आईना हूं तेरा, क्यूं इतना कतरा रहे हो.
_ सच ही कहूंगा, क्यूं इतना घबरा रहे हो..
मैं आईना हूँ दिखाऊंगा दाग़ चेहरे के, जिसे खराब लगे सामने से हट जाए..
आईना भला कब किसी को सच बता पाया है,_ जब भी देखो दांया तो बायां नज़र आया है !!
_ इस लिए खुद को आईना समझकर दूसरों की कमियां बताने वाले लोग किसी को जज करना बन्द करें,
_ सभी की जिन्दगी एक जैसी नही होती, अलग अलग समस्याएं भी होती हैं,
_ बस फर्क है कि वक्त सही हो तो इंसान महान नजर आता है और वक्त खराब हो तो हैवान !