अहंकार उसी को होता है, जिसे बिना संघर्ष सब प्राप्त होता हैं ; _ जिसने अपनी मेहनत से हासिल किया है, वही दूसरों की मेहनत की कदर कर सकता है.
अहंकार परिवर्तन का विरोध करता है. _ अहंकार स्वयं के बारे में गलत धारणाओं को पकड़कर यथास्थिति बनाए रखना चाहता है.
_अहंकार चाहता है कि मैं अपनी सभी असफलताओं को किसी और की गलती के रूप में देखूं.!!
अहंकार तब तक बुरा नहीं होता, जब तक आप इसका उपयोग ख़ुद को बेहतर और ज़्यादा बेहतर बनाने के लिए करते हैं.