भुलक्कड़ बनिए …..[ कुछ बातों में ]
पीछे छुट गई बातों और चीजों को भूल जाइए …..
दुःख तकलीफ और अपमान को भूलिए,
इतने व्यस्त रहिये की झगड़ो को भूल जाए ,,,
इतने ताक़तवर बनो की क्रोध को भूल जाओ ,,,
जीवन शक्ति का क्षय चिंता -घृणा -स्वार्थ – इर्ष्या -कामुक चिंतन आदि विचारों से होता है,
अतः ऐसे विचारों को भुल् जाइए ….