अनावश्यक और अतिरिक्त लालच आपको जीवन में कभी भी संतुष्ट नहीं होने देता, क्योंकि वह अपने एक उद्देश्य को प्राप्त करते ही फिर नया उद्देश्य बना लेता है, इससे आपको उद्देश्य की प्राप्ति तो नहीं होती, अपितु आपका हमेशा के लिए अपार दुखों से संबंध अवश्य जुड़ जाता है.