जिसे हम बचा रहे हैं क्या वह बच सकता हैं ?
हम अपना नाम करना चाहते हैं, _ हम पैसा इकट्ठा करना चाहते हैं..
हम रिश्तों को बचाना चाहते हैं, _ हम बहुत सारे आनंद को पा लेना चाहते हैं..
क्या ये सब बचाया जा सकता हैं ?
ये पृथ्वी पर लाखों और करोड़ों लोग आए और गए, _ कोई भी ये सब बचा नहीं सका..
सब कुछ खत्म ही हो जाता है..