सुविचार 401 | Nov 7, 2014 | सुविचार | 0 comments मन के भटकाव से आपका कार्य भी अस्त- व्यस्त हो जाएगा और जीवन भी अस्त- व्यस्त रहेगा, क्योंकि भटकते हुए मन का स्वभाव है कि मनोनुकूल होने पर वह खुशियाँ मनाता है और प्रतिकूल होने पर दुःखी रहता है. Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ