सत्य के पथ पर चलें _ उन रस्तो पे हमेशा ही
__ भीड़ कम होती है
जो गुज़र गया… वो क्यो सोचें…?
आओ आगे की बात करें
वीरानों की बातें _ क्यो सोचें ?
गुलशन की बात करें _ पतझड़ की बातें छोड़े
नव-बंसत की बात करें
जीवन मिलता नहीं दोबारा
आओ मिलकर…
सबके हित की बात करें