जीवन क्या है, इसकी सटीक परिभाषा कोई नहीं दे सकता.
_ हर कोई जीवन को अपने-अपने तरीके से समझता और समझाता है.
_ और रही गलतियों पर बददुआ मिलने की तो कभी कभी अच्छे बनने पर भी बददुआ मिल जाती है.!!
परफेक्ट कोई भी नहीं होता और न ही इसकी उम्मीद करें,
_ दूसरे की गलतियों के बावजूद प्यार करना ही सही मायने में प्यार है.!!





