” न तो हर कोई आपको समझ सकता है और न आप हर किसी को समझ सकते हैं,
_ इसलिए अधिक सोचकर खुद को दुखी नहीं करें..
_ चलते रहें, प्रेम बिखेरते रहें और नियति से मिली हर चीज का स्वागत करते रहें “
नियति [Destiny] हमें जिन लोगों से मिलवाती है, उसके पीछे कोई वजह ज़रूर होती है…
_ या तो उनके कारण हमारे अपने जीवन में बदलाव आने वाला होता है..
_ या हम खुद उनके जीवन में परिवर्तन की वजह बन जाते हैं..!!
जीवन में अक्सर ऐसा होता है.
_ हमारी मर्जी की राह कोई मोड़ ले लेती है, और हम बेचैन हो उठते हैं.
_ लेकिन कभी-कभी वह मोड़, जो हमें खटकता है, किसी बड़े उद्देश्य की दिशा में ले जा रहा होता है,
_ जो आपके मन का हो जाए, वह तो वरदान है.
_ पर जब मन का न हो, तब भी भरोसा रखिए—कहीं न कहीं, कुछ ऐसा हो रहा है, जो आपके हित में है.
_ जीवन संयोगों और संभावनाओं का अद्भुत संगम है.
_ जो इन संयोगों को स्वीकार कर जीना सीख लेता है, वही असली सुख को पाता है.
_ तब अहसास होता है कि जो हमने अपने लिए चाहा था, उससे कहीं बेहतर किसी और ने हमारे लिए चाहा था.
_ मन को निर्मल रखिए.
_ प्रयास करते रहिए, लेकिन जो हो रहा है, उसे स्वीकार कीजिए.
_ अपनी इच्छाओं से ऊपर प्रारब्ध की मर्जी को जीना ही जीवन की सबसे बड़ी कला है.