सुविचार – 1058

रोज सोचता हूं हैरान होना छोड़ दूंगा _ पर लोग हैं कि..

_ असली चेहरा दिखाकर हैरान कर ही जाते हैं..!!

अब मेल मिलाप नहीं, शिकवे शिकायतों का दौर है.

_ पहले होती थी मन की बातें, आज दिमागी दौड़ है!!

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