कोयल अपनी भाषा बोलती है, इसलिये आज़ाद रहती है;
किंतु तोता दूसरे की भाषा बोलता है, इसलिए पिंजरे में जीवन भर गुलाम रहता है.
अपनी भाषा, अपने विचार और; अपने आप पर विश्वास करें.
किंतु तोता दूसरे की भाषा बोलता है, इसलिए पिंजरे में जीवन भर गुलाम रहता है.
अपनी भाषा, अपने विचार और; अपने आप पर विश्वास करें.