सुविचार – ईमानदार – ईमानदारी – 155 | Apr 21, 2014 | सुविचार | 0 comments ईमानदारी एक महंगा उपहार है; इसकी उम्मीद सस्ते लोगों से न रखें. कभी कभी सच्चे और ईमानदार व्यक्ति को भी लगने लगता है की वो गलत रास्ते पर चल रहा है, _क्योंकि सच्चाई और ईमानदारी के रास्ते पर दूर दूर तक उसे कोई दूसरा दिखाई नहीं पड़ता.. ईमानदार बनना तो अकारण ही बनना.. _क्योंकि अगर किसी तरह के लाभ या किसी तरह सम्मान के चक्कर में ईमानदार बन गये, _ तो कुछ ही समय में ईमानदारी बोझ लगने लगेगी.. __ और फिर सिवाय दुःख एवं तकलीफ के और कुछ हासिल नहीं होगा..!! — लेकिन कोई हमारे साथ बेईमानी और धूर्तता कर रहा तो क्या करें..?? _एक बार धोखा खाकर पीछा छुड़ा लें..!! आप केवल स्वयं से ईमानदार रहें, _ आप को किसी को सफ़ाई देने की जरुरत नहीं है ; _ क्यूंकि लोग अक्सर वही समझते हैं जो उन्हें समझना होता है, _ आप अपने कीमती समय उन्हें समझाने में नष्ट कर देंगे तो भी वो नहीं समझेंगे, _ जीवन अनमोल है ..इसलिए आप अच्छे से जीएं..!! भ्रष्ट व्यक्ति और ईमानदार व्यक्ति में अंतर है: _ भ्रष्ट व्यक्ति की कोई कीमत नहीं होती है और ईमानदार व्यक्ति की कीमत..!! Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ