क्यों चिंता करते हो, यदि लोग आपको नहीं समझते,
वास्तव में चिंता तो आपको तब करनी चाहिए, जब आप खुद को नहीं समझ पाते..
अपने अंतर्मन और अपने कर्मों पर विश्वास रखिए…
आपके अच्छे कर्म आपको वो सब देंगे, जो हर हाल में आपका है..
वास्तव में चिंता तो आपको तब करनी चाहिए, जब आप खुद को नहीं समझ पाते..
आपके अच्छे कर्म आपको वो सब देंगे, जो हर हाल में आपका है..