सुविचार 3597

जहां भी जाएगा रौशनी बिखेरेगा,

_ चिरागों का कोई अपना मकां नही होता..

कुछ तेरा मिटेगा कुछ मेरा मिटेगा,

_ चल चराग़ जलाएं अंधेरा मिटेगा !!

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