शर्म की अमीरी से इज्जत की गरीबी अच्छी है.
जहाँ गरीबी है, वहीं असली अमीरी भी चल सकती है.
ग़ुरबत न दे सकी मेरे ज़मीर को शिकस्त,
_ झुक कर किसी अमीर से मिलता नहीं हूँ मैं..!!
जहाँ गरीबी है, वहीं असली अमीरी भी चल सकती है.
_ झुक कर किसी अमीर से मिलता नहीं हूँ मैं..!!