हिंदी में एक कहावत है… “बाज़ के बच्चे मुँडेर पर नही उड़ते.”
बेशक अपने बच्चों को अपने से चिपका कर रखिए, पर उसे दुनियां की मुश्किलों से रूबरू कराइए,
उन्हें मुश्किलों से लड़ना सिखाइए _ बिना आवश्यकता के भी संघर्ष करना सिखाइए.
एक बात हमेशा याद रखिए…
_”गमले के पौधे और जंगल के पौधे में बहुत फ़र्क होता है।