_ हालाँकि मैं रोज़ एक घंटा एकांत में Meditation करता हूँ, लेकिन आज का Group Meditation अनुभव बहुत ही विशेष और गहराई से स्पर्श करने वाला रहा.
_ Meditation के दौरान वातावरण की शांति, सभी साधकों की सामूहिक ऊर्जा और केंद्र की सात्विकता ने मेरे Meditation को सहज रूप से भीतर गहराई तक ले गया.
_ वहाँ का vibe बहुत ही अपनापन देने वाला था — जैसे कोई भी प्रयास किए बिना अंतर स्वतः ही शांत और स्थिर हो गया.
“अकेले में शांति थी, और सभी के संग में शांति का गहरा स्वर था”
_ मैं आभारी हूँ कि मुझे इस Group Meditation में सम्मिलित होने का अवसर मिला. ऐसे अनुभव आत्मा को पोषण देते हैं.
_ आज सुबह का मैडिटेशन अनुभव कुछ अलग ही रहा.
_ भीतर एक अनकहा मौन था, और बाहर एक सहज ऊर्जा का स्पर्श.
_ ग्रुप मैडिटेशन में बैठकर ऐसा लगा.. जैसे मेरी अपनी हलचलें किसी गहरे सागर में उतरती जा रही हों.
_ पहली बार ऐसा नहीं था कि मैं मैडिटेशन में बैठा,
_ पर आज कुछ ऐसा था जो “सिर्फ मेरे भीतर नहीं, सबके बीच भी शांति” बन गया.
_ विचार आए — पर ठहरे नहीं.
_ साँसें चलती रहीं — पर जैसे किसी और गति से.
_ और अंत में जब आँखें खुलीं, तो मन वही नहीं था —
_ थोड़ा हल्का, थोड़ा निर्मल, थोड़ा और पास खुद के.
_ वहां का वातावरण इतना सहज और शांत था कि.. लगा जैसे मैडिटेशन सिर्फ क्रिया नहीं, एक आत्मीय संगति है.
—🌿> “आज का मैडिटेशन मौन नहीं था, एक करुणा थी — जो भीतर से बह चली”
_ ‘ध्यान’ सबसे खूबसूरत चीज़ है, इसमें कमाल का आकर्षण है,
_ इसमें हम उस दुनिया में चले जाते हैं जहाँ कोई दुःख नहीं, और सुकून ही सुकून है ;
_ वहाँ कोई सवाल नहीं पूछता कोई जवाब नहीं माँगता बस, एक धीमा धुंधलका होता है, जिसमें इंसान खुद से भी आँखें मिला लेता है.!!
_ आज के मैडिटेशन में जैसे ही आँखें बंद कीं, एक कोमल शांति ने मुझे घेर लिया.
_ मन की हलचलें धीरे-धीरे शांत होने लगीं, और भीतर एक मौन की सरिता बहने लगी.
_ वहां कोई शब्द नहीं थे — बस हृदय की धड़कनों के साथ एक अदृश्य संगीत गूंज रहा था.
_ ऐसा लगा मानो कोई मुझे भीतर से थामे हुए है — न कोई आग्रह, न कोई लक्ष्य — केवल प्रेम, स्वीकृति और उपस्थिति..
_ कुछ पल बाद यह अनुभव और गहरा हुआ… जैसे मैं स्वयं ही अपने हृदय की रोशनी में विलीन हो गया.
_ मेरा अस्तित्व जैसे एक बूँद से सागर में बदल गया — कोई सीमा नहीं, कोई नाम नहीं — केवल एक गहरा, निशब्द मिलन.
_ यही है — जहाँ ध्यान [Meditation], प्रयास नहीं — एक निमंत्रण बन जाता है, भीतर के सच्चे ‘मैं’ से मिलने का.!!