सुविचार 2648

यह सृष्टि बाहर से त्रुटियों से भरी दिखाई देती है, पर भीतर से सम्पूर्ण है.

सम्पूर्णता छिपकर रहती है, अपूर्णता प्रदर्शन करती है

– इसी तरह ज्ञानी सतह पर नहीं रहते, गहराई में जाते हैं.

Submit a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected