हर इनसान के जीवन जीने का मकसद भले अलग- अलग हो, जीवन को लेकर नजरिया भले अलग- अलग हो, अपने मकसद में कामयाबी के सपने एक जैसे होते हैं. कोई अपने मकसद में असफल होना नहीं चाहता, लेकिन यह सच है कि हर किसी को हर मकसद में कामयाबी नहीं मिलती. कई बार ऐसा होता है, जब इनसान बार- बार की कोशिश के बाद भी असफल रहता है और हालात ऐसे बन जाते हैं कि वह घोर निराशा से घिर जाता है. खुद को असहाय महसूस करता है. यहां तक कि खुद को असफल व्यक्ति मान बैठता है. उसे कोई राह नहीं दिखती और वह कोई फैसला लेने से भी डरने लगता है. अवसाद की यह अवस्था इनसान को इतना कमजोर बना देती है कि वह यह मान बैठता है कि उस के जीवन में सफलता नहीं आ सकती, लेकिन यह सच नहीं है. असफलता से सफलता की ओर लौटना बिलकुल संभव है. इसके लिए आत्मविश्वास, प्रेरणा, प्रोत्साहन, मार्गदर्शन, सहयोग और कार्य- योजना की जरुरत है.