बाधाएं कभी स्थायी नहीं होती. वे बदलती रहती हैं. यह ठीक है कि कभीकभी बाधाएं पार करना हमारे लिए कठिन ही नहीं असंभव हो जाता है, लेकिन दृढ़संकल्प वाला व्यक्ति अपनी बुद्धि और प्रयत्न से कोई न कोई रास्ता निकाल ही लेता है. परिस्थितियां अधिक देर तक दृढ़ संकल्पी को अपनी गिरफ्त में नहीं रख सकती.
हमारी अधिकतर बाधाएं पिघल जाएंगी, _अगर हम उनके सामने दुबकने की बजाय, _ उनसे निपटने का मन बनाएं.
सर्वोत्तम व्यक्ति वे नहीं हैं जिन्होंने अवसरों का इंतज़ार किया बल्कि वे हैं जिन्होंने अवसरों को अपनाया, कैद किया, जीता और गुलाम बनाया.
मनुष्य तब तक बूढा नहीं होता जब तक उस के जीवन में मधुरता और उत्साह बना रहता है. जब तक उस के ह्रदय में महत्वकांछा बनी रहती है, तब तक उस के मन में कार्यशक्ति का प्रवाह बहता रहता है.
प्रसन्नता रामबाण औषधि है. इस में स्नान करने से व्यक्ति निरोग और पवित्र हो जाता है.
संसार आप को वही कुछ समझता है, जो आप खुद को समझते हैं.
अपने आप को छोटा क्यों समझते हो ?
आपका जन्म गौरवशाली कार्य करने के लिए हुआ है.