सुविचार 3197 | Sep 19, 2021 | सुविचार | 0 comments दीपक को हम फूंककर बुझा सकते हैं, लेकिन अगरबत्ती को नहीं, क्योंकि जो महकता है उसे कोई नहीं बुझा सकता और जो जलता है, वह स्वयं ही बुझ जाता है. Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ