My Favourites – पगला – बावला – बावरा – मतवाला – मस्ताना – दीवाना – रंगीला – 2016 B

हमें सही आदमी से नफ़रत करनी ही पड़ेगी, दूर रहना ही पड़ेगा, कारण बनाने ही पड़ेंगे ; _ उसका जीवन यह बार-बार चीख-चीख कर याद दिला रहा है कि _ हमारा एक-एक पल झूठा है, और साथ ही आमंत्रित भी कर रहा है कि _ ” बदल सकता है सब “

_ कभी-कभी लोग यह उजागर करने की कोशिश करते हैं कि _आपके साथ क्या गलत है _ क्योंकि वे आपके बारे में जो कुछ भी सही है _ उसे संभाल नहीं सकते हैं.”

मैं अपने विचारों को स्पष्ट रखता हूँ, जिन्हें पसंद है अच्छी बात है

_ और जिन्हें नहीं पसंद है ..वो तो और भी अच्छी बात है..!!

यही बात कुछ लोगों को पसंद नहीं आई,

_ कम है लेकिन बहुत अच्छे से मेन्टेन रहता है.!!

जो व्यक्ति आपसे नफरत करता है वह आम तौर पर तीन कारणों से आपसे नफरत करता है.

वे या तो आपको एक खतरे के रूप में देखते हैं, वे खुद से नफरत करते हैं, या वे आप जैसा बनना चाहते हैं.

Someone who hates you normally hates you for 3 reasons. They either see you as a threat, they hate themselves, or they want to be you.

मुझसे मिलने में कोई आपत्ति नहीं है.. लेकिन मैं आंखों के पर्दे में छुपी चालाकियां पहचान जाता हूं.!

_ मैं मुंह पर कुछ कह नहीं पाता ये बात अलग है.. लेकिन किस्मत के कोहरे में भी मैं काली लकीरें पहचान जाता हूं.!!

कुछ लोग हमेशा बेवकूफी पर उतारूं रहेंगे, _लेकिन उन्हें समझाने की बजाय खुद को समझा लेना, _क्योंकि यही आसान भी रहेगा और बेहतर भी…!
मैं अब अपने बारे में किसी को कुछ नहीं बताता,

_ जिसे जो समझना है समझे, जिसे साथ रहना है रहे, जाना है जाए..

_ यहाँ ऐसे लोग है जो दूसरो को खुश नहीं देख सकते भावनाओ से खेलते है..!!

अपना राजदार किसी को भी ना बनाएं,

_ क्योंकि आज के समय में कोई ख़ास ही पीठ में छुरा भी भोंकता है..!!

मुझमें आए बदलाव के लिए मुझे दोष देने से पहले..

.. ख़ुद से ये सवाल ज़रूर कर लेना..

_ कि आप के किस रवैये ने मुझे बदलने पे मजबूर किया ?

बहुत से लोग मेरी लाइफ में ताक-झाँक करते हैं..

_ जबकि मैं इन लोगों में से किसी की लाइफ को नहीं ताकता हूं..!!

मैं आपके सवाल का उत्तर नहीं दे रहा हूँ,

_ अर्थात आप मेरे जवाब के लायक नहीं हैं..!!

_ जवाब उनकी हरकतों में था, मैं उनकी बातों में ढूंढ़ता रह गया !!

तमाशा होता है तो लोग खूब आते हैं देखने,

_ बात दर्द सुनने की थी ..हर शख़्स बहरा निकला..!!

उनसे कह दो ख़ुशी ज्यादा देर तक नहीं टिकती,

_मेरे दुखों पर बहुत मुस्कुरा रहे हैं कोई -कोई !!

मेरी यादों से आप चले जाओ..

_ अब मुझे अच्छे लोगों की दरकार नहीं.!!

अब मेरे पास ज्यादा समय नहीं बचा है..

_ ‘अब मैं नए हादसों के लिए तैयार नहीं हूं.’

आपको लगता है नसीब अच्छा है मेरा,

_ मगर आपको ये नहीं पता कि मेहनत जानलेवा थी.!

कुछ लोग आप पर क्रोधित हैं क्योंकि आप उस तरह से कष्ट नहीं उठा रहे हैं जैसी उन्होंने आपसे अपेक्षा की थी.

Some people are mad at you because you aren’t suffering the way they expected you to.

दूसरों से सुनी-सुनाई बातों से किसी का मूल्यांकन न करें ; बुद्धिमान बनें, उन्हें स्वयं जानें, फिर अपनी राय बनाएं..!!
जब कोई विषैला व्यक्ति [ Toxic person ] आपको नियंत्रित नहीं कर सकता, तो वह यह नियंत्रित करने का प्रयास करेगा कि दूसरे आपके बारे में क्या सोचते हैं.

यह अनुचित लग सकता है, लेकिन विश्वास रखें कि अन्य लोग भी अंततः सत्य देखेंगे, जैसे आपने देखा.

अपने आप को स्वयं पर और आपने जो प्रगति की है उस पर गर्व करने दें. _विशेषकर वह प्रगति जिसे कोई और नहीं देख सकता.

Allow yourself to be proud of yourself and all the progress you’ve made. Especially the progress no one else can see.

मेरी आत्मा [ दिल ] एक बजट पर है. _ मैं तनाव, ईर्ष्या, नकारात्मक भावनाएं, संदेह या धोखा बर्दाश्त नहीं कर सकता.

My soul is on a budget. I cannot afford stress, envy, negative vibes, doubt or deceit.

छोटी उड़ान पर फड़फड़ाना मेरा काम नहीं, मैं आसमान चीर कर शांत बैठा हूँ..
भूला देता हूँ सारी बातें, इसका मतलब ये नहीं है कि दिल पर नहीं लगती !!
अब मुझे बहस करने के बजाय, दूरियां बनाना ज्यादा बेहतर लगता है.
आपकी साजिशों की तमन्ना के बावजूद भी मैं आगे बढ़ता रहता हूँ
उन्हे लगता है नसीब अच्छा है मेरा, मगर उन्हें ये नहीं पता कि मेहनत जानलेवा थी..!
याद करोगे तो याद रहोगे, वरना मेरी भी यादाश्त कमजोर है !!
हारा हूँ मैं हमेशा अपनों से, गैरों से जीतने का हुनर मुझे आता है !!
मुझे नहीं पता मैं कैसे जीतूँगा, मगर मैं हारने वाला तो हूँ नहीं..
हार न मानी मैंने हवाओं से कभी, दीप बुझते रहे मैं जलाता रहा !!
उसी दिये ने जला दिया मेरा हाथ, जिसे मैं हवा से बचा रहा था..!!
किसी ने कहा, तुम बहुत अच्छे हो, _ मैंने कहा, यही तो खराबी है..!!
मैं इतना ख़ास हूँ कि लोग अपना कीमती वक़्त निकाल कर मेरी बुराई करते हैं.!!
बहते पानी की तरह रहोगे.. तो कचरा खुद किनारे हो जाएगा.!!
मुझे खोकर जानोगे, मुझ–सा हर जगह नहीं मिलता..!!
अपनी नज़र में लाज़वाब हूँ मैं, आपकी नजर की ऐसी-तैसी !!
माना कि नियति है मुरझाना, तो अब खिलूँ भी न क्या ?
लोग रखते हैं अब नज़र मुझ पर, यारों अब तुम हिसाब रहने दो.!!
ज़िन्दगी जब ढलान से उतरे, मैं चाहता हूँ शान से उतरे !!
ख़ुद पर दिखा एक तंज.._ के मैं इतना बेवकूफ कैसे बन गया.!!
दूर जाना मंजूर है, _ पर आपके पास लौट कर आना मंजूर नहीं !!
मुझको चुप रहने की आदत है..

_ वरना जानता हूँ मैं.. कौन है कितने पानी मे.!

जुदा होने का फैसला आसान नहीं था, कौन कहता है दिल परेशान नहीं था..

_ खामोशी के पीछे छुपे थे आंसू, कौन कहता है दर्द का नामोनिशान नहीं था..!!

जिन बातों पर पहले मुझे गुस्सा आता था ..

_ अब उन पर भी मैं शांत रहना सीख गया हूँ.!!

ठहर कर सोचना-समझना मुझको,

_ मैं शायद समझ आ जाऊंगा..!!

बोलने वाले तुझे शायद ध्यान नहीं, चुप हूँ मैं बेजुबान नहीं !!

_ उन्हें तो भनक भी नहीं कि उनकी दी हुई तकलीफ से आज भी दर्द मिल रहा है…!

अच्छा बन कर देख लिया, बहुत कीमत अदा करनी पड़ती है.

_ एक ऐसा समय भी आता है जब अपनी ही अच्छाई पर पछतावा होने लगता है.!!

मैं कोई भी काम सही और सिस्टेमैटिक ढंग से करना चाहता हूं..

_ और आप चुन-चुनकर बुराइयां ढूंढ़ते हैं..!!

छोटी सी बात पर ताल्लुकात बिगड़ जाते हैं;

_ मुद्दा होता है “सही क्या है“ और लोग “सही कौन है“ पर उलझ जाते हैं.!

आपने उसे ही अपने से दूर कर दिया,

_ वही तो आपको बचाने वाला था..!!

बात तो सही है आपकी बराबरी का नहीं हूँ मैं,

_ आप तक पहुँचने में मुझे गिरना बहुत है..

उलझनें मैंने कई झुक कर भी सुलझाई हैं,

_ लोग सारे तो कद के बराबर नहीं होते..!!

ये अलग बात है कि मैं परेशान नहीं था.!

_ मगर नया रास्ता उतना भी आसान नहीं था.!!

आप दो कदम चले तो लड़खड़ा गए,

_ ऐसे इम्तिहानों से तो मैं सौ-सौ बार गुजरा हूं.!!

‘कोई चाहता है मेरी बर्बादी.’

_ चलो इसी बहाने कोई तो मुझे याद करता है.!!

हाल-चाल नहीं पूछते, पर खबर रखते हैं,

_मैंने सुना है कि वे मुझ पर नज़र रखते हैं.!!

मैं नहीं करता दरिया की खुशामदें,

_ मुझे प्यासा रहने के बड़े तजुर्बे हैँ !!

ये तो नर्म मिजाजी है जो फूल कुछ नहीं कहते,

_ वरना कभी दिखाइये काँटों को मसल कर..

खुद को थोड़ा बदल लिया हूँ, गिर रहा था अब संभल रहा हूँ..!!

_मैं कोई रास्ता ढूंढूंगा या बनाऊंगा..!!

मैं बस इतना ही जानता हूं, मैं उस तरह नहीं चलता..

_जिस तरह बाकी सब चलते हैं..!!

जो राहें मेरे दिल को रास नहीं आती ठुकरा देता हूं..

_ हालांकि उन राहों में चलने का फायदा बहुत है..!!

माना मेरी समझ कम है, पर सब समझ आता है..!!

_ लोगों का दिया अच्छा भी और बुरा भी !!

अच्छे दिनों में लोग साथ देने आएंगे,

_ मुझे बताओ बुरे दिनों की क्या तैयारी है ?

अपने वजूद पर फख्र है मुझे…

_ कौन क्या सोचता है मलाल नहीं !!

ये दूरियां मिट नहीं सकतीं,

_अब मुझे भी अजनबियों में गिन लो..!!

सब्र जितना करना था कर लिया मैंने,

_अब आप ना मिलो “वही बेहतर है” !!

दूरियाँ अब ये मिट नहीं सकतीं,

_ अब मुझे परायों में शुमार कर लो !!

अपना कहते रहे जिसको, ख़त्म सब किया उन्होंने ही !

_ अब सावधान रहना, ये मिलेंगे भी तो बिछड़ने को ही !!

ख़ुद की ज़िन्दगी पर भी हँसी आती है..

_ बेवजह किनकी बातों में फँस रहा हूँ मैं..!!

सबकी परेशानियां सुनता हूँ,

_ अपनी बताने का मन नहीं करता.!!

जंगली जड़ी बूटी सा हूँ मैं,

_ किसी को जहर किसी को दवा लगता हूँ मैं.!!

मेरी फितरत में नहीं है गलत को सही कहना,

_ आप को ना हो पसंद तो मुझसे दूर ही रहना..!!

इक तुम हो कि शोहरत की चाहत कभी मिटती नहीं,

_ इक मैं हूँ कि हर शोर से उकताया हुआ हूँ..!!

ये सोच कर मैंने अपने होंठ सी लिए,,

_ क्यूं हर किसी के लिए अनमोल शब्द बर्बाद करें..!

सबने ही छेड़ा तराना ज़िंदगानी का..

_ लेकिन मेरी कहानी का रंग सबसे अलग था.

लोग ऐसा निराशाजनक व्यवहार क्यों करते हैं यार ?

_ इससे ज्यादा निराशा की बात यह है कि.. मैं उन्हें अनुमति क्यों देता हूं ?

मैं विनम्र और एक जैसा ही रहता हूँ,

_ क्योंकि मैंने बहुत से लोगों को वही बनते देखा है.. जिस पर वे हँसते हैं.

और अंत में हंस कर छोड़ दूंगा सब,

_ जिसे पाने के लिए न जाने क्या-क्या किया था !!

मुझे नहीं मालूम मैं कितने दिन हूं धरती पर..

_ पर आप लोगों लिए प्रकाश कर जाऊंगा..!!

जहाँ तक मुमकिन था कहानी सुनाई गई,

_जब गला भर आया तो कलम उठाई गई !!

बदला नहीं हूँ मैं.. हाँ बस उन लोगों के लिए मौजूद रहना छोड़ दिया है..

_जो मुझे बुरा महसूस करवाते थे..

आपको भी जब अपने वादे याद नहीं, तो हम भी आपको भूल गए ..!!
जिद भी बदल जाया करती है,

_कल जिसे पाने कि जिद थी “आज भूल जाने की है”

— “जिंदगी चल तो रही है, पर उसमें चल क्या रहा है….. वो जिंदगी ही जाने..”

मेरे बस में नही किसी की चापलूसी करना..

_ शौक से रूठे रहो आप, मनाने का हुनर अब भूल चुका हूँ मैं..

थोडा महंगा पड़ा औरों के लिए जिंदगी जीना..

_उम्र खर्च भी हुई और कुछ हाथ भी नहीं लगा…!!

मैं किसी को एक ही बार परखता हूँ,

फिर ताल्लुक तो रखता हूँ लेकिन दिल में नहीं !!

क्यूं करें शिकवा की कोई शिकायत है आपसे,

_ अब जब मेरे हिस्से में यही आया, तो ये भी सही !!

नाराज रहूँ तो लहजे में कड़वाहट जरूर मिलेगी,

_ पर दिल में भी कड़वाहट हो, ये गलतफहमी होगी आपकी..!!

सुकून देता है आपका खैरियत से दिखना !

_ क्या फर्क पड़ता है अब आप हमारे हैं या नहीं !!

जब मेरे बुरे वक़्त में मेरी कदर नहीं जिन्हें,

_ तो मुझे मेरे अच्छे वक़्त में ..उनका दिया सम्मान और साथ नहीं चाहिए..!!

उनके सारे तंज़, ताने समझ आते हैं मुझे,

_ लेकिन अब जवाब में बस मुस्कुरा देता हूं.

मेरे अपने मुझे मिट्टी में मिलाने आए हैं,

अभी कहीं जा कर मेरे होश ठिकाने आए हैं !!

अब नहीं किसी के लौटने का इंतज़ार,

_ जो मेरे हैं, मेरे साथ हैं, जो नहीं वो आजाद हैं !!

माफ़ी मूफ़ी वाला ज़माना गया,

_ अगर आप मेरा दिल दुखाते हो तो.. “बस निकलो फिर”

चलते-चलते रुक जाऊंगा एक दिन..

_ सबको समझा- समझा कर.. मैं भी थक जाऊंगा एक दिन..

मैंने गहराई वाली सोच पसंद की,

_कोई उतरा ही नहीं मेरी सोच तक..

कहते हैं वो मुझे __तुम कितने अच्छे हो !

_जबकि उनके खुद अच्छे होने पे सवाल बहुत हैं.!!

मंज़िलें लाख कठिन आएँ गुज़र जाऊँगा…

_ हौसला हार के बैठूँगा तो मर जाऊँगा..!

भीड़ इतनी तो न थी, मुझे खोने वाले तूने कुछ देर तो ढूँढा होता ..
पता नहीं क्या बदला, पर अब कुछ भी पहले जैसा नहीं है..!!
जिन्होंने मुझे कभी जाना ही नहीं, उन्हें मैं हमेशा गलत ही नज़र आता हूँ !!
मैं तो जिद्दी था ना, उन्होंने कहा “जाओ” और मैं मान गया !!
मौन रहने का हुनर मुझे हादसों ने बख्शा है,

_ फ़ितरतन कोई इतना चुप नहीं रहता.!!

चर्चाओं में रहने का कोई शौक नहीं मुझे,

_ अगर मेरी हर बात की चर्चा है तो मैं क्या करूँ..!!

रिश्तेदारी में जलन और ईर्ष्या स्वतः आ जाती है..

_ इसलिए मै बहुत भागता हूँ रिश्ते जोड़ने में..!!

अच्छे दिनों में लोग साथ देने आएंगे,

_ मुझे बताओ बुरे दिनों की क्या तैयारी है ?

कौन आएगा भला मेरा हाल पूछने के लिए,

_बस इसी खौफ़ से बीमार नहीं होता हूँ.

” हम कितना कम पाने को, कितना ज्यादा खोते है …

_ ये हमें मालूम होता है, काफी देर के बाद..”

‘ज़िंदगी’ इसी का तो नाम है..

_हल्की सी जिंदगी, भारी सा बोझ.. _पैदा हुए थे एक बार, मर रहे हैँ रोज रोज.!!

चाहता हूँ ख़ुद का दर्द बताना,

_ फिर देख कर अपनों का चेहरा, भूल जाता हूँ सब कुछ !!

जवाब बहुत हैं मेरे पास, मगर गुजरे हुए किस्सों की ख़ामोशी ही बेहतर है.
अच्छा नहीं हूँ मैं, ..मैं ये मानता हूँ ; लेकिन मैं आपको भी जानता हूँ !!
मैंने सहा ज्यादा है, _किसी को भी कम बताया है..!!
ख़ामोशी को चुना है मैंने, क्योंकि बहुत कुछ सुना है मैंने..
मुझे दो मेरे दिन का हिसाब,, फिर मेरी जिंदगी में कुछ और ढूंढो !!
जवाब उनकी हरकतों में था.. और मैं बातों में ढूंढता रह गया ..!!
थोड़ी सी खुद्दारी भी लाजमी थी, उन्होंने हाथ छुड़ाया मैंने छोड़ दिया..!!

_मैं नहीं करता किसीकी जी हुजूरी, थोड़ी सी खुद्दारी भी लाजमी है..!!

मैं बद्दुआ नहीं देता, मगर मेरी आह से डरना चाहिए.!
मेरे दिमाग में यह बात बैठ गई है कि ज्यादातर लोग टॉक्सिक हो गए हैं ;

_ इंसानियत के बारे में सोचने वालों को भी एक दिन ये निगल जाएंगे.

जिन पर थोड़ा सा भी आसान हुआ हूँ,

_ वही बता सकते हैं कि मैं कितना आसान ही था.

रूबरू मिलोगे मुझसे तो कायल हो जाओगे,

_ दूर से तो मैं जरा मगरूर सा लगता हूँ !!

कितना कुछ बोल दिया आज तक मैंने,

_अब कुछ दिनों तक चुप रहना चाहिए.!!

जिंदगी में बहुत कुछ खोया, तब जा कर खुद से मुलाकात हुई..!!
मेरे जैसे हजारों मिलेंगे, मगर उन हज़ारों में मैं नहीं मिलूंगा !!
मैंने गहराई पसंद की,

_कोई उतरा ही नहीं मेरी सोच तक..

मुझे कोई न पहचान पाया करीब से,

_कुछ अंधे थे कुछ अंधेरे में थे.

दुःख इस बात का है कि मेरे खरेपन का,

_झूठे लोगों ने इम्तेहान लिया..!!

कुछ अपने ही मेरी खुशियों का हिसाब रखते हैं,

जो देख सुकून को “मेरे” मेरे बदल जाने का क़सूर बताते हैं !!

आदमी जरूर हूं पर अब और सहने की सामर्थ्य नहीं है..

_ भीगी आँखों से सब सहते-सहते अब गला भर्रा जाता है..

अगर मैं बोलना छोड़ कर, बस सुनने लग जाऊं ;

_ तो समझ लेना ..खो दिया आपने मुझे..!!

ज़िन्दगी में इस कद्र दुख मिला मुझे,

_ मैं हंस ही नहीं पाया ..जब सुख मिला मुझे..!!

सोचने दो जो सोचना है उनको,

_ है अगर दिल सच्चा तो खुद पर नाज़ कर..

गलती पर तो सौ बार झुकेगा ये सर,

_ बेक़सूरी पर तो आँखें भी नीचे न होंगी..!!

मैं इतना भी नहीं भटका कि लौट न सकूं..!

_ जिद तो यही है कि नई राह बनाई जाए..!!

कुछ बातें हो जाती हैं, उनको प्लान नहीं करना पड़ता.

_ और जो हो जाती हैं, वही याद रहती हैं..!!

यदि आप किसी को कुछ देने वाले हैँ, तो पहले अपनी सीमाओं को समझना याद रखें ;

_ क्योंकि लेने वालों की कोई सीमा नहीं होती !!

ऊंचाईयों की असलियत मैंने भी देखी है,

_ मैं तो यही कहूंगा कि जमीन पर ही रहना समझदारी है..!!

मैं किसी से कोई अपेक्षा नहीं रखता..

_ न ही लोगों को मुझसे कोई अपेक्षा रखने को कहता हूँ..!!

मैं अफ़सोस क्यों करूँ कि कोई मुझे ना मिला,

_ अफ़सोस तो वो करें जिन्हें मैं ना मिला !!

उनकी कोशिश है कि चरागों को बुझा दे मेरे,

_ मेरी हसरत है कि उनके घर में उजाला जाए !!

मिला है नेकियों का फल मुझे भी, उसे चखा भी है और वह कड़वा बहुत है.
मैंने समेटा है दर्द इतना-इतना, तुम एक मुझे ही संभाल न पाए.
“बदला नहीं हूँ” बस अब शांत और अकेले रहना अच्छा लगता है.
किससे क्या सीखना, कैसे सीखना और कितना सीखना, यह अभी मैं सीख रहा हूँ..!!
एक संतुष्टि है कि मेरे बिना भी दुनिया में सब कुछ हो सकता है_

_ और एक अजीब सी कसक भी है कि मेरे बिना भी सब कुछ हो सकता है..

अपनी अनुपयोगिता का भान होते रहना भी इंसान के लिए बहुत ज़रूरी होता है..

जो लोग चालाक है ..वो चालाक ही बने रहें.

-“मेरी सादगी, मेरी सच्चाई,” _ उन बनावटी चालाक लोगों से बहुत सुंदर है,

_ जिसमें दर्द, पीड़ा, तकलीफ़, अपमान ही सही है..

_ यह भी सुख के बाद के ही रूप हैं ..!!

जलने वालों कि दुआओं से ही सारी बरकत है,

_बाकि कोई तो याद भी नहीं करता..!!

लोगों से हमदर्दी की उम्मीद मत करना,

_ लोग घाव पर निशाना लगाकर पत्थर मारते हैं..!!

मुझे वो लोग बुरा कहते हैं, जिनका बुरा मैंने आज तक सोचा ही नहीं !!
मेरे पास शब्द बहुत कम हैं, महँगी चीज़ है ज्यादा खर्च नहीं करता..!!
ऐसे किसी की ज़रूरत ही क्या है, जिससे यह डर लगे कि इसने पीठ पीछे छुरा छुपा रखा है.

_ जिस पर विश्वास न हो, वहाँ सिर्फ वक़्त-कटी के लिए बोलना वक़्त की बर्बादी है.

_यह दोहरी नैतिकता वालों का काम है.

मेरे ये ज़ख्म आपके ही दिए हुए हैं, इन पर मरहम न लगाओ.

_ मैं तो वक्त हूँ गुजरा हुआ, भूल जाओ..

_ अब ये मुनासिब नहीं, आप मुझे याद करो.!!

जीवन के कुछ ऐसे अनकहे किस्से होते हैं जिन्हे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता.

_ हर एक के होते होंगे, ..बस कोई उसे कहानी बना देते हैं.

_ जीवन में बहुत कुछ… बस हो न सका … अकेलपन आंखों में नमी उदासी… बावजूद इसके जीना है…

_ मेरी नजर ढूंढती रहती है उसको, उस जगह को, उस माहौल को…

_ मुझे भी तो बहुत कुछ कहना, बताना है, –पर कुछ बातें शायद जल जाती हैं.

जो लोग कहते है ना की उन्हें किसी की ज़रूरत नहीं,

वो ऐसी बहुत सी परिस्थितियों से गुज़र चुके होते है..

_जहां उन्हें किसी के सहारे की सख़्त ज़रूरत थी..

_लेकिन तब उन्हें किसी का साथ नहीं मिला..

मुझे जो अच्छा लगता है.. उसके लिए मैं मर मिटता हूँ,

_ जो नापसंद हो.. वह मुझे कुछ भी कर के अच्छा नहीं लगता,

_ लोगों की फेक पर्सनालिटी समझ में आ जाती है,

_ कुछ लोग अच्छा बन कर प्रहार करते हैं,

_ अब सावधान रहता हूँ, रहना भी चाहिए,

_ विश्वास कर के बहुत कुछ गंवाया है.!!

तब मैंने निराशा को चुना,

_ क्योंकि अंत मे निराशा ही हाथ लगती है,

_निराशा को सहर्ष स्वीकार कर के साथ चलने का हुनर सीख लिया है अब, खैर !…

_ आप अपनी ओर से कितनी भी कोशिश कर लें, बुरा अनुभव मिलेगा ही मिलेगा,

_ सबकुछ स्वीकार करने का साहस रखें और वर्तमान में जिएं.. बिना किसी की परवाह किये…!

अपने नए मिले रूप की सुरक्षा के लिए बहुत सावधान रहें.

_ अक्सर, हमारे लिए दूसरे लोगों की योजनाओं में शामिल होने से हमारी रचनात्मकता अवरुद्ध हो जाती है.

_ हम अपने रचनात्मक कार्यों के लिए समय निकालना चाहते हैं, लेकिन हमें लगता है कि हमें इसके बजाय कुछ और करना चाहिए.

_ अवरुद्ध स्वप्नद्रष्टाओं के रूप में, हम स्वयं के प्रति अपनी जिम्मेदारियों पर नहीं, बल्कि दूसरों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित करते हैं.

_ हम सोचते हैं कि ऐसा व्यवहार हमें अच्छा इंसान बनाता है. ऐसा नहीं है.

_ यह हम लोगों को निराश बनाता है.

_ हमारी रचनात्मकता को पोषित करने का आवश्यक तत्व स्वयं को पोषित करने में निहित है.

_ आत्म-पोषण के माध्यम से हम जीवन की सार्वभौमिक सच्चाइयों से अपना संबंध विकसित करते हैं.

जीवन का क्या है, चलते रहता है, घटनाओं का क्या है, होते रहती हैं.

_ घटनाओं के साथ हम कर भी क्या सकते हैं, वे होने के लिए स्वतंत्र हैं..!!

_ हमारी चिंता केवल यह रहती है कि जब ये घटनाएं घटेंगी तो इनका सामना कैसे करेंगे ?

_ वैसे, चिंता करने से होगा क्या ? ठीक है, आओ घटनाओं, हमें कोई न कोई रास्ता मिल ही जाएगा..!!

‘हर हाल में तैयार हूं तेरे जुल्म सहने को, तू आकर देख तो ले मेरा हौसला कितना है’

तेरी महफिल में आकर हम भी देखेंगे __ मस्तों की महफ़िल में आके तो देखो !! _________________________________________________________

-पूरी दुनिया के वैज्ञानिक इस रिसर्च में जुटे हैं कि क्या अच्छे और बुरे रिश्तों का आदमी की सेहत से कोई वास्ता है ?

_ अब कुछ वैज्ञानिक सामने ला रहे हैं कि _ जो लोग अच्छे रिश्तों में होते हैं, _ वो जल्दी बूढ़े नहीं होते, उनकी उम्र भी लंबी होती है..!!

_ वैज्ञानिकों ने रिसर्च करके बताया है कि मजबूत सामाजिक संबंध का लंबे जीवन से सीधा नाता है.

_ वैज्ञानिकों ने तो यहां तक निष्कर्ष निकाला है कि जो लोग अच्छे रिश्तों में होते हैं, उन्हें सर्दी तक कम लगती है.

__ है न कमाल ? ये कमाल है रिश्तों का, _ अच्छे रिश्तों का..!!

_ ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी में स्वास्थ्य और रिश्तों की विशेषज्ञ डॉ. जेनिस किकोल्ट-ग्लेसर ने कई परीक्षण के बाद ये निष्कर्ष निकाला है.

_ डॉक्ट ग्लेसर ने अपने रिसर्च में ये भी लिखा है कि _ आपकी ज़िंदगी में अगर एक भी बुरा रिश्ता हो तो _ उससे तत्काल दूर हो जाइए..!!

_ बुरे रिश्ते आपके तन-मन को नुकसान पहुंचाते हैं..!!

_ हम वादा करते हैं कि हम सिर्फ अच्छे रिश्तों में रहेंगे ;

_ टॉक्सिक रिश्तों को टाटा-बाय-बाय..

__ खुशहाल एवं लम्बे जीवन का आधार रिश्ता ही है, _ मैंने एक पुस्तक में पढा था कि जापान के एक गांव के लॊगॊ की उम्र सबसे अधिक हॊती है ;

_ यानि वे लंबे समय तक जीते है _ इसका कारण है _ उनका आपस का सहयॊगात्मक संबंध एंवम भाईचारा आधारित जीवनयापन शैली..!!

जब आप लोगों को महत्व देते हैं तो वे सोचते हैं कि आप हमेशा फ्री हैं और आपके पास करने के लिए कुछ नहीं है ;

_लेकिन, वे यह नहीं समझते कि आप उनकी परवाह करते हैं और हर समय खुद को उनके लिए उपलब्ध रखते हैं, चाहे कुछ भी हो.

ज़िंदगी में आपके साथ कौन है इसे जानने के लिए मुसीबतों का आना ज़रूरी है.

_ वर्ना तो रौशनी में हर कोई साथ दिखता है और अंधेरे में परछाई भी साथ छोड़ देती है.

_ “खुश हूं कि हर एक के असली चेहरे दिख गए.”

न किसी को गिराया न खुद को उछाला, कटा ज़िन्दगी का सफ़र धीरे- धीरे !!

_जहाँ आप पहुंचे छलांगें लगा कर, वहाँ मैं भी आया मगर धीरे- धीरे !!!

एक हद तक टूटने के बाद ..इंसान अपने हक़ में आई हुई ..खुशियों को भी ठुकरा देता है..!!
एक तरफ़ नीयतें सरल, दूसरी ओर बस बेईमानी, कपट और छल !

आख़िर ये दूसरे लोग इतने बुरे क्यों होते हैं ?

इस पागल दुनिया के ये तरीक़े ये तौर क्यों होते हैं ?

अपने पैटर्न पर ध्यान दें. जिस तरह से आपने जीवित रहना सीखा है, हो सकता है कि वह वह तरीका न हो जिस तरह से आप जीना चाहते हैं. ठीक करो, सीखो और बदलो..!!

Pay attention to your patterns. The way you learned to survive may not be the way you want to continue to live. Heal Learn and change.

पुराने समय में बड़े बुजुर्गों से ये सुनने को मिलता था कि _ ख़ुशी सबके साथ बांटनी चाहिए, और गम को अकेले मनाना चाहिए ;

_ लेकिन आज कि बात करें तो _ जिनसे ख़ुशी मनाते हैं, उनसे ख़ुशी _ यहां देखी कहां जाती है !!!

_ वो हमारे लिए गम और दुःख के मार्ग खोल देते हैं,

_ तो आज का ज्ञान ये है कि __ जहां गम को अकेले मनाना है, ख़ुशी को भी अकेले मनाना चाहिए,

_ यहां सुख- दुख का ढिंढोरा पीटने की कोई जरुरत नहीं है.!!

“- चुप रहें और अच्छी ख़बरों को ज़रूरत से ज़्यादा साझा न करें. : _ बहुत से लोग आपकी उपलब्धियों से ईर्ष्या करते हैं.

_सबसे मूल्यवान चीजों को तब तक सुरक्षित रखना महत्वपूर्ण है _जब तक कि वे पूरी तरह से हासिल और साकार न हो जाएं.

” अनजानों से क्या डरना ” वो तो आए और चलते बने !

” सावधानी ” तो उन से रखनी है, जो “पल-पल” की खबर रहते हैं !!

मैने भी महसूस किया कि ज़िंदगी में ऐसे लोग थे/हैं, जिनको बहुत क़रीब जाना, दिल से माना..

_ पर जब अपना दुखड़ा रोया, शिकवे शिकायत करनी चाही तो रिश्ते का खोखलापन एकदम दिख गया..!!

पचास साल बाद अब मैं जानता हूं कि खोजना/खोना, भूलना/याद करना, छोड़ना/लौटना कभी बंद नहीं होता.

_ पूरा जीवन एक और मौके के बारे में है, और जब तक हम जीवित हैं, अंत तक हमेशा एक और मौका होता है.

जीवन के अपने मौसम हैं ; _ जब खूबसूरत चीजें खत्म हो जाएं, तो उसे रहने दें. __ जब लोग चले जाएं, तो उन्हें जाने दें ; _ आपको यह अनुचित लग सकता है, लेकिन _यह वही है जो यह है.

कभी-कभी, आपकी प्रक्रिया को गड़बड़ या तूफानी होना पड़ता है, लेकिन कुछ बिंदु पर आपको एहसास होगा कि आप भाग्यशाली हैं _जो इसे प्राप्त करने और जीवित रहने के लिए हैं.

किसी को ‘ना’ कहने से पता चलता है कि कोई व्यक्ति गहरे स्तर पर कौन है. _ कुछ लोग आपकी ‘ना’ का सम्मान करेंगे, दूसरों को यह ख़तरनाक लगेगा और आपके साथ दुश्मन जैसा व्यवहार करेंगे.

_आप वास्तव में किसी को तब तक नहीं जानते जब तक आप उसे “नहीं” नहीं कहते..

Saying no to someone reveals who someone is at a deeper level. Some people will honor your no, others will find it threatening and treat you as an enemy. You don’t really know someone until you say “no” to them.

आप किसी व्यक्ति का असली रंग तब देखते हैं जब आप उसके जीवन के लिए फायदेमंद नहीं होते..

you see a person’s true colors when you are no longer beneficial their life.

कभी-कभी आपका सर्कल आकार में घट जाता है लेकिन मूल्य में बढ़ जाता है.

sometimes your circle decreases in size but increases in value.

दूसरों के लिए कोई समस्या पैदा न करें ; _ क्योंकि यदि आप ऐसा करते हैं तो _ वे एक दिन आपकी समस्या बन जाएंगे.!!
इससे पहले कि तुम मेरे साथ कुछ गलत करो, यह सुनिश्चित कर लो कि तुम्हें फिर कभी मेरी जरूरत न पड़े..!!
कभी किसी पर आँख बंद कर के भरोसा मत करो, _ क्योंकि

_ दुनिया इतनी अच्छी नहीं है कि, आप के भरोसे को कायम रक्खे ..

मुझे ही क्यों ख़याल आता है कि किसी को बुरा लग जाएगा,

_ किसी को ये ख़याल क्यों नहीं आता, मुझे भी बुरा लग सकता है..

जब लोग आपको बार-बार चोट पहुँचाते हैं, तो उन्हें सैंडपेपर समझें. __ वे आपको खरोंचते और चोट पहुँचाते हैं,; _लेकिन बाद में, आप चमकेंगे और चमकेंगे, जबकि वे बेकार हो जाएंगे.

When people hurt you over and over, think of them as sandpaper. They scratch and hurt you. But later, you’ll be shining and polished, while they end up useless.

आपकी मर्जी के बिना कोई आपको ठेस नहीं पहुंचा सकता। ऐसा नहीं है कि हमारे साथ क्या होता है जिससे हमें दुख होता है. _यह हमारी प्रतिक्रिया है जो हमें आहत करती है.

“चारों ओर पानी होने के कारण जहाज नहीं डूबते; जहाज डूब जाते हैं _क्योंकि उनमें पानी आ जाता है.

आपके आस-पास जो हो रहा है उसे अपने अंदर मत आने दें और खुद को दूसरों से तुलना न करें” धन्य रहें.[ Stay blessed]

मैं हमेशा खुश रहता हूँ, क्यों ?

क्योंकि मैं किसी से कोई उम्मीद नहीं रखता !! उम्मीदें हमेशा दर्द देती हैं !!!

हर समय बहस करने में और अपने आप को सही साबित करने में कुछ नहीं रखा होता ;

कभी कभी हाथ जोड़ कर सही वक़्त पर आगे निकल लेने में ही खुद की भलाई होती है..!!!

-” किसी से भी बहस करने से दूर रहें, इसमें बेफिज़ूल का समय नष्ट होता है.-“

अपने आप को ऐसा बनाओ कि जिसने भी आपको ठुकराया है,

_ वह आपकी एक झलक देखने के लिए तरस जाए !!

सबको खुश करना मतलब मेंढकों को तराजू में तौलना के बराबर है.. _इसलिए

_ कभी कभी ” भाड़ में जाए दुनियादारी ” बोलकर खुद को खुश रखने में ही समझदारी है.

आप किसी को नहीं बचा सकते ; _ आप उनके साथ उपस्थित हो सकते हैं, अपनी जमीनदारी, अपनी विवेकशीलता, अपनी शांति की पेशकश कर सकते हैं.

_ आप उनके साथ अपना रास्ता भी साझा कर सकते हैं, अपना दृष्टिकोण पेश कर सकते हैं.

_ लेकिन आप उनका दर्द दूर नहीं कर सकते ; _ आप उनके लिए उनके रास्ते पर नहीं चल सकते.

_ आप ऐसे उत्तर नहीं दे सकते जो उनके लिए सही हों, या ऐसे उत्तर भी नहीं दे सकते _ जो वे अभी पचा सकें ;;

_ उन्हें अपना उत्तर स्वयं खोजना होगा..

यह मत पूछो कि लोग आप को क्यों चोट पहुंचाते रहते हैं, _

_ खुद से पूछो कि आप अनुमति क्यों दे रहे हो ..

किसी के सामने हाथ ना जोड़ें साथ रहने के लिए, _

_ जो अच्छे इंसान होंगे _ वह आप की कीमत समझ जाएंगे..!

सारा ज़माना जब खिलाफ बोलता है, _

_ तो समझ लेना कि तू साफ़ बोलता है..

जो आप को सही लगे, उस के बारे में माफ़ी मांगने से रुकें, _

_ अपनी बात का बचाव करना शुरू करें .!

कुछ टूटे हुए दिल कभी नहीं जुड़ते, कुछ यादें कभी खत्म नहीं होती, कुछ आंसू कभी नहीं सूखते…

Some broken hearts never mend, some memories never end, some tears will never dry…

वो लोग जो ऐसा कहते हैं कि सामने वाला हमसे बात नहीं करता या घमंडी हो चुका है, _ इन लोगों में से 95 % लोग खुद घमंडी ही होते हैं.
हर व्यक्ति अपना भविष्य स्वयं बनाता है, कोई और उसके मौलिक स्वरुप में परिवर्तन नहीं कर सकता ;

_ एक व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति कि नकल लंबे समय तक नहीं कर सकता !!

यदि कोई समय निकाल कर आप का काम करने में मदद कर रहा हो तो,

_ उसे ” जल्दी करो ” कभी ना कहें ..

अगर खुद से दूर हो गए ना तुम, _

_ तो कभी किसी के पास नहीं आ पाओगे !!

ना दुनिया को देखने की जरूरत है और ना ही दुनिया को कुछ दिखाने की जरूरत है.. खुद में मस्त रहो और खुद में व्यस्त रहो.. यार..

_ ये वो दुनिया है जहां तेरे अपने भी अपने नहीं हैं.. ये वो दुनिया नहीं है जहां तेरी सफ़लता से किसी को खुशी मिलेगी..

_दूसरों को सुनना और दूसरों से सलाह लेना बहुत बुद्धिमानी है ; _ लेकिन अपने आप को नज़रअंदाज करना और अपने दिल पर ध्यान देने से इंकार करना बहुत ही खतरनाक है.

नकारात्मक लिखोगे तो लोग कहेंगे दुःखी है, सकारात्मक लिखोगे तो कहेंगे बेवजह ज्ञान सिखा रहा है…

_ इसलिए मैं लोगों की प्रतिक्रियाओं की परवाह किए बिना हमेशा वही लिखता हूँ जो मेरा अंतर्मन कहता है…!!!

मुझे लगता है कि मैं लोगों को बड़ा अजीब किस्म का इंसान लगता हूं, ऐसा क्यों वजह मैं नही जानता ;

_ शायद मुझे खुद में अकेला मस्त देख उन्हे अजीब लगता है, कि कोई इंसान अकेले इतना खुश कैसे रह सकता है,

_ शायद मुझे किसी चीज की अब बहुत चिंता नही सताती, शायद मैं सब को भूल चूका हूं !!

हमेशा दिमाग की ना सुन के कभी-कभी दिल की बात सुनें ; _ भले ही दिल से लिए गए निर्णय गलत हों लेकिन हमें उनका अफसोस नहीं होता, _ क्योंकि हमने जो कुछ किया दिल से किया था.

_ अफसोस तब करना चाहिए जब आपने किसी के कहने पर या थोपे गए निर्णय लिए हों ; इसलिए एक अच्छी जिंदगी जीने के लिए हमें निर्णय खुद से और दिल से लेना चाहिए.

बहुत देख लिया यार..अब दिल स्वीकृति नहीं देता किसी से अपने दुःख – तकलीफ कहूँ, क्योंकि कोई गंभीरता से नहीं लेता..

हां; जब वे मुसीबत में आते हैं तब आपको याद करेंगे _ उस वक्त ऐसा लगता है कि उन्हें दो चार सुना दें ..

चूंकि आपका वास्तविक स्वभाव तो ऐसा होता नहीं _ इसलिए आप उनके गम बांटने लगते हैं ;

मेरा कुछ भी छोड़ने का मतलब यह नहीं है कि मुझे परवाह नहीं है, इसका मतलब यह है कि मैंने चीजों को नियंत्रित किया हुआ है और मेरे लिए ये मायने रखता है कि मै कैसा महसूस करता हूँ, मैं क्या करता हूँ और मेरे लिए क्या महत्वपूर्ण है ? कुछ भी छोड़ना _ क्रोध या निर्णय से भरा अनुभव नहीं होना चाहिए.

क्योंकि मेरे अंदर दो तरह के लोग रहते हैं: एक जो अपने लिए जीता है और एक जो दूसरे लोगों की उम्मीदों के लिए जीता है ;

मेरे दिमाग में दो तरह के विचार रहते हैं: एक जो मुझसे कहते हैं कि मैं वही करता रहूं _जो वे चाहते हैं कि मैं करूं _और हमेशा के लिए प्यारा बन जाऊं, _और एक जो मुझे विद्रोही बनने और _अपने लिए जीने के लिए कहता रहता है.

मैं नहीं जानता कि मेरा बेहतर संस्करण कौन है : _ क्योंकि मैंने अपने पूरे जीवन में यही सीखा है कि _यदि आप लोगों के साथ अच्छे काम करेंगे तो _आपके साथ भी अच्छा होगा.

__लेकिन मुझे इसका जवाब कभी नहीं मिला, अगर अब मेरा लोगों को खुश करने का मन नहीं हो रहा तो क्या होगा ? क्या होगा ?

-क्या होगा अगर मैं अच्छे काम करना चाहता हूं, लेकिन वे मुझसे और अधिक की उम्मीद करते हैं ? तब मुझे क्या करना चाहिए ? क्या मुझे अपने लिए जीना चाहिए ? क्या यह मुझे एक व्यक्ति के रूप में स्वार्थी नहीं बनाता है _क्योंकि मैंने उन चीजों के लिए उन्हें मना कर दिया था _जो मैं अब और नहीं करना चाहता था ? _और इसने मुझे पूरी तरह से उनके लिए एक बुरा इंसान बना दिया, जैसे कि मैंने उनके लिए कभी कुछ अच्छा नहीं किया हो.

“-और अब मुझे आश्चर्य है कि _क्या यह सचमुच सच है कि _यदि आप लोगों के साथ अच्छा करते हैं तो _आपके साथ अच्छी चीजें होती हैं.

हमें लक्ष्य को व्यक्ति के अनुरूप बनाना चाहिए, न कि व्यक्ति को लक्ष्य के अनुरूप बनाना चाहिए… लक्ष्यों की तलाश से सावधान रहें: _ जीवन का एक तरीका खोजें..

_तय करें कि आप कैसे जीना चाहते हैं और फिर देखें कि आप जीवन के उस तरीके के भीतर रहने के लिए क्या कर सकते हैं.

Move – On करना शुरू करो, किसी ने दिल दुखाया, कोई छोड़ कर चला गया, _

_ चुपचाप दिल को मजबूत बनाओ और बिना कुछ कहे उस इंसान से दूर हो जाओ..

मेरी जिंदगी ने शायद जो सबसे अच्छी चीज सिखाई मुझे, वह यह कि हर बात पर रिएक्ट करना जरूरी नहीं होता,,!!!

“उन लोगों का ध्यान रखें _ जो आपकी परवाह करते हैं,वे वही हैं _ जिन पर आप अच्छे और बुरे समय में भरोसा कर सकते हैं “”

– उन अच्छे लोगों पर ध्यान दीजिये _ जो आपके जीवन में बने रहने का प्रयास करते हैं !”

कोई भी नहीं जानता कि हम _ इस जीवन के सफर में एक _ दूसरे से क्यों मिलते हैं ! सबके साथ रक्त – संबन्ध नहीं हो सकते !!

परंतु तू हमें कुछ लोगों के साथ मिलाकर अद्भुत _ रिश्तो में बांध देता है,,,,,हमें उन को _ संजोकर रखना चाहिए….

अच्छे लोग जिन्दगी को आनंदमय बना देते हैं..

ज़िक्र ज़रूरी नहीं, फ़िक्र किया करो,_

_ कद्र करने वालों की, कद्र किया करो ..”

– फ़िक्र करने वालों को तो _ आपको ही पहचानना होगा – “” –

– अच्छे लोग की संगति कीजिए – जो बुरे वक़्त में आप के साथ हों,

_ जिनसे आप को कुछ सिखने को मिले –“

क़दर कर लो उनकी जो तुमसे बिना मतलब की चाहत रखते हैं ,_क्योंकि

_ दुनिया में ख़याल रखने वाले कम, और तकलीफ देने वाले बहुत ज्यादा मिलते हैं.

“अगर हम दिल के सच्चे हैं और ऐसे लोगों के बीच उठते बैठते हैं जहां हमें कद्र नहीं मिलती और हमें फालतू होने का एहसास मिलता है _ तो फिर हमें ऐसे लोगो से दूर हट जाना चाहिए ;

_ यकीन मानिए एक सच्चे व्यक्ति का व्यक्तित्व बहुत अनोखा होता है ; माना उसकी Presence जो है उन लोगों के लिए मायने नहीं रखती _ लेकिन जल्दी ही उसकी Absence उन सब को खलने लगती है.”

*– हम बेफ़िक्री से जीते हैं, बेवजह घबराते नहीं ;

जो समझे वो ठीक, हर किसी को समझाते नहीं ;

कोई नफरत करे या प्यार, हर किसी को लुभाते नहीं ;

अंदाज़ अलग है अपना, सबको पसंद आते नहीं !!

एक चतुर दिमाग हमेशा जीवन की सच्चाइयों से दूर रहता है ; _ यह खुद को बचाने की भी कोशिश करता है. एक सुरक्षात्मक दिमाग हमेशा प्रतिस्पर्धा के संदर्भ में सोचता है. _ अगर हमें कुछ हासिल करना है तो हमें प्रतिस्पर्धी बनना होगा, _और हम सभी कुछ न कुछ हासिल करना चाहते हैं, _और इसके लिए हमें प्रतिस्पर्धी होना होगा.

_ प्रतिस्पर्धा हमारे अंदर ईर्ष्या और हिंसा की भावना पैदा करती है, _ और हम इतने आत्मकेंद्रित हो जाते हैं कि _ प्रकृति का प्रवाह हम तक नहीं पहुंच पाता..

शुद्ध मन को कुछ नहीं चाहिए; _ यह भविष्य की तलाश नहीं करता. यह कभी किसी के खिलाफ नहीं है. यह किसी के पक्ष में नहीं है.

एक शुद्ध हृदय हमेशा यहाँ रहता है और पूरी तरह से खुला होता है ; _ यह कोई सुरक्षा नहीं मांगता.

_ यह जो कुछ भी आता है उसके प्रति ख़ुशी से असुरक्षित रहता है ; _ यदि जीवन आता है तो _ उसे पूरी तरह से जीता है और यदि कोई कठिन परिस्थिति आती है तो _ उसे पूरी तरह से स्वीकार करता है.

_भगवान हमारे जीवन में केवल अच्छे और सुंदर रूप में ही नहीं आते ; _ यह हमारे जीवन में हर रूप में आता है.

बहुत से लोग जीवन में इस बात पर ध्यान केंद्रित करते हैं कि क्या सही है न कि क्या गलत है ; _ हमें सावधान रहना होगा कि हम नकारात्मक चीजों को देखने और उनकी ओर आकर्षित होने की आदत न डालें ; _ काँटे से पहले सुंदर गुलाब को देखना चुनना बहुत महत्वपूर्ण है.

Too many people go through life focused on what’s wrong rather than what’s right. We have to be careful not to have a habit of seeing and being drawn to what’s negative. It’s so important to choose to see the beautiful rose before the thorn.

जब हम भीड़ के अनुरूप होना बंद कर देते हैं, जब हम वह कर रहे होते हैं जो हम मानते हैं, जब हमारे कार्य हमारे मूल्यों के अनुरूप होते हैं, जब हम समझौता करना बंद कर देते हैं, जब हम अपने सबसे सच्चे व्यक्ति बन जाते हैं, तभी हम सफलता की राह बनाना शुरू करते हैं. _ तुम रहो.

When we stop conforming to the crowd, when we are doing what we believe, when our actions are in line with our values, when we stop compromising, when we are being our truest self, thats when we start creating our path to success. Be you.

आपके जीने का तरीका आपका भाग्य तय नहीं कर सकता है.

जिस तरह से आप लोगों के साथ व्यवहार करते हैं, वह आपके प्रति लोगों के व्यवहार को तय नहीं कर सकता है.

जीवन ऐसा ही है, इसे स्वीकार करें या बाद में पछताएं। सबक जल्दी या बाद में सीखा जा सकता है, जिसे निश्चित रूप से चुनना होगा.

The way you live can’t decide your fortune.

The way you treat people can’t decide people’s behaviour to you.

Life is like that , accept it or regret it later. Lesson can be learnt sooner or later that’s definitely one have to choose.

जीवन में सफल होने के दो मंत्र ; एक, किसी और पर नहीं बल्कि खुद पर विश्वास करें ;

और दो, एक बार जब आप अपना मन बना लेते हैं तो कभी पीछे मुड़कर नहीं देखते.

Two mantras to succeed in life. One, believe in no one but yourself. And two, once you make up your mind never look back.

” चाहे आप अंदर से कैसा भी महसूस करें, हमेशा एक विजेता की तरह दिखने की कोशिश करें ;

भले ही आप पीछे हों, नियंत्रण और आत्मविश्वास की निरंतर नज़र आपको मानसिक बढ़त दे सकती है ;

_ जिसके परिणामस्वरूप जीत हासिल होती है “

Regardless of how you feel inside, always try to look like a winner. Even if you are behind, a sustained look of control and confidence can give you a mental edge that results in victory.”

अपने आप को अपनी आँखों से देखें ; अपने दिल से खुद को प्यार करो ; _ तभी आप दुनिया को वैसा ही देखने के लिए खुले हैं, जैसा वह है और जैसा आप चाहते हैं. _ इसलिए इस पल की शुरुआत करते हुए, इस बात की और चिंता न करें कि दूसरे आपको कैसे देखते हैं ; तुम.. तुम रहो !!

See yourself with your own eyes. Love yourself through your own heart. Only then you are open to see the world as it is and as you want it to be. So starting this moment, no more worrying about how others might see you. Be you !

अगर मैंने कभी भी आपके प्रति अच्छा व्यवहार नहीं किया है, तो आपको खुद से पूछना चाहिए कि आपने इसके लायक क्या किया.

मैं अपने सभी चाहने वालों के लिए हमेशा अच्छा हूं लेकिन मैं उन लोगों के लिए खड़ा नहीं रहूंगा _ जो मेरा या मेरे समय का सम्मान नहीं करते हैं.

“मेरा रवैया हमेशा इस पर आधारित होगा कि आप मेरे साथ कैसा व्यवहार करते हैं.”

If I have never treated you well, you should ask yourself what did YOU do to deserve it. I am always nice to all my loved ones but I will not stand up for those who do not respect me or my time. “My Attitude Will Always Be Based On How You Treat Me.”

“मैं हवा की दिशा नहीं बदल सकता, लेकिन मैं हमेशा अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए अपने पाल को समायोजित कर सकता हूं”

I can’t change the direction of the wind, but I can adjust my sails to always reach my destination.”

केवल मजबूत और दृढ़ मन ही जीवन में जोखिम उठाना उचित समझता है ; _ कौन जानता है, आप जो जोखिम उठाएंगे और सफल होंगे ? हमेशा सकारात्मक रहें और खुश रहें.

Only strong and determined mind deem it fit to take risks in life. Who knows, the risk you’ll take and be successful ? Be positive always and happy.

जैसे-जैसे आप रहस्य सीखते हैं, आपको पता चलेगा कि आप कैसे हो सकते हैं, _ हो सकते हैं, या जो कुछ भी आप चाहते हैं वह कर सकते हैं. _ आपको पता चल जाएगा कि आप वास्तव में कौन हैं ; आपको वास्तविक भव्यता का पता चलेगा जो जीवन में आपकी प्रतीक्षा कर रही है.

हम किसी विशाल और शानदार चीज़ का हिस्सा हैं, और मानव जीवन की सभी उथल-पुथल के नीचे एक दृढ़ निरंतरता है जो जीवन को अनंत काल तक बांधे रखती है.

रहस्य आपको वह सब कुछ देता है जो आप चाहते हैं: सुख, स्वास्थ्य और धन.

“As you learn The secret, you will come to know how you can have, be, or do anything you want. You will come to know who you really are. You will come to know the true magnificence that awaits you in life.”

We are part of something vast and magnificent, and beneath all the turmoil of human life there is a steadfast continuity that binds life to eternity.

The secret gives you anything you want : happiness, health, and wealth.

जब कुछ बुरा होता है, तो आपके पास तीन विकल्प होते हैं. _ आप या तो इसे आपको परिभाषित करने दे सकते हैं, इसे आपको नष्ट करने दे सकते हैं, या आप इसे आपको मजबूत करने दे सकते हैं.

When something bad happens, you have three choices. You can either let it define you, let it destroy you, or you can let it strengthen you.

सच कहूं तो मेरा क्या होगा ?

वास्तविकता पसंद नहीं है

यह मेरे लिए बहुत स्पष्ट है

लेकिन वास्तव में, जीवन बांका है

हम वो हैं जो हम नहीं देखते

हम दिवास्वप्न देखने में सब कुछ याद करते हैं.

Honestly, what will become of me ?

Don’t like reality

It’s way too clear to me

But really, life is dandy

We are what we don’t see

We miss everything daydreaming.

– Discover your passion, and then become an expert in your chosen field… – अपने जुनून की खोज करें, और फिर अपने चुने हुए क्षेत्र में विशेषज्ञ बनें …

Whatever you do, do it with the passion it deserves _and you will succeed. आप जो भी करें उसे उस जुनून के साथ करें _जिसके आप हकदार है _और आप सफल होंगे.

हमें जीवन में सबसे महत्वपूर्ण चीजों के लिए जगह बनानी चाहिए, _ जैसे : स्वास्थ्य [ Health ], रिश्ते [ Relationships ], जुनून [ Passion ], विकास [ Growth] और योगदान [ Contribution ]

– Passion not fullfill without money, that’s I realised from childhood to till now but everytime I’m chose the right one because without passion and excitement you are nothing….. -पैसे के बिना जुनून पूरा नहीं होता है, बचपन से लेकर अब तक मैंने यही महसूस किया है लेकिन हर बार मैंने सही चुना है क्योंकि जुनून और उत्साह के बिना आप कुछ भी नहीं हैं …..

– I would like to go with passion instead of living a normal life like others…. – मैं दूसरों की तरह सामान्य जीवन जीने के बजाय जुनून के साथ जाना चाहूंगा….

– ” Life is full of surprises and miracles ” if you live happy today with yourself then you are on the right path. – “जीवन आश्चर्यों और चमत्कारों से भरा है” अगर आप आज अपने साथ खुश रहते हैं तो आप सही रास्ते पर हैं।

– My soul says to me, never Do the work which is unsatisfied and pressurised you while in work. – मेरी आत्मा मुझसे कहती है, कभी भी वह काम मत करो जो असंतुष्ट हो और काम के दौरान आप पर दबाव डाला जाए।

– I think, if we start managing our time, then we can have experience of everything in life. Experience tells u, what u r really passionate about. – मुझे लगता है, अगर हम अपने समय का प्रबंधन करना शुरू कर दें, तो हमें जीवन में हर चीज का अनुभव हो सकता है। अनुभव आपको बताता है कि आप वास्तव में किसके बारे में भावुक हैं।

– I’m going to choose passion, bcz by the end of your day you will find peace and real happiness. – मैं जुनून चुनने जा रहा हूं, क्योंकि आपके दिन के अंत तक आपको शांति और वास्तविक खुशी मिलेगी।

– If my passion is fulfilling my basic amenities to live and if it also bring thrill and excitement to me I would definitely go with it. – अगर मेरा जुनून जीने के लिए मेरी बुनियादी सुविधाओं को पूरा कर रहा है और अगर यह मेरे लिए रोमांच और उत्साह भी लाता है _तो मैं निश्चित रूप से इसके साथ जाऊंगा.

You become an unstoppable force when you realize that you can do anything alone. आप एक अजेय शक्ति बन जाते हैं जब आपको पता चलता है कि आप कुछ भी अकेले कर सकते हैं.

Your mental health is way more important than your career will ever be. आपका मानसिक स्वास्थ्य आपके करियर से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है.

Be okay with people not liking you, most don’t even like themselves. उन लोगों के साथ ठीक रहें जो आपको पसंद नहीं करते हैं, ज्यादातर खुद को भी पसंद नहीं करते हैं.

Not everything will go according to plan, always be ready to adapt. सब कुछ योजना के अनुसार नहीं होगा, अनुकूलन के लिए हमेशा तैयार रहें.

When things get overwhelming. Take it one step at a time. You don’t have to do every thing at once.

जब चीजें भारी हो जाती हैं. इस मामले में एक समय में एक कदम उठाएं. आपको हर काम एक साथ करने की जरूरत नहीं है.

Don’t waste your time stressing about things you can’t control. जिन चीजों को आप नियंत्रित नहीं कर सकते, उन पर जोर देने में अपना समय बर्बाद न करें.

Even when you trust someone, keep some things to yourself. जब आप किसी पर भरोसा करते हैं तब भी कुछ चीजें अपने तक ही रखें.

Put your head down and hustle. Make big moves in silence and shock them with your results. Oversharing is how you leak energy, privacy is power !

अपना सिर नीचे करो और ऊधम मचाओ. मौन में बड़े कदम उठाएं और उन्हें अपने परिणामों से चौंका दें. अधिक साझा करने से आप ऊर्जा का रिसाव करते हैं, गोपनीयता शक्ति है !

” सोने की तलाश में हमने खो दिया हीरा “ यह मुहावरा कितना सच है, जीवन में हम उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करते हैं जो करने में अच्छी होती हैं लेकिन हम अंत में महत्वपूर्ण लोगों या चीजों को भूल जाते हैं और बाद में पछताते हैं.

हम कुछ लोगों या चीजों पर बहुत अधिक विश्वास करते हैं जो इतना महत्वपूर्ण नहीं है ;

उस हीरे को खोजने के सही तरीके पर काबू पाने और ध्यान केंद्रित करने का सबसे अच्छा तरीका है कि मैं एक समय में एक चीज ले रहा हूं, न कि बहुत अधिक बोझ.

मैंने आज खुद को याद दिलाया कि जीवन में चौबीस घंटे से बढ़कर भी कुछ है. _ सभी लोग आपको बता रहे हैं कि _ आपको जल्दी करनी है, आपके दिमाग में यह विचार भर रहे हैं कि समय कम है.

जल्दी करने की कोई जरूरत नहीं है _क्योंकि चीजें एक दिन या एक महीने में नहीं बनती हैं. जीवन आसान और लंबा है, इतना छोटा और कठिन नहीं _ जितना लोग कहते हैं.

मैंने अपना जीवन कठिन बना लिया था _ क्योंकि मुझे खुद से बहुत ज्यादा उम्मीद थी.

मैंने सब कुछ एक जगह या एक दिन में नहीं समेटना सीखा ; _ एक वर्ष में 365 दिन होते हैं, और कौन जानता है कि _ आपको अभी भी कितने दिनों का पता लगाना है.

_ एक दिन में एक चीज के साथ काम करें ; _ और खुद को थोड़ा स्पेस दें.

और अगर चीजें ठीक नहीं चल रही हैं, तो यह पता लगाने की कोशिश करें कि आप उन्हें कैसे हल कर सकते हैं, _क्योंकि ऐसा कुछ भी नहीं है _ जिसे आप हल नहीं कर सकते _ जो आपके जीवन में हो रहा है. – यह इसलिए हो रहा है _ क्योंकि आप इसे संभालने में सक्षम हैं; आप अपनी अपेक्षाओं से परे नहीं हैं. _चीजें आपके नियंत्रण से बाहर नहीं हैं. _ ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है _ जो आपके जीवन में नहीं होना चाहिए.

सब कुछ समय पर है; चीजों में जल्दबाजी न करें और न एक ही बार में उन सभी के साथ अपने दिमाग को व्यस्त कर लें ; _ आपका दिमाग एक साथ कई चीजों पर काम करने के लिए नहीं बनाया गया है,

_ जब आप अपनी भावनाओं, चीजों और लोगों को मिलाते हैं तो यह अराजकता पैदा करता है ; _ सभी को अपनी जगह पर रखें.

ज्यादा से ज्यादा करने से जिंदगी नहीं बदलती; यह कम करके और यह जानकर बदल जाती है कि क्या कम करना है ;

_ अधिक करने से आपके मन में अव्यवस्था पैदा होती है; यह आपको एक पाश में फँसा देता है जहाँ आप यह तय नहीं कर सकते कि पहले क्या करना है,

_ जैसे मैं करता हूँ _ अपना काम पूरा करने के बाद _ कम करने से खाली समय मिलता है; इससे शांति मिलती है. _ यह आपके दिमाग को स्पष्ट करता है और आपकी सोच को व्यापक बनाता है; यह आपको लूप तोड़ने में मदद करता है.

_ और अब मैं यह समझ गया हूँ: मुझे एक बार में बहुत से काम करने की ज़रूरत नहीं है! मैं जितना सक्षम हूं उससे कम करने की जरूरत है.

_ ऐसा करने से, मैं अपने विचारों पर दबाव कम कर रहा हूँ; अब मुझे केवल एक ही चीज़ के बारे में सोचना है ; _ कभी-कभी, जब आप बहुत कुछ करने में सक्षम होते हैं, तो आप सब कुछ करने की कोशिश करते हैं और अंत में कुछ भी पूरा नहीं कर पाते हैं ; _ जो एक प्रकार की असफलता है.

सफलता इस बारे में नहीं है कि आप कितनी चीज़ें कर सकते हैं; यह इस बारे में है कि आप कितनी चीजें पीछे छोड़ सकते हैं और केवल एक चीज पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं.

_ यह एक चीज़ को पूरा करने के बारे में है, न कि सब कुछ शुरू करने और उसमें से किसी को पूरा करने में सक्षम नहीं होने के बारे में !!

आप अक्सर थका हुआ महसूस करते हैं, इसलिए नहीं कि आपने बहुत अधिक काम किया है, _ बल्कि इसलिए कि आपने वह काम बहुत कम किया है जो आपके भीतर रोशनी बिखेरता है.

क्या होगा यदि हम बहुत अधिक काम नहीं कर रहे हैं, बल्कि वास्तव में जो मायने रखता है वो काम बहुत कम कर रहे हैं ?

यह कठिन कार्य नहीं है जो हमें सबसे अधिक थका देता है, यह अर्थहीन कार्य है जो हमें सबसे अधिक थका देता है.

जीवन में दौड़ने के साथ रुकने की कला भी सीखनी है _और जब रुकना होता है _उस समय क्या करना होता है, ये भी जानना बहुत जरूरी है,

_क्योंकि जिन पलों में हम रुके हुए होते हैं, _उन पलों में हम आगे के लिए खुद को तैयार कर रहे होते हैं..!!

लोग आज हर चीज से बहुत आसानी से ऊब जाते हैं, उनका मोबाइल, उनके करीबी, उनका साथी, उनकी नौकरी, उनकी कार, अपने सामान्य जीवन से..

समस्या यह है कि वे इतने अधीर हो गए हैं कि वे जीवन के हर कदम पर नयापन चाहते हैं.

सच तो यह है कि यह व्यावहारिक रूप से संभव नहीं है और इस तरह जीवन जीने से केवल समस्याएं और उदासी ही पैदा होने वाली है.

धैर्य हमेशा सबसे मजबूत गुणों में से एक रहा है और यह आज की दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण है. आप जो चाहते हैं उसके पीछे भागें, लेकिन सब कुछ से दूर मत भागो ; जैसा कि आप जल्द ही पता लगा लेंगे, वहां कोई जगह नहीं है जहां आप भाग सकते हैं.

जीवन से अधिक प्राप्त करने का प्रयास करते हुए आपके पास जो कुछ भी है उसे संजोने और उसका आनंद लेने का प्रयास करें.

People today get bored of everything very easily, their mobile, their close ones, their partner, their job, their car, their life in general. The problem is that they have become so impatient, they want newness at every step of life. The truth is that this is not practically possible and living life this way is only going to lead to problems and sadness. Patience has always been one of the strongest virtues and it is most significant in the present day world. Run after whatever it is that you want to, but don’t run away from everything. As you’ll soon find out, there is no where you can run away to. Try to cherish and enjoy whatever you have while trying to get more out of life.

” धैर्य वह है जब आपको पागल होना चाहिए लेकिन आप समझना चुनते हैं.”

बिना पागल हुए _ नुकसान और विपरीत परिस्थितियों को झेलने के लिए आपको _धैर्य, अनुशासन और फुर्ती की जरूरत है.

जब आप बहुत सी चीजों से गुजर रहे होते हैं, तो अपने जीवन के अच्छे पक्ष को देखना मुश्किल होता है, लेकिन अपने संघर्षों को अपने जीवन के मूल्य पर संदेह न करने दें, अपने नुकसान को यह भूलने न दें कि आप कितनी दूर आ चुके हैं और आपने क्या हासिल किया है. आपके सभी दिन खूबसूरत नहीं होते, खुशियों और धूप से भरे होते हैं। नहीं, जीवन ऐसे नहीं चलता. लेकिन आप हमेशा अच्छे दिनों पर भरोसा करना चुन सकते हैं, क्योंकि चाहे कुछ भी हो गया हो, भले ही वे आज असंभव लगें, वे फिर से आएंगे.

When you are going through too many things, it’s hard to look on the good side of your life. But don’t let your struggles make you doubt the value of your life, don’t let your losses make you forget how far you have come and all that you have gained. Not all your days are beautiful, filled with happiness and sunshine. No, that’s not how life works. But you can always choose to trust the good days, for they will come again no matter what has happened, even if they seem impossible today.

“तुम्हें तुम्हारे सिवा कोई नहीं बचा सकता.”

आपको बार-बार लगभग असंभव स्थितियों में डाल दिया जाएगा. _वे बार-बार प्रयास करेंगे … आपको अंदर ही अंदर जमा करने, छोड़ने और या चुपचाप मरने के लिए … और असफल होना काफी आसान होगा … लेकिन मत करो, मत करो.!!! बस उन्हें देखो, _ उनकी बात सुनो, _क्या आप ऐसा बनना चाहते हैं ?

एक चेहराविहीन, नासमझ, हृदयहीन प्राणी ? क्या आप मृत्यु से पहले मृत्यु का अनुभव करना चाहते हैं ?

आपको कोई नहीं बचा सकता लेकिन आप और आप बचाने लायक हैं. _यह एक ऐसी जंग है जिसे आसानी से नहीं जीता जा सकता है लेकिन अगर कुछ भी जीतने लायक है तो बस यही है. _ इसके बारे में सोचो, __ “अपने आप को बचाने के बारे में सोचो”

“Nobody can save you but yourself. You will be put again and again into nearly impossible situations. They will attempt again and again…to make you submit, quit and or die quietly inside…and it will be easy enough to fail…but don’t, don’t, don’t. Just watch them. Listen to them. Do you want to be like that ? A faceless, mindless, heartless being ? Do you want to experience death before death ? Nobody can save you but yourself and you’re worth saving. It’s a war not easily won but if anything is worth winning then this is it. Think about it. Think about saving yourself.”

Your job is the dream of the unemployed. आपकी नौकरी बेरोजगारों का सपना है.

Your house is the dream of the homeless. आपका घर बेघरों का सपना है.

Your smile is the dream of the depressed. आपकी मुस्कान उदास लोगों का सपना है.

Your health is the dream of the sick. आपका स्वास्थ्य बीमारों का सपना है.

Don’t let difficult times make you forget how blessed you are. मुश्किल समय को अपने आप को भूलने न दें कि आप कितने धन्य हैं.

मनुष्य एक रहस्य है ; _ इसे सुलझाने की जरूरत है, और यदि आप अपना पूरा जीवन इसे सुलझाने में बिताते हैं, तो यह मत कहो कि आपने समय बर्बाद किया है.

_ मैं उस रहस्य का अध्ययन कर रहा हूं _ क्योंकि मैं एक इंसान बनना चाहता हूं.

हर कोई अपने जीने से अलग जीवन बनाने के लिए दौड़ रहा है ;

_ रब द्वारा दी गई जिंदगी को कोई नहीं जीना चाहता, न मैं और न आप..

_ ऐसा लगता है जैसे हम कभी पूरा महसूस नहीं करते.

पर मैं सोच रहा हूँ कि मैं अब अपना जीवन पूरा महसूस करूँ ; यह ठीक रहेगा _ अगर मैं एक सुबह उठूं और ऐसा जीवन पाकर खुद को धन्य महसूस करूं.

एक ऐसा जीवन जो बोझ से मुक्त हो _ क्योंकि मैंने अपने लिए कुछ भी नहीं बनाया है ; और अगर कोई बोझ भी हो तो मैं उससे निराश नहीं होऊंगा.

इसमें कोई शर्म की बात नहीं है अगर मैं अपना ख्याल रखूँ ; मैं अपनी सुबह में अराजकता पैदा नहीं करना चाहता. _ मैं इसे सूक्ष्म, शांत, सभी चिंताओं से दूर चाहता हूं.

यह ऐसा है जैसे मैं जीवन को वैसे ही स्वीकार कर रहा हूं जैसे वह है ; _ मैं इसे बदलना चाहता हूं, लेकिन अपना दिमाग खोने की कीमत पर नहीं..

_ मैं नहीं चाहता कि मैं कोई ऐसा व्यक्ति बनूं जो जीवन के बारे में शिकायत करता है लेकिन उसे जीता भी है..!!

_ क्योंकि जब जीवन की बात आती है तो हमारे पास पर्याप्त विकल्प नहीं होते हैं ; _ हमें जो कुछ भी दिया है उसे जीना है, कभी बदलाव के साथ तो कभी बिना बदलाव के..

इसलिए मैं बदलाव के साथ जीवन चाहता हूं, लेकिन तब नहीं जब मैं इसमें मुस्कुरा नहीं रहा हूं..

मैं अपने लिए एक अलग जीवन बनाना चाहता हूं, लेकिन खुद को खोने की कीमत पर नहीं.!!

मैं हर दिन को महसूस करना चाहता हूँ, मैं हर दिन को अपना दोस्त बनाना चाहता हूं.!!

मैं चीजों को अलग तरह से चाहता हूं, लेकिन मेरी सुबह और रातें जितनी खूबसूरत हैं ;

_ मैं एक अलग जीवन बनाने के लिए दौड़ना नहीं चाहता;

_ मैं इसमें चलना चाहता हूं और अपने जीवन को बदलने की प्रक्रिया का आनंद लेना चाहता हूं ;

_ क्योंकि मुझे उम्मीद है कि एक दिन जब यह सब नहीं होगा, तब भी मेरे पास जीने के लिए कुछ खूबसूरत यादें होंगी..

_ मैंने खुद को जलाकर उस अंधेरे को खत्म कर दिया है जिसने मुझे डराने की कोशिश की थी.

कभी-कभी ब्रेक लेना ठीक रहता है ; _ जब चीजें आपके हाथ से निकल रही हों, तो अपनी हथेली खोलना ठीक है और सब कुछ खाली रहने दें.

मैंने आखिरकार इसे सीख लिया है, शायद इसलिए कि मुझे यही करना था.

मैं उन चीजों पर जोर नहीं दे सकता _ जिन पर मेरा नियंत्रण नहीं है; इस तरह मैं अपने आप को तनावपूर्ण बना रहा था _ जैसे कि मेरे जीवन से कुछ हमेशा के लिए गिर गया हो _ और इसने मेरे काम और जीवन को प्रभावित किया.

और मेरे मन में जो तनाव था _ वह मेरे लिए कुछ भी हल नहीं कर रहा था ; _ यह सब कुछ जटिल बना रहा था ; _ मानो इतनी पेचीदगियों में जी रहा हूं कि _ सुलझाना मुश्किल है.

_ तनावग्रस्त रहना ही मेरा एकमात्र विकल्प बन गया _ क्योंकि मेरे दिमाग ने मुझे अपने आप में इतना उलझा लिया कि मैं वास्तविक समस्या को हल करने के बारे में ही भूल गया.

मैं मूर्ख बन रहा था, _ जब तक कि एक दिन मुझे एहसास हुआ कि _ मुझे चीजों को अलग तरीके से _ क्यों और कैसे हल करना चाहिए.

_ मैं चीजों को अलग तरह से क्यों नहीं देख सकता और कुछ चीजें छोड़ देता हूं जो मुझे तनाव और दर्द दे रही हैं ? _ अगर मैं किसी चीज़ को नियंत्रित नहीं कर सकता, तो बेहतर है कि इसे छोड़ कर आगे बढ़ जाऊँ ; _ और उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करूँ _ जिन्हें मैं नियंत्रित कर सकता हूं.

लेकिन उसके लिए मुझे ब्रेक लेना पड़ा _ जो मैं ले सकता था ; _ मैंने अपनी मुट्ठियाँ, हथेलियाँ और बाँहें इतनी चौड़ी खोल दीं कि_ ऐसा लगा जैसे हवा मेरे फेफड़ों में आ जाए और मेरे द्वारा पकड़े हुए कचरे को दूर ले जाए.

और तब से, भले ही मैं अपने जीवन में बेहतर नहीं कर पा रहा हूं, मैं अपने आप से कहता हूं कि अगर यह मेरे लिए नहीं है तो सब कुछ रोक दूँ. _ _ क्योंकि जो मेरे लिए है वो मेरे पास आएगा..

तुम अपने आप को क्या समझते हो ? एक अकेली आत्मा जिसे यह नहीं पता कि सब कुछ कैसे ठीक किया जाए ;

_क्योंकि जहाँ भी आप देखते हैं, आप देखते हैं कि लोग आपको पीछे छोड़कर अपने जीवन में आगे बढ़ रहे हैं _ और आप स्वयं को फँसा हुआ महसूस करते हैं;

आप नहीं जानते कि जीवन नामक इस चीज़ से कैसे बाहर निकला जाए ;

_ और अब न तो तुम किसी से प्रेम करते हो, न तुम चाहते हो कि कोई आकर तुम्हें थामे.!!

_आप बस समय के साथ बेहतर होना चाहते हैं और समय आपकी सोच से भी तेज़ चलता है; आप वर्षों को महीनों में बिता देते हैं ;

_आप लोगों को और खुद को यह समझाने की हर कोशिश करते हैं कि आपके अंदर क्या चल रहा है, _लेकिन आप असफल होते हैं..!

— लेकिन इसे कैसे ठीक करें ? समाधान कहीं दिखाई या ज्ञात नहीं है ? क्योंकि कोई नहीं जानता, _क्योंकि हर कोई इसी दौर से गुजर रहा है…_ फिर भी, हम इसे ख़त्म नहीं करते;

हम इसके साथ रहते हैं, शिकायत करते हुए कि _कुछ भी बेहतर नहीं होने वाला है..!!

“_लेकिन सच तो यह है कि जब तक आप बेहतर बनने की कोशिश नहीं करेंगे, तब तक कुछ भी बेहतर नहीं होगा.”

_ इसलिए अपने आप से वादा करें कि आप अपने बारे में किसी भी तरह से कम नहीं सोचेंगे.!!

_यदि आप अकेले हैं, तो इसे स्वीकार करें और इस बात की चिंता किए बिना कि कोई आपको आंकेगा, वह सब कुछ करें _जो आप कर सकते हैं.!!

_वहाँ कोई नहीं है, जैसा कि आप पहले से ही जानते हैं, और कोई भी आपको बचाने नहीं आएगा..!!

__ “आप इस महासागर में अकेले हैं; यह आप पर निर्भर है कि आप डूबना चाहते हैं या तैरना..” – पंसद आपकी –

किसी भी वास्तविक परिवर्तन की एकमात्र आशा यह है कि आप अकेले ही स्वयं को बदल सकते हैं.

यही एकमात्र आशा है, अन्य कोई आशा नहीं है ; _ लेकिन अहंकार जिम्मेदारी नहीं लेना चाहता. _ वह दूसरों पर जिम्मेदारी डालता चला जाता है. _ हम माता-पिता, साझेदारों, शिक्षकों, समाज, पूंजीवाद, समाजवाद, धर्म और न जाने क्या-क्या को दोषी मानते हैं.

_ याद रखें ; _ दूसरों पर जिम्मेदारी डालकर हम अपनी स्वतंत्रता भी फेंक रहे हैं, जिम्मेदार होना स्वतंत्र होना है, _ किसी और को जिम्मेदारी देना कैदी बनना है.

हम सभी जीवन में अलग-अलग विकल्प चुनते हैं. _ दुनिया कभी खुश नहीं होगी, ऐसा कभी नहीं हुआ है और ऐसा कभी नहीं होगा.

_ संसार का दुखी रहना निश्चित है, केवल व्यक्ति ही सुखी हो सकते हैं, ख़ुशी कुछ व्यक्तिगत है.

खुश रहने के लिए चेतना की जरूरत है ; _ खुश रहने के लिए तीव्रता की जरूरत होती है ; _ खुश रहने के लिए जागरूकता की जरूरत है.

_ संसार कभी भी सुखी नहीं हो सकता _ क्योंकि इसमें जागरूकता नहीं है. _ समाज के पास कोई आत्मा नहीं है, केवल मनुष्य के पास है ; _ लेकिन हमारे लिए ये स्वीकार करना बहुत मुश्किल है.

हम बहुत रक्षात्मक हैं. हम कभी गलत नहीं होते, इसलिए दुख में हैं ; _ खामियों में देखना शुरू करें. अपनी पहचान पर सवाल उठाएँ – और यह गिर जाएगी और गायब हो जाएगी.

_ इसका समर्थन मत करते रहो, अन्यथा तुम अपने ही दुख का समर्थन कर रहे हो.

मैं उन लोगों के लिए चिंतित हूं जो यह जानते हुए भी कि गलत लोगों के साथ रहना उनके लिए अच्छा नहीं है, फिर भी उनके साथ रहते हैं ;

_मुझे चिंता है कि वे प्यार के नाम पर सब कुछ बलिदान कर देते हैं जबकि दूसरे को यह भी नहीं पता कि वे किस प्यार में हैं.

_मुझे नहीं लगता कि यह दोनों तरफ से प्यार है ; यह सिर्फ आपकी तरफ से है.

_और जब मैं देखता हूं कि लोग इसके बारे में शिकायत कर रहे हैं लेकिन खुद को उनसे दूर रखने के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं,

_तो कहीं न कहीं, वे भी असहाय महसूस करते हैं, जैसे कि यह अब उनके नियंत्रण में नहीं है _ क्योंकि उन्होंने इसे बहुत पहले किसी अन्य व्यक्ति को दे दिया था.

और अब, यह उनकी पसंद है कि वे कैसे और कब बात करना चाहते हैं.

_ वे बात करने के लिए न्यूनतम समय निर्धारित करते हैं, और फिर भी आप उन्हें छोड़ नहीं सकते ? क्यों ?

_मैं जानना चाहता हूं कि आपका आत्मसम्मान आपके लिए सब कुछ क्यों नहीं है. आपको क्यों लगता है कि उन्हें एक और मौका देना एक अच्छा विचार है ?

_ मैं उन लोगों के लिए चिंतित हूं _जिन्हें अब अपनी परवाह नहीं है, _ क्योंकि उन्होंने प्यार को खुद से बड़ा बना लिया है ; _ लेकिन क्या यह वास्तव में प्यार है –

– जब आप एक ऐसे व्यक्ति के लिए सब कुछ करते हैं _ जो यह भी नहीं जानता कि आपके अंदर क्या चल रहा है ?

_ मैं उन लोगों के लिए चिंतित हूं _जो सिर्फ इसलिए आगे नहीं बढ़ सकते _क्योंकि उन्होंने पहले कभी ऐसा कुछ महसूस नहीं किया है _ और डरते हैं कि उनका आराम क्षेत्र खत्म हो जाएगा.

_ मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि यह आप ही थे _जिन्होंने उन्हें अपने जीवन में लाकर अपने लिए जगह बनाई थी, उन्होंने नहीं..

_मैं उन लोगों के लिए चिंतित हूं _जो अभी भी नहीं समझते हैं, भले ही उनके सभी दोस्त उन्हें अपने जहरीले रिश्ते को छोड़ने के लिए कहें.

निराशा, शर्मिंदगी, चिड़चिड़ापन, आक्रोश, गुस्सा, ईर्ष्या और डर जैसी भावनाएँ, बुरी खबर होने के बजाय, वास्तव में बहुत स्पष्ट क्षण हैं _ जो हमें सिखाते हैं कि हम कहाँ रुके हुए हैं.

वे हमें सिखाते हैं कि जब हमें लगे कि हम ढह जाना पसंद करेंगे और पीछे हटना चाहेंगे _ तो हम खुश हो जाएं और झुक जाएं.

वे दूतों की तरह हैं _ जो भयानक स्पष्टता के साथ हमें दिखाते हैं कि हम कहां फंस गए हैं ; __

_ यह क्षण ही आदर्श शिक्षक है, और, हमारे लिए भाग्यशाली है, हम जहां भी हों, यह हमारे साथ है… हमारे आनंद से जुड़ने में सबसे बड़ी बाधा नाराजगी है.

जीवन में तनाव और चिंताएँ अपरिहार्य और अप्रत्याशित हैं, लेकिन एक भी विचार को अपने दैनिक जीवन को बर्बाद न करने दें.

आपकी समस्याओं का वज़न शायद नहीं बदलेगा ; _ क्योंकि यदि तुम इसे थोड़ी देर और पकड़ोगे तो यह उतना ही भारी हो जायेगा; अगर आप इसके बारे में कुछ देर सोचेंगे तो कुछ नहीं होगा. _ और यदि आप इसके बारे में थोड़ी देर और सोचेंगे, तो यह दुखने लगेगा और भारीपन महसूस होने लगेगा ; _लेकिन अगर आप पूरे दिन इसके बारे में सोचते रहेंगे, तो आप पंगु महसूस करेंगे और कुछ भी करने में असमर्थ महसूस करेंगे.

_यह एक अत्यधिक दबाव की तरह है जिसे आप अपने दिल और दिमाग में ले रहे हैं ; _ यदि अवसर दस्तक नहीं देता है, तो एक दरवाजा बनाने का प्रयास करें – यह खुद को ऐसी नकारात्मक चीजों की लालसा न करने देने का एक तरीका है. _इसलिए कम से कम, अपनी समस्याओं के बारे में ज़्यादा न सोचने का प्रयास करें और हमेशा अपना ख्याल रखें.

The stress and worries in life are unavoidable and unpredictable, but don’t let a single thought ruin your every day living. the weight of your problems will might not change. because if you hold it a little longer, the heavier it becomes; if you think about it for a while, nothing will happen. and if you think about it a bit longer, it’ll begin to hurt and feel heavy. but if you think about it all day long, you’ll feel paralyzed and incapable of doing anything. it’s like an overflowing pressure that you are taking inside your mind and heart. if opportunity doesn’t knock, try to build a door—just a way to not let yourself crave for such negative things. so at least, try not to overthink about your problems too much and always take care of your self.

प्यार से जीना ही जीना है. __ बुद्धि द्वारा जीना – तुलनाओं, गणनाओं, योजनाओं, अवधारणाओं, विचारों द्वारा – यह सब गर्व की एक संरचना है जिसमें कोई सुंदरता या खुशी नहीं है – कोई जीवन नहीं है.

Living by love is living. Living by intellect — by comparisons, calculations, schemes, concepts, ideas — is all a structure of pride in which there is not beauty or happiness — no life.

मैं देखता हूं कि कुछ लोग दूसरों की तुलना में ( अच्छे या बुरे ) कहीं बेहतर विकल्प चुनते हैं.

_ क्या यह हम हैं ? कुछ ऐसा जिसके साथ हम पैदा हुए हैं ? क्या यह हमारी बुद्धिमत्ता, हमारे सामान्य ज्ञान की मात्रा, हमारी परवरिश से जुड़ा है ?

_ क्योंकि बुरे विकल्पों के बहुत विनाशकारी, जीवन भर परिणाम हो सकते हैं. _ मेरा मानना ​​है कि यह कुछ ऐसा है _जिसकी हमारे पालन-पोषण में कमी थी _और यह इतना अच्छा नहीं है कि _किसी से कहा जाए कि अच्छे विकल्प चुनें ; _उन्हें हमारे अनुरूप बनाया जाना चाहिए. _ हमारे देखभाल करने वालों को यह नहीं मानना ​​चाहिए कि हम जानते हैं ! हमें सही विकल्पों के लिए निर्देशित होना चाहिए !!

” जिनकी समझ विकसित होती है _ उन्हें छोटी-छोटी बातें पसंद नहीं होती हैं.”

_वे अक्सर खुद को रचनात्मक या सहज ज्ञान युक्त रखते हैं. _ वे ज्वलंत सपने देखते हैं, और अक्सर अगले दिन अपने सपनों को याद कर सकते हैं. _उन्हें संगीत, प्रकृति, कला, सौंदर्य पसंद है.

_वे असाधारण रूप से मजबूत भावनाओं को महसूस करते हैं – कभी-कभी खुशी के तीव्र झटके, लेकिन दुःख, उदासी और भय भी.

— ऐसे लोग _ उन सूक्ष्मताओं को नोटिस करते हैं _जो दूसरे नज़रअंदाज़ कर देते हैं _ जैसे किसी अन्य व्यक्ति की मनोदशा में बदलाव..

हम जीवन में चाहे कितने भी अर्थ और तर्क कर लें ; _ जिंदगी हमारे तर्कों और समझ से परे है _और शायद इसीलिए यह इतनी खूबसूरत है.

_यदि हम हर चीज़ का अर्थ निकाल सकें, तो जीवन अपना सारा आकर्षण और अर्थ खो देगा.

मुझे हमेशा ख़ुशी होती है _जब मैं उन लोगों को अपनी इच्छानुसार जीवन जीने के लिए ईमानदारी से प्रयास करते हुए देखता हूँ.

_ जब मैं देखता हूं कि वे दुनिया को दोष नहीं दे रहे हैं और चुपचाप पूरे दिल से खुद को बदलने की कोशिश कर रहे हैं.!!

मैं अपने पैशन [Passion] को जीता हूं.

_ पर सब को मेरा ये अंदाज़ पसंद नहीं है,

_ पर मैं एक बात स्पष्ट रूप से समझता हूँ,

__समझता हूं कि इंसान को अपना जीवन अपनी खुशी से जीना चाहिए,

_ _मुझे पसंद नहीं है कि ..मैं औरों के हिसाब से जिऊँ,

_ “खुद खुश रहने कि कोशिश करता हूँ”

_लोगों की परवाह करूँगा तो ..ज़िंदगी मुश्किल हो जाएगी,

_ अपना मन साफ रखिए, काम कीजिए, आगे बढ़िए.

_जो अच्छा लगे वो कीजिए ..कुछ गलत मत कीजिए.

_ जीवन एक यात्रा है और यात्रा तभी पूर्ण होगी, इसे खुश रह कर संपन्न करो.

_ जितनी खुशी से पूर्ण हो जाए उतना बढ़िया..

_ दुनिया में हर आदमी को खुश और संतुष्ट रहना चाहिए.

_ इसलिए जीवन में जो पसंद हो, वो करो.

_ गलत काम छोड़ कर जो करोगे, आत्मिक खुशी मिलेगी.

_ संसार में आत्मिक [spiritual] खुशी से बढ़ कर कुछ भी नहीं.

_किसी को दुख मत पहुंचाओ.

_जो अच्छा लगे, वही तुम्हारी मंजिल.

_ “जियो और जीने दो”

मैं जैसा हूँ वैसे ही रहने दो, पैसा तो सब कमा ही रहे हैं,

_ मगर ज़िन्दगी कुछ एक ही जी पा रहे हैं.

_ मेरे जीने का अंदाज़ और ज़िन्दगी का नज़रिया बेहद स्पष्ट है,

_ जो जिन्दादिल है वो ज़िन्दगी को पूरा-पूरा जीता है..

..बाकी बहुत सारे लोग तो ज़िन्दगी को बस घसीट रहे हैं..!!

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