मस्त विचार 1535

।। मान-अभिमान ।।

रास्ते हो मुश्किल, तो भी तुम,

इरादा अपना पक्का रखना,

हाथ मे चाहे कुछ भी ना हो,

मुट्ठी हमेशा अपनी बन्द रखना।

अकेले में रो लेना जी भर कर, मगर,

सामने किसी के एक आँसु भी,

आँख से न गिरने देना।

आँसुओं के सैलाब में,

जी तो हल्का हो जायेगा, मगर

हौसलों को तुम्हारे, कमजोर कर जायेगा।

तुम शहंशाह हो अपने दम पर,

हर जज्बात पर अपनी,

पकड़ मजबूत बनाये रखना।

अपमान ना करना किसी का, मगर,

सम्मान अपना भी बनाये रखना।

क्या खूब कहा है किसी ने,

कोई हाथ ना मिलायेगा,

जो गले मिलोगे तपाक से।

रोज़ मिलोगे तो कोई ना पूछेगा,

थोड़ी सी, दूरी तुम जरूर ,बनाये रखना।

कुछ अपने हैं, कुछ अपनेपन के मुखोटे हैं,

इन मुखोटों पर तुम,

नज़र अपनी पैनी बनाये रखना।

थामे रखना हाथ जिंदगी का,

आखिरी साँस तक साथ बनाये रखना।

।।पीके।।

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