लोग अफ़सोस से कहते है की कोई किसी का नहीं,
_ लेकिन कोई यह नहीं सोचता की हम किसके हुए !!
अपनी नादानी पर अफ़सोस करने की बजाए ऐसा सोचो कि..
_ क्या पता आपके लिए वो सबक ज़्यादा जरूरी था..!!
अपनी ज़िंदगी पर ध्यान केंद्रित करने में आपको कभी भी अफ़सोस नहीं होगा.!!
आपका दिल साफ़ है तो इस बात का कभी अफ़सोस मत करना,
_ आपके द्वारा किया गया हर कर्म दोगुना चौगुना होकर आपके पास वापस ज़रूर लौटेगा.!!