सुविचार 238

क्या जीवन सिर्फ काम, धन और सामाजिक मान्यता तक सीमित होना चाहिए ?

_ नहीं, जीवन सिर्फ काम, धन और सामाजिक मान्यता तक सीमित नहीं होना चाहिए.
_ ये सब साधन हैं — जीवन का सार नहीं.
_ सच्चा जीवन तब शुरू होता है जब आप भीतर के अर्थ को महसूस करना शुरू करते हैं —
जब आप यह पूछते हैं कि “मैं क्यों जी रहा हूँ ?”
_ जब आप प्रेम, शांति, सृजन, और आत्मिक संतुलन की दिशा में बढ़ते हैं.
_ धन और मान्यता बाहर की दुनिया में सम्मान दिला सकते हैं,
_ पर संतोष, सुकून और गहराई भीतर के जीवन से ही आती है.!!
जीवन को सहज और सरल बनाओ. बनावटीपन अपने अन्दर मत आने दो,

_ क्योंकि दिखावे से ही अशान्ति पैदा होती है और इन सबसे बचकर चलने से आनन्द आता है.!!

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