सुविचार 217

परफेक्ट कोई भी नहीं होता और न ही इसकी उम्मीद करें, दूसरे की गलतियों के बावजूद प्यार करना ही सही मायने में प्यार है.

 

 

Submit a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected