सुविचार 3665

जहां हम नहीं होते है…. वहाँ हमारे गुण व अवगुण हमारा प्रतिनिधित्व करते हैं.

किसी में भी यदि कोई गुण हैं तो उसकी सराहना करने में कृपणता क्यों ?
जिस व्यक्ति में स्वयं में कोई भी गुण न हो,

_ वह दूसरों पर दोषारोपण जरूर करता है..!!

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