जब आपको हराने में लोग कोशिश करने के बजाय साजिश करने लगे,
तो समझ लेना आपकी काबिलियत अव्वल दर्जे की है..
_ बस उनके गिरते व्यवहार पे, अफ़सोस बहुत होता है.
साजिशें अपने करते हैं, तो अब हैरत नहीं होती,
तो समझ लेना आपकी काबिलियत अव्वल दर्जे की है..
_ बस उनके गिरते व्यवहार पे, अफ़सोस बहुत होता है.
साजिशें अपने करते हैं, तो अब हैरत नहीं होती,