खुद्दारी का मतलब आत्मसम्मान होता है. हर इंसान की अपनी नजर में इज्जत होती है और वही इज्जत वह दूसरों की नजरों में देखना चाहता है.
जो लोग ईमानदारी से अपना जीवन जीते है वो खुद्दार ही होते है. लालच और स्वार्थ में आकर अपने आत्मसम्मान का सौदा नहीं करते है. _ परन्तु अब जमाना बदल रहा है लोग पैसे के लिए खुद्दारी और आत्मसम्मान को भी दांव पर लगाने में नहीं हिचकिचाते हैं.