सुविचार – दिल दुःखता है न यार .. – 1050

दिल दुःखता है न यार …….

तुम्हें सबसे अलग माना है अपनी ज़िन्दगी में ,
पर तुम भी औरों की तरह मुझसे पेश आओ
तो दिल दुःखता है न यार………
दुनिया में सबसे उम्मीदें रखना छोड़ दिया,
ज़िन्दगी की सारी उम्मीदें अब तुमसे ही है
पर तुम भी मेरी उम्मीदों को तोड़ो
तो दिल दुःखता है न यार ………
चाहें सभी मुझे नज़र अंदाज़ करें कोई फ़र्क नहीं
पर तुम मुझे नज़र अंदाज करो ,
तो दिल दुःखता है न यार ………
हर शख़्स मेरी ख़ामोशी का गलत मतलब निकालता है
और तुम भी गलत ही मतलब निकलो
तो दिल दुःखता है न यार ………….
मैं तुम्हारे लिए हर पल मौजूद रहूँ,
पर तुम मेरे कहने के बावजूद भी
मेरे लिए कुछ पल न निकाल न पाओ,
तो दिल दुःखता है न यार ……….
हर कोई सिर्फ़ मेरे शब्दों को देखता है
कोई मेरे हालात, जज़्बात और उस कड़वे शब्द के पीछे छिपे
अनन्त भावनाओं को कोई नहीं समझता कोई बात नहीं वो तो ग़ैर है उनसे क्या
पर तू तो मेरा अपना है ऐसे में तू भी मुझे न समझे
तो दिल दुःखता है न यार ………
हर इन्सान मेरी जिंदगी का मुझे रुलाता है
और तुम भी मुझे हँसा न पाओ ,
तो दिल दुःखता है न यार ………
हर शख़्स मुझे तकलीफ़ में अकेला छोड़ जाता है,
पर तु भी मेरा तकलीफों में साथ न दे ,
तो दिल दुःखता है न यार ……….
पूरी दुनिया मेरी इम्तेहान लेती है, आज़माती है,
और तू भी मुझे आज़माए
तो दिल दुःखता है न यार ……….
हर जगह से थक-हार कर तुम्हारे पास आए हैं
सुकून के लिए, ख़ुद को संभालने के लिए
और तुम भी मुझे बेचैन कर दो
तो दिल दुःखता है न यार ………..
दिल दुःखता है न यार ………….
अक़्ल ये कहती है दुनिया मिलती है बाज़ार में,

_दिल मगर ये कहता है कुछ और बेहतर देखिए.!! – जावेद अख़्तर
अच्छे दिल वालों के लिए दुनिया अजीब जगह है..!!
“दिल” पर “पत्थर” ना रखें तो, लोग “पैर” रख देते हैं..!!
इतना मत भागो किसी के पीछे, कि पाँव से ज्यादा दिल थक जाए !!
_ “दिल पर अगर पत्थर नहीं रखोगे तो लोग पांव रख देंगे.”
_ दिल उठ सा गया है, इन बदलते इंसानों से !!
बड़ा दिल कभी, छोटी बातों पर नहीं टिकता ;
_और छोटा दिल कभी, बड़ी बातें नहीं देख पाता..!!
सुनो…..तुने दिल मे जो दर्द बोया था,,,उसकी टहनी पे फूल आये हैं..!!
_ दिल दिया, दर्द लिया.. ये काम तो मैंने अच्छा नहीं किया.!!
खुद को दिमाग़ से संभालें, दूसरों को दिल से संभालें..
_ फिर देखिए, किस खूबसूरती से संभलती है ज़िन्दगी.!!
अपना गम-दुःख खुद ही संभाल लीजिए..
_ यहाँ कंधा देने वाले, अच्छी कीमत वसूला करते हैं..!!
हमें कभी-कभी उन चीजों के साथ भी समझौता करना पड़ता है,
_ जिसका दिल कभी गवाही भी नहीं देता.!!
दिल का साफ़ इंसान.. दुनियादारी की इस भीड़ में अकेला ही रह जाता है.!!
हम अक्सर हार जाते हैं उन लोगों से, जिनके दिल में भी दिमाग होता है.!!
दिल (Heart) ही एक ऐसी मशीन है, जो सालों तक बिना आराम के काम करती है.!

_इसे हमेशा खुश रखें – चाहे आपका हो या दूसरों का..!!
लोगों को खोने से मत डरो…डरो इस बात से की कहीं लोगों का दिल रखते रखते तुम खुद को ना खो दो…!
दिल को सच्चाई जल्दी समझ आ जाती है..

_ लेकिन दिमाग को उसे स्वीकारने में वक्त चाहिए होता है.
जो दिखता है वो सच नहीं और जो सच है वो कोई दिखाता नहीं,
_ दिखाना चाहिए भी नहीं, क्योंकि अपने दुःख, दर्द, बुरे अनुभव सबको दिखाने से या तो हम दूसरों के सामने मज़ाक बन जायेंगे.. या फ़िर अपनी तरह दूसरों को भी परेशान करेंगे..
_ सच होने और झूठ दिखाने के बीच की ये जंग चलती रहती है.
कभी-कभी आपके दिल को वह स्वीकार करने के लिए अधिक समय की आवश्यकता होती है जो आपका दिमाग पहले से जानता है.
Sometimes your heart needs more time to accept what your mind already knows.
जिसे दिमाग की ज़रूरत होती है, हम उसे दिल दे बैठते हैं. यही तो सबसे बड़ी गलती है.
The biggest mistake in a relationship is this that we give heart to someone who is in need of brain.

Submit a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected