सुविचार 1737 | Sep 19, 2017 | सुविचार | 0 comments क्या हम बिना दिखावे के, एक-दूसरे का सम्मान करते हुए, सरल चित्त जीवन नही जी सकते ? सिर्फ दुआ और बद्दुआ ही तो हमारे साथ जायेगी, जरा सोचें, कि जीवन को हम जी रहे कि ढो रहे हैं ? Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ