सुविचार 1391 | Dec 20, 2016 | सुविचार | 0 comments पकाई जाती है रोटी जो मेहनत की कमाई से. _ हो जाए गर बासी तो भी लज्ज़त कम नहीं होती..! जाना पड़ता है लौटकर बार बार उस जगह, _ जहाँ से आता है रोटी, कपड़ा और मकान.. Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ