’t like reality

It’s way too clear to me

But really, life is dandy

We are what we don’t see

We miss everything daydreaming.

– Discover your passion, and then become an expert in your chosen field… – अपने जुनून की खोज करें, और फिर अपने चुने हुए क्षेत्र में विशेषज्ञ बनें …

Whatever you do, do it with the passion it deserves _and you will succeed. आप जो भी करें उसे उस जुनून के साथ करें _जिसके आप हकदार है _और आप सफल होंगे.

हमें जीवन में सबसे महत्वपूर्ण चीजों के लिए जगह बनानी चाहिए, _ जैसे : स्वास्थ्य [ Health ], रिश्ते [ Relationships ], जुनून [ Passion ], विकास [ Growth] और योगदान [ Contribution ]

– Passion not fullfill without money, that’s I realised from childhood to till now but everytime I’m chose the right one because without passion and excitement you are nothing….. -पैसे के बिना जुनून पूरा नहीं होता है, बचपन से लेकर अब तक मैंने यही महसूस किया है लेकिन हर बार मैंने सही चुना है क्योंकि जुनून और उत्साह के बिना आप कुछ भी नहीं हैं …..

– I would like to go with passion instead of living a normal life like others…. – मैं दूसरों की तरह सामान्य जीवन जीने के बजाय जुनून के साथ जाना चाहूंगा….

– ” Life is full of surprises and miracles ” if you live happy today with yourself then you are on the right path. – “जीवन आश्चर्यों और चमत्कारों से भरा है” अगर आप आज अपने साथ खुश रहते हैं तो आप सही रास्ते पर हैं।

– My soul says to me, never Do the work which is unsatisfied and pressurised you while in work. – मेरी आत्मा मुझसे कहती है, कभी भी वह काम मत करो जो असंतुष्ट हो और काम के दौरान आप पर दबाव डाला जाए।

– I think, if we start managing our time, then we can have experience of everything in life. Experience tells u, what u r really passionate about. – मुझे लगता है, अगर हम अपने समय का प्रबंधन करना शुरू कर दें, तो हमें जीवन में हर चीज का अनुभव हो सकता है। अनुभव आपको बताता है कि आप वास्तव में किसके बारे में भावुक हैं।

– I’m going to choose passion, bcz by the end of your day you will find peace and real happiness. – मैं जुनून चुनने जा रहा हूं, क्योंकि आपके दिन के अंत तक आपको शांति और वास्तविक खुशी मिलेगी।

– If my passion is fulfilling my basic amenities to live and if it also bring thrill and excitement to me I would definitely go with it. – अगर मेरा जुनून जीने के लिए मेरी बुनियादी सुविधाओं को पूरा कर रहा है और अगर यह मेरे लिए रोमांच और उत्साह भी लाता है _तो मैं निश्चित रूप से इसके साथ जाऊंगा.

You become an unstoppable force when you realize that you can do anything alone. आप एक अजेय शक्ति बन जाते हैं जब आपको पता चलता है कि आप कुछ भी अकेले कर सकते हैं.

Your mental health is way more important than your career will ever be. आपका मानसिक स्वास्थ्य आपके करियर से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है.

Be okay with people not liking you, most don’t even like themselves. उन लोगों के साथ ठीक रहें जो आपको पसंद नहीं करते हैं, ज्यादातर खुद को भी पसंद नहीं करते हैं.

Not everything will go according to plan, always be ready to adapt. सब कुछ योजना के अनुसार नहीं होगा, अनुकूलन के लिए हमेशा तैयार रहें.

When things get overwhelming. Take it one step at a time. You don’t have to do every thing at once.

जब चीजें भारी हो जाती हैं. इस मामले में एक समय में एक कदम उठाएं. आपको हर काम एक साथ करने की जरूरत नहीं है.

Don’t waste your time stressing about things you can’t control. जिन चीजों को आप नियंत्रित नहीं कर सकते, उन पर जोर देने में अपना समय बर्बाद न करें.

Even when you trust someone, keep some things to yourself. जब आप किसी पर भरोसा करते हैं तब भी कुछ चीजें अपने तक ही रखें.

Put your head down and hustle. Make big moves in silence and shock them with your results. Oversharing is how you leak energy, privacy is power !

अपना सिर नीचे करो और ऊधम मचाओ. मौन में बड़े कदम उठाएं और उन्हें अपने परिणामों से चौंका दें. अधिक साझा करने से आप ऊर्जा का रिसाव करते हैं, गोपनीयता शक्ति है !

” सोने की तलाश में हमने खो दिया हीरा “ यह मुहावरा कितना सच है, जीवन में हम उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करते हैं जो करने में अच्छी होती हैं लेकिन हम अंत में महत्वपूर्ण लोगों या चीजों को भूल जाते हैं और बाद में पछताते हैं.

हम कुछ लोगों या चीजों पर बहुत अधिक विश्वास करते हैं जो इतना महत्वपूर्ण नहीं है ;

उस हीरे को खोजने के सही तरीके पर काबू पाने और ध्यान केंद्रित करने का सबसे अच्छा तरीका है कि मैं एक समय में एक चीज ले रहा हूं, न कि बहुत अधिक बोझ.

मैंने आज खुद को याद दिलाया कि जीवन में चौबीस घंटे से बढ़कर भी कुछ है. _ सभी लोग आपको बता रहे हैं कि _ आपको जल्दी करनी है, आपके दिमाग में यह विचार भर रहे हैं कि समय कम है.

जल्दी करने की कोई जरूरत नहीं है _क्योंकि चीजें एक दिन या एक महीने में नहीं बनती हैं. जीवन आसान और लंबा है, इतना छोटा और कठिन नहीं _ जितना लोग कहते हैं.

मैंने अपना जीवन कठिन बना लिया था _ क्योंकि मुझे खुद से बहुत ज्यादा उम्मीद थी.

मैंने सब कुछ एक जगह या एक दिन में नहीं समेटना सीखा ; _ एक वर्ष में 365 दिन होते हैं, और कौन जानता है कि _ आपको अभी भी कितने दिनों का पता लगाना है.

_ एक दिन में एक चीज के साथ काम करें ; _ और खुद को थोड़ा स्पेस दें.

और अगर चीजें ठीक नहीं चल रही हैं, तो यह पता लगाने की कोशिश करें कि आप उन्हें कैसे हल कर सकते हैं, _क्योंकि ऐसा कुछ भी नहीं है _ जिसे आप हल नहीं कर सकते _ जो आपके जीवन में हो रहा है. – यह इसलिए हो रहा है _ क्योंकि आप इसे संभालने में सक्षम हैं; आप अपनी अपेक्षाओं से परे नहीं हैं. _चीजें आपके नियंत्रण से बाहर नहीं हैं. _ ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है _ जो आपके जीवन में नहीं होना चाहिए.

सब कुछ समय पर है; चीजों में जल्दबाजी न करें और न एक ही बार में उन सभी के साथ अपने दिमाग को व्यस्त कर लें ; _ आपका दिमाग एक साथ कई चीजों पर काम करने के लिए नहीं बनाया गया है,

_ जब आप अपनी भावनाओं, चीजों और लोगों को मिलाते हैं तो यह अराजकता पैदा करता है ; _ सभी को अपनी जगह पर रखें.

ज्यादा से ज्यादा करने से जिंदगी नहीं बदलती; यह कम करके और यह जानकर बदल जाती है कि क्या कम करना है ;

_ अधिक करने से आपके मन में अव्यवस्था पैदा होती है; यह आपको एक पाश में फँसा देता है जहाँ आप यह तय नहीं कर सकते कि पहले क्या करना है,

_ जैसे मैं करता हूँ _ अपना काम पूरा करने के बाद _ कम करने से खाली समय मिलता है; इससे शांति मिलती है. _ यह आपके दिमाग को स्पष्ट करता है और आपकी सोच को व्यापक बनाता है; यह आपको लूप तोड़ने में मदद करता है.

_ और अब मैं यह समझ गया हूँ: मुझे एक बार में बहुत से काम करने की ज़रूरत नहीं है! मैं जितना सक्षम हूं उससे कम करने की जरूरत है.

_ ऐसा करने से, मैं अपने विचारों पर दबाव कम कर रहा हूँ; अब मुझे केवल एक ही चीज़ के बारे में सोचना है ; _ कभी-कभी, जब आप बहुत कुछ करने में सक्षम होते हैं, तो आप सब कुछ करने की कोशिश करते हैं और अंत में कुछ भी पूरा नहीं कर पाते हैं ; _ जो एक प्रकार की असफलता है.

सफलता इस बारे में नहीं है कि आप कितनी चीज़ें कर सकते हैं; यह इस बारे में है कि आप कितनी चीजें पीछे छोड़ सकते हैं और केवल एक चीज पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं.

_ यह एक चीज़ को पूरा करने के बारे में है, न कि सब कुछ शुरू करने और उसमें से किसी को पूरा करने में सक्षम नहीं होने के बारे में !!

आप अक्सर थका हुआ महसूस करते हैं, इसलिए नहीं कि आपने बहुत अधिक काम किया है, _ बल्कि इसलिए कि आपने वह काम बहुत कम किया है जो आपके भीतर रोशनी बिखेरता है.

क्या होगा यदि हम बहुत अधिक काम नहीं कर रहे हैं, बल्कि वास्तव में जो मायने रखता है वो काम बहुत कम कर रहे हैं ?

यह कठिन कार्य नहीं है जो हमें सबसे अधिक थका देता है, यह अर्थहीन कार्य है जो हमें सबसे अधिक थका देता है.

जीवन में दौड़ने के साथ रुकने की कला भी सीखनी है _और जब रुकना होता है _उस समय क्या करना होता है, ये भी जानना बहुत जरूरी है,

_क्योंकि जिन पलों में हम रुके हुए होते हैं, _उन पलों में हम आगे के लिए खुद को तैयार कर रहे होते हैं..!!

लोग आज हर चीज से बहुत आसानी से ऊब जाते हैं, उनका मोबाइल, उनके करीबी, उनका साथी, उनकी नौकरी, उनकी कार, अपने सामान्य जीवन से..

समस्या यह है कि वे इतने अधीर हो गए हैं कि वे जीवन के हर कदम पर नयापन चाहते हैं.

सच तो यह है कि यह व्यावहारिक रूप से संभव नहीं है और इस तरह जीवन जीने से केवल समस्याएं और उदासी ही पैदा होने वाली है.

धैर्य हमेशा सबसे मजबूत गुणों में से एक रहा है और यह आज की दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण है. आप जो चाहते हैं उसके पीछे भागें, लेकिन सब कुछ से दूर मत भागो ; जैसा कि आप जल्द ही पता लगा लेंगे, वहां कोई जगह नहीं है जहां आप भाग सकते हैं.

जीवन से अधिक प्राप्त करने का प्रयास करते हुए आपके पास जो कुछ भी है उसे संजोने और उसका आनंद लेने का प्रयास करें.

People today get bored of everything very easily, their mobile, their close ones, their partner, their job, their car, their life in general. The problem is that they have become so impatient, they want newness at every step of life. The truth is that this is not practically possible and living life this way is only going to lead to problems and sadness. Patience has always been one of the strongest virtues and it is most significant in the present day world. Run after whatever it is that you want to, but don’t run away from everything. As you’ll soon find out, there is no where you can run away to. Try to cherish and enjoy whatever you have while trying to get more out of life.

” धैर्य वह है जब आपको पागल होना चाहिए लेकिन आप समझना चुनते हैं.”

बिना पागल हुए _ नुकसान और विपरीत परिस्थितियों को झेलने के लिए आपको _धैर्य, अनुशासन और फुर्ती की जरूरत है.

जब आप बहुत सी चीजों से गुजर रहे होते हैं, तो अपने जीवन के अच्छे पक्ष को देखना मुश्किल होता है, लेकिन अपने संघर्षों को अपने जीवन के मूल्य पर संदेह न करने दें, अपने नुकसान को यह भूलने न दें कि आप कितनी दूर आ चुके हैं और आपने क्या हासिल किया है. आपके सभी दिन खूबसूरत नहीं होते, खुशियों और धूप से भरे होते हैं। नहीं, जीवन ऐसे नहीं चलता. लेकिन आप हमेशा अच्छे दिनों पर भरोसा करना चुन सकते हैं, क्योंकि चाहे कुछ भी हो गया हो, भले ही वे आज असंभव लगें, वे फिर से आएंगे.

When you are going through too many things, it’s hard to look on the good side of your life. But don’t let your struggles make you doubt the value of your life, don’t let your losses make you forget how far you have come and all that you have gained. Not all your days are beautiful, filled with happiness and sunshine. No, that’s not how life works. But you can always choose to trust the good days, for they will come again no matter what has happened, even if they seem impossible today.

“तुम्हें तुम्हारे सिवा कोई नहीं बचा सकता.”

आपको बार-बार लगभग असंभव स्थितियों में डाल दिया जाएगा. _वे बार-बार प्रयास करेंगे … आपको अंदर ही अंदर जमा करने, छोड़ने और या चुपचाप मरने के लिए … और असफल होना काफी आसान होगा … लेकिन मत करो, मत करो.!!! बस उन्हें देखो, _ उनकी बात सुनो, _क्या आप ऐसा बनना चाहते हैं ?

एक चेहराविहीन, नासमझ, हृदयहीन प्राणी ? क्या आप मृत्यु से पहले मृत्यु का अनुभव करना चाहते हैं ?

आपको कोई नहीं बचा सकता लेकिन आप और आप बचाने लायक हैं. _यह एक ऐसी जंग है जिसे आसानी से नहीं जीता जा सकता है लेकिन अगर कुछ भी जीतने लायक है तो बस यही है. _ इसके बारे में सोचो, __ “अपने आप को बचाने के बारे में सोचो”

“Nobody can save you but yourself. You will be put again and again into nearly impossible situations. They will attempt again and again…to make you submit, quit and or die quietly inside…and it will be easy enough to fail…but don’t, don’t, don’t. Just watch them. Listen to them. Do you want to be like that ? A faceless, mindless, heartless being ? Do you want to experience death before death ? Nobody can save you but yourself and you’re worth saving. It’s a war not easily won but if anything is worth winning then this is it. Think about it. Think about saving yourself.”

Your job is the dream of the unemployed. आपकी नौकरी बेरोजगारों का सपना है.

Your house is the dream of the homeless. आपका घर बेघरों का सपना है.

Your smile is the dream of the depressed. आपकी मुस्कान उदास लोगों का सपना है.

Your health is the dream of the sick. आपका स्वास्थ्य बीमारों का सपना है.

Don’t let difficult times make you forget how blessed you are. मुश्किल समय को अपने आप को भूलने न दें कि आप कितने धन्य हैं.

मनुष्य एक रहस्य है ; _ इसे सुलझाने की जरूरत है, और यदि आप अपना पूरा जीवन इसे सुलझाने में बिताते हैं, तो यह मत कहो कि आपने समय बर्बाद किया है.

_ मैं उस रहस्य का अध्ययन कर रहा हूं _ क्योंकि मैं एक इंसान बनना चाहता हूं.

हर कोई अपने जीने से अलग जीवन बनाने के लिए दौड़ रहा है ;

_ रब द्वारा दी गई जिंदगी को कोई नहीं जीना चाहता, न मैं और न आप..

_ ऐसा लगता है जैसे हम कभी पूरा महसूस नहीं करते.

पर मैं सोच रहा हूँ कि मैं अब अपना जीवन पूरा महसूस करूँ ; यह ठीक रहेगा _ अगर मैं एक सुबह उठूं और ऐसा जीवन पाकर खुद को धन्य महसूस करूं.

एक ऐसा जीवन जो बोझ से मुक्त हो _ क्योंकि मैंने अपने लिए कुछ भी नहीं बनाया है ; और अगर कोई बोझ भी हो तो मैं उससे निराश नहीं होऊंगा.

इसमें कोई शर्म की बात नहीं है अगर मैं अपना ख्याल रखूँ ; मैं अपनी सुबह में अराजकता पैदा नहीं करना चाहता. _ मैं इसे सूक्ष्म, शांत, सभी चिंताओं से दूर चाहता हूं.

यह ऐसा है जैसे मैं जीवन को वैसे ही स्वीकार कर रहा हूं जैसे वह है ; _ मैं इसे बदलना चाहता हूं, लेकिन अपना दिमाग खोने की कीमत पर नहीं..

_ मैं नहीं चाहता कि मैं कोई ऐसा व्यक्ति बनूं जो जीवन के बारे में शिकायत करता है लेकिन उसे जीता भी है..!!

_ क्योंकि जब जीवन की बात आती है तो हमारे पास पर्याप्त विकल्प नहीं होते हैं ; _ हमें जो कुछ भी दिया है उसे जीना है, कभी बदलाव के साथ तो कभी बिना बदलाव के..

इसलिए मैं बदलाव के साथ जीवन चाहता हूं, लेकिन तब नहीं जब मैं इसमें मुस्कुरा नहीं रहा हूं..

मैं अपने लिए एक अलग जीवन बनाना चाहता हूं, लेकिन खुद को खोने की कीमत पर नहीं.!!

मैं हर दिन को महसूस करना चाहता हूँ, मैं हर दिन को अपना दोस्त बनाना चाहता हूं.!!

मैं चीजों को अलग तरह से चाहता हूं, लेकिन मेरी सुबह और रातें जितनी खूबसूरत हैं ;

_ मैं एक अलग जीवन बनाने के लिए दौड़ना नहीं चाहता;

_ मैं इसमें चलना चाहता हूं और अपने जीवन को बदलने की प्रक्रिया का आनंद लेना चाहता हूं ;

_ क्योंकि मुझे उम्मीद है कि एक दिन जब यह सब नहीं होगा, तब भी मेरे पास जीने के लिए कुछ खूबसूरत यादें होंगी..

_ मैंने खुद को जलाकर उस अंधेरे को खत्म कर दिया है जिसने मुझे डराने की कोशिश की थी.

कभी-कभी ब्रेक लेना ठीक रहता है ; _ जब चीजें आपके हाथ से निकल रही हों, तो अपनी हथेली खोलना ठीक है और सब कुछ खाली रहने दें.

मैंने आखिरकार इसे सीख लिया है, शायद इसलिए कि मुझे यही करना था.

मैं उन चीजों पर जोर नहीं दे सकता _ जिन पर मेरा नियंत्रण नहीं है; इस तरह मैं अपने आप को तनावपूर्ण बना रहा था _ जैसे कि मेरे जीवन से कुछ हमेशा के लिए गिर गया हो _ और इसने मेरे काम और जीवन को प्रभावित किया.

और मेरे मन में जो तनाव था _ वह मेरे लिए कुछ भी हल नहीं कर रहा था ; _ यह सब कुछ जटिल बना रहा था ; _ मानो इतनी पेचीदगियों में जी रहा हूं कि _ सुलझाना मुश्किल है.

_ तनावग्रस्त रहना ही मेरा एकमात्र विकल्प बन गया _ क्योंकि मेरे दिमाग ने मुझे अपने आप में इतना उलझा लिया कि मैं वास्तविक समस्या को हल करने के बारे में ही भूल गया.

मैं मूर्ख बन रहा था, _ जब तक कि एक दिन मुझे एहसास हुआ कि _ मुझे चीजों को अलग तरीके से _ क्यों और कैसे हल करना चाहिए.

_ मैं चीजों को अलग तरह से क्यों नहीं देख सकता और कुछ चीजें छोड़ देता हूं जो मुझे तनाव और दर्द दे रही हैं ? _ अगर मैं किसी चीज़ को नियंत्रित नहीं कर सकता, तो बेहतर है कि इसे छोड़ कर आगे बढ़ जाऊँ ; _ और उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करूँ _ जिन्हें मैं नियंत्रित कर सकता हूं.

लेकिन उसके लिए मुझे ब्रेक लेना पड़ा _ जो मैं ले सकता था ; _ मैंने अपनी मुट्ठियाँ, हथेलियाँ और बाँहें इतनी चौड़ी खोल दीं कि_ ऐसा लगा जैसे हवा मेरे फेफड़ों में आ जाए और मेरे द्वारा पकड़े हुए कचरे को दूर ले जाए.

और तब से, भले ही मैं अपने जीवन में बेहतर नहीं कर पा रहा हूं, मैं अपने आप से कहता हूं कि अगर यह मेरे लिए नहीं है तो सब कुछ रोक दूँ. _ _ क्योंकि जो मेरे लिए है वो मेरे पास आएगा..

तुम अपने आप को क्या समझते हो ? एक अकेली आत्मा जिसे यह नहीं पता कि सब कुछ कैसे ठीक किया जाए ;

_क्योंकि जहाँ भी आप देखते हैं, आप देखते हैं कि लोग आपको पीछे छोड़कर अपने जीवन में आगे बढ़ रहे हैं _ और आप स्वयं को फँसा हुआ महसूस करते हैं;

आप नहीं जानते कि जीवन नामक इस चीज़ से कैसे बाहर निकला जाए ;

_ और अब न तो तुम किसी से प्रेम करते हो, न तुम चाहते हो कि कोई आकर तुम्हें थामे.!!

_आप बस समय के साथ बेहतर होना चाहते हैं और समय आपकी सोच से भी तेज़ चलता है; आप वर्षों को महीनों में बिता देते हैं ;

_आप लोगों को और खुद को यह समझाने की हर कोशिश करते हैं कि आपके अंदर क्या चल रहा है, _लेकिन आप असफल होते हैं..!

— लेकिन इसे कैसे ठीक करें ? समाधान कहीं दिखाई या ज्ञात नहीं है ? क्योंकि कोई नहीं जानता, _क्योंकि हर कोई इसी दौर से गुजर रहा है…_ फिर भी, हम इसे ख़त्म नहीं करते;

हम इसके साथ रहते हैं, शिकायत करते हुए कि _कुछ भी बेहतर नहीं होने वाला है..!!

“_लेकिन सच तो यह है कि जब तक आप बेहतर बनने की कोशिश नहीं करेंगे, तब तक कुछ भी बेहतर नहीं होगा.”

_ इसलिए अपने आप से वादा करें कि आप अपने बारे में किसी भी तरह से कम नहीं सोचेंगे.!!

_यदि आप अकेले हैं, तो इसे स्वीकार करें और इस बात की चिंता किए बिना कि कोई आपको आंकेगा, वह सब कुछ करें _जो आप कर सकते हैं.!!

_वहाँ कोई नहीं है, जैसा कि आप पहले से ही जानते हैं, और कोई भी आपको बचाने नहीं आएगा..!!

__ “आप इस महासागर में अकेले हैं; यह आप पर निर्भर है कि आप डूबना चाहते हैं या तैरना..” – पंसद आपकी –

किसी भी वास्तविक परिवर्तन की एकमात्र आशा यह है कि आप अकेले ही स्वयं को बदल सकते हैं.

यही एकमात्र आशा है, अन्य कोई आशा नहीं है ; _ लेकिन अहंकार जिम्मेदारी नहीं लेना चाहता. _ वह दूसरों पर जिम्मेदारी डालता चला जाता है. _ हम माता-पिता, साझेदारों, शिक्षकों, समाज, पूंजीवाद, समाजवाद, धर्म और न जाने क्या-क्या को दोषी मानते हैं.

_ याद रखें ; _ दूसरों पर जिम्मेदारी डालकर हम अपनी स्वतंत्रता भी फेंक रहे हैं, जिम्मेदार होना स्वतंत्र होना है, _ किसी और को जिम्मेदारी देना कैदी बनना है.

हम सभी जीवन में अलग-अलग विकल्प चुनते हैं. _ दुनिया कभी खुश नहीं होगी, ऐसा कभी नहीं हुआ है और ऐसा कभी नहीं होगा.

_ संसार का दुखी रहना निश्चित है, केवल व्यक्ति ही सुखी हो सकते हैं, ख़ुशी कुछ व्यक्तिगत है.

खुश रहने के लिए चेतना की जरूरत है ; _ खुश रहने के लिए तीव्रता की जरूरत होती है ; _ खुश रहने के लिए जागरूकता की जरूरत है.

_ संसार कभी भी सुखी नहीं हो सकता _ क्योंकि इसमें जागरूकता नहीं है. _ समाज के पास कोई आत्मा नहीं है, केवल मनुष्य के पास है ; _ लेकिन हमारे लिए ये स्वीकार करना बहुत मुश्किल है.

हम बहुत रक्षात्मक हैं. हम कभी गलत नहीं होते, इसलिए दुख में हैं ; _ खामियों में देखना शुरू करें. अपनी पहचान पर सवाल उठाएँ – और यह गिर जाएगी और गायब हो जाएगी.

_ इसका समर्थन मत करते रहो, अन्यथा तुम अपने ही दुख का समर्थन कर रहे हो.

मैं उन लोगों के लिए चिंतित हूं जो यह जानते हुए भी कि गलत लोगों के साथ रहना उनके लिए अच्छा नहीं है, फिर भी उनके साथ रहते हैं ;

_मुझे चिंता है कि वे प्यार के नाम पर सब कुछ बलिदान कर देते हैं जबकि दूसरे को यह भी नहीं पता कि वे किस प्यार में हैं.

_मुझे नहीं लगता कि यह दोनों तरफ से प्यार है ; यह सिर्फ आपकी तरफ से है.

_और जब मैं देखता हूं कि लोग इसके बारे में शिकायत कर रहे हैं लेकिन खुद को उनसे दूर रखने के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं,

_तो कहीं न कहीं, वे भी असहाय महसूस करते हैं, जैसे कि यह अब उनके नियंत्रण में नहीं है _ क्योंकि उन्होंने इसे बहुत पहले किसी अन्य व्यक्ति को दे दिया था.

और अब, यह उनकी पसंद है कि वे कैसे और कब बात करना चाहते हैं.

_ वे बात करने के लिए न्यूनतम समय निर्धारित करते हैं, और फिर भी आप उन्हें छोड़ नहीं सकते ? क्यों ?

_मैं जानना चाहता हूं कि आपका आत्मसम्मान आपके लिए सब कुछ क्यों नहीं है. आपको क्यों लगता है कि उन्हें एक और मौका देना एक अच्छा विचार है ?

_ मैं उन लोगों के लिए चिंतित हूं _जिन्हें अब अपनी परवाह नहीं है, _ क्योंकि उन्होंने प्यार को खुद से बड़ा बना लिया है ; _ लेकिन क्या यह वास्तव में प्यार है –

– जब आप एक ऐसे व्यक्ति के लिए सब कुछ करते हैं _ जो यह भी नहीं जानता कि आपके अंदर क्या चल रहा है ?

_ मैं उन लोगों के लिए चिंतित हूं _जो सिर्फ इसलिए आगे नहीं बढ़ सकते _क्योंकि उन्होंने पहले कभी ऐसा कुछ महसूस नहीं किया है _ और डरते हैं कि उनका आराम क्षेत्र खत्म हो जाएगा.

_ मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि यह आप ही थे _जिन्होंने उन्हें अपने जीवन में लाकर अपने लिए जगह बनाई थी, उन्होंने नहीं..

_मैं उन लोगों के लिए चिंतित हूं _जो अभी भी नहीं समझते हैं, भले ही उनके सभी दोस्त उन्हें अपने जहरीले रिश्ते को छोड़ने के लिए कहें.

निराशा, शर्मिंदगी, चिड़चिड़ापन, आक्रोश, गुस्सा, ईर्ष्या और डर जैसी भावनाएँ, बुरी खबर होने के बजाय, वास्तव में बहुत स्पष्ट क्षण हैं _ जो हमें सिखाते हैं कि हम कहाँ रुके हुए हैं.

वे हमें सिखाते हैं कि जब हमें लगे कि हम ढह जाना पसंद करेंगे और पीछे हटना चाहेंगे _ तो हम खुश हो जाएं और झुक जाएं.

वे दूतों की तरह हैं _ जो भयानक स्पष्टता के साथ हमें दिखाते हैं कि हम कहां फंस गए हैं ; __

_ यह क्षण ही आदर्श शिक्षक है, और, हमारे लिए भाग्यशाली है, हम जहां भी हों, यह हमारे साथ है… हमारे आनंद से जुड़ने में सबसे बड़ी बाधा नाराजगी है.

जीवन में तनाव और चिंताएँ अपरिहार्य और अप्रत्याशित हैं, लेकिन एक भी विचार को अपने दैनिक जीवन को बर्बाद न करने दें.

आपकी समस्याओं का वज़न शायद नहीं बदलेगा ; _ क्योंकि यदि तुम इसे थोड़ी देर और पकड़ोगे तो यह उतना ही भारी हो जायेगा; अगर आप इसके बारे में कुछ देर सोचेंगे तो कुछ नहीं होगा. _ और यदि आप इसके बारे में थोड़ी देर और सोचेंगे, तो यह दुखने लगेगा और भारीपन महसूस होने लगेगा ; _लेकिन अगर आप पूरे दिन इसके बारे में सोचते रहेंगे, तो आप पंगु महसूस करेंगे और कुछ भी करने में असमर्थ महसूस करेंगे.

_यह एक अत्यधिक दबाव की तरह है जिसे आप अपने दिल और दिमाग में ले रहे हैं ; _ यदि अवसर दस्तक नहीं देता है, तो एक दरवाजा बनाने का प्रयास करें – यह खुद को ऐसी नकारात्मक चीजों की लालसा न करने देने का एक तरीका है. _इसलिए कम से कम, अपनी समस्याओं के बारे में ज़्यादा न सोचने का प्रयास करें और हमेशा अपना ख्याल रखें.

The stress and worries in life are unavoidable and unpredictable, but don’t let a single thought ruin your every day living. the weight of your problems will might not change. because if you hold it a little longer, the heavier it becomes; if you think about it for a while, nothing will happen. and if you think about it a bit longer, it’ll begin to hurt and feel heavy. but if you think about it all day long, you’ll feel paralyzed and incapable of doing anything. it’s like an overflowing pressure that you are taking inside your mind and heart. if opportunity doesn’t knock, try to build a door—just a way to not let yourself crave for such negative things. so at least, try not to overthink about your problems too much and always take care of your self.

प्यार से जीना ही जीना है. __ बुद्धि द्वारा जीना – तुलनाओं, गणनाओं, योजनाओं, अवधारणाओं, विचारों द्वारा – यह सब गर्व की एक संरचना है जिसमें कोई सुंदरता या खुशी नहीं है – कोई जीवन नहीं है.

Living by love is living. Living by intellect — by comparisons, calculations, schemes, concepts, ideas — is all a structure of pride in which there is not beauty or happiness — no life.

मैं देखता हूं कि कुछ लोग दूसरों की तुलना में ( अच्छे या बुरे ) कहीं बेहतर विकल्प चुनते हैं.

_ क्या यह हम हैं ? कुछ ऐसा जिसके साथ हम पैदा हुए हैं ? क्या यह हमारी बुद्धिमत्ता, हमारे सामान्य ज्ञान की मात्रा, हमारी परवरिश से जुड़ा है ?

_ क्योंकि बुरे विकल्पों के बहुत विनाशकारी, जीवन भर परिणाम हो सकते हैं. _ मेरा मानना ​​है कि यह कुछ ऐसा है _जिसकी हमारे पालन-पोषण में कमी थी _और यह इतना अच्छा नहीं है कि _किसी से कहा जाए कि अच्छे विकल्प चुनें ; _उन्हें हमारे अनुरूप बनाया जाना चाहिए. _ हमारे देखभाल करने वालों को यह नहीं मानना ​​चाहिए कि हम जानते हैं ! हमें सही विकल्पों के लिए निर्देशित होना चाहिए !!

” जिनकी समझ विकसित होती है _ उन्हें छोटी-छोटी बातें पसंद नहीं होती हैं.”

_वे अक्सर खुद को रचनात्मक या सहज ज्ञान युक्त रखते हैं. _ वे ज्वलंत सपने देखते हैं, और अक्सर अगले दिन अपने सपनों को याद कर सकते हैं. _उन्हें संगीत, प्रकृति, कला, सौंदर्य पसंद है.

_वे असाधारण रूप से मजबूत भावनाओं को महसूस करते हैं – कभी-कभी खुशी के तीव्र झटके, लेकिन दुःख, उदासी और भय भी.

— ऐसे लोग _ उन सूक्ष्मताओं को नोटिस करते हैं _जो दूसरे नज़रअंदाज़ कर देते हैं _ जैसे किसी अन्य व्यक्ति की मनोदशा में बदलाव..

हम जीवन में चाहे कितने भी अर्थ और तर्क कर लें ; _ जिंदगी हमारे तर्कों और समझ से परे है _और शायद इसीलिए यह इतनी खूबसूरत है.

_यदि हम हर चीज़ का अर्थ निकाल सकें, तो जीवन अपना सारा आकर्षण और अर्थ खो देगा.

मैं उस दौर को अभी भी देख सकता हूं, याद है मुझे वो सारी बातें जो लोगों ने सिखाई थी..

_ पर उस दौर की उम्र बहोत छोटी रही, मानो एक पल में पूरा दौर गुजर गया..

_ अब उन बातों को याद करने की वजह ही नहीं दिखती मुझे,

– अब सिर्फ एक बात याद है.. जैसी दुनिया वैसे हम…!

मुझे हमेशा ख़ुशी होती है _जब मैं उन लोगों को अपनी इच्छानुसार जीवन जीने के लिए ईमानदारी से प्रयास करते हुए देखता हूँ.

_ जब मैं देखता हूं कि वे दुनिया को दोष नहीं दे रहे हैं और चुपचाप पूरे दिल से खुद को बदलने की कोशिश कर रहे हैं.!!

सबको लगता है लोग आपको समझे, लेकिन कोई ख़ुद दूसरे को समझने की कोशिश नहीं करता,

_ ज्ञान भरी बातें सब कर लेंगे, लेकिन कोई ये नहीं जानने का प्रयास करेगा कि मेरी मनः स्थिति क्या है और क्यों है ?

_ सबको अपने हिस्से की परेशानी हमेशा ज़्यादा लगती है, इसलिए सबसे बढ़िया है किसी को कुछ मत बोलो…!!

लोग कैसे पूरा समय सिर्फ खाने और पकाने की बात कर सकते हैं ;

_किसी को अपडेट देने के लिए बातें ..सिर्फ खाने और पीने की, सब कुछ कुशल हो गया, खाना पीना बढ़िया हो गया _ ही दिए जाते हैं..!!

_कितनी बोरियत भरी है जिंदगी…कितना पाखंड है..

_ कहीं तो सुधार जाओ… कहीं तो कुछ छोड़ दो..

_ज्यादातर लोग ठग, धूर्त हैं, और पैरों की एकरसता, घर, भोजन, गगनचुंबी इमारतें, जॉब, प्यार…

_..शून्यता के एक खोखले गड्ढे पर खड़ी ..एक पूरी दुनिया !!

_अर्थहीन !!! बिल्कुल अर्थहीन !!

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