शांत और अविचल मन…
मन को सदैव अविचल और शांत रखिये, इसे क्रियाशील बनायें और प्रतिक्रिया रहित रखें ! इससे जीवन का मार्ग आसान और सुगम लगने लगेगा! याद रखिये, क्रोधित मन सबसे पहले उसे धारण करने वाले को क्षति पहुंचाता है दूसरा उससे अपनी क्षमता अनुसार ही प्रभवित होता है !