ज़िंदगी वो हक़ीक़त है …
जिसे धारणाओ के चश्मे लगाकर नही देखा जा सकता है …
किसी भी इंसान को अच्छे से जाने बिना,
_दूसरों कि बातें सुन कर उसके प्रति कोई धारणा बना लेना मूर्खता है !
जिसे धारणाओ के चश्मे लगाकर नही देखा जा सकता है …
_दूसरों कि बातें सुन कर उसके प्रति कोई धारणा बना लेना मूर्खता है !