मनुष्य की विवेकशक्ति जितनी परिष्कृत व उच्च होगी,
_ उतना ही उसका नैतिक स्तर ऊँचा और प्रभावशाली होगा.
उच्च मन के लिए उच्च सोच जरूरी है, हमें निम्न विचारों से परेशान नहीं होना चाहिए,
_ बल्कि हमेशा उससे आगे बढ़ने का प्रयास करना चाहिए..!!
_ उतना ही उसका नैतिक स्तर ऊँचा और प्रभावशाली होगा.
_ बल्कि हमेशा उससे आगे बढ़ने का प्रयास करना चाहिए..!!