हरेक मनुष्य के जीवन में चुनौतियां तो रहेंगी, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है. चुनौतियां से भी बहुत कुछ सीखने को मिलता है. वह व्यक्ति कभी निराश नहीं हो सकता, जिसने अपने जीवन का लछ्य निर्धारित कर लिया हो. जिसकी आँखों में कुछ करने का सपना हो, सपने को पूरा करने के लिए जुनून हो, पागलपन हो तो उसे डिप्रेशन या उदासी हो ही नहीं सकती है. डिप्रेशन का एंटीडॉट है सक्सेस. अगर आप अपने काम, अपने लछ्य के प्रति फोकस है तो चुनौतियों के बावजूद कामयाबी आपके कदम चूमेगी. बस आपके अंदर गोल तक पहुंचने के लिए एक जुनून या पागलपन होना चाहिए.
छोटी- मोटी चीजों की चिंता किये बगैर बस आप कर्म करते रहिये,तो कोई भी नकारात्मकता आपको छू नहीं सकती है. यह आपके ऊपर है कि आप चीजों को कैसे लेते हैं. आपके ईको- सिस्टम में या आपकी संगत में किस तरह के लोग हैं.
जैसे कहावत है ना…….जैसा खावे अन्न वैसा होवे मन…….वैसे ही दिमाग की खुराक के लिए भी यह जरुरी है कि हम ऊर्जावान, सक्सेस व पॉज़िटिव लोगों की संगत में रहें. अच्छा साहित्य, अच्छी किताबें पढ़ें व खुद अपने आप को ऑडिट करते रहें, अपडेट करते रहें. यह कोशिश ही कामयाबी का मार्ग प्रशस्त करती है. इससे आप हमेशा उमंग में रहेंगे.