सुविचार 2161 | Nov 18, 2018 | सुविचार | 0 comments मन की गति असीम और अनंत है. इस पर नियंत्रण न कर पाना ही असंतोष और अनेक दुःखों का कारण है, साथ ही शायद अनंत संभावनाओं और उपलब्धियों का भी. सत्य है, मन के हारे हार है; मन के जीते जीत. Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ