अपनी अच्छाई पर भरोसा रखो, जो आपको खोयेगा यकीनन रोयेगा.
भरोसा तोड़ने वाले से बड़ा मूर्ख कोई दूसरा नहीं हो सकता..
_क्योंकि वो अपने स्वार्थ के लिए एक अच्छे इंसान को खो देता है..!!
भरोसा करिए.. मगर आंख बंद करके नहीं..
_ क्योंकि फिर चोट तोड़ने वाले को नहीं…टूटने वाले को लगती है.
हमें उन पर भरोसा था, उन्हें लगा हम उनके भरोसे हैं..!!
लूट लिया ये कह कर “भरोसा रख मुझ पर’
यकीन करो, यकीन ने ही मारा है..!!