प्रतिदिन करें…..
प्रतिदिन प्रात: अपने हाथों की ओर देख कर विचार करें, “मेरे इन हाथों से सभी का भला हो,”
_यह भी सोचें की “क्या मैं इन हाथों से जो कुछ भी कर रहा हूँ वह उचित है,”
_यदि मन इंकार करे तो वह कार्य कभी न करें ; यही एक बात जीवन को सुखमय बना देगी..