कभी कभी धागे बड़े कमजोर चुन लेते हैं हम,
_ और फिर पूरी उम्र गांठ बांधने में ही निकल जाती है..
कभी-कभी हम गलत धागे चुन लेते हैं,
_ ज़िन्दगी सुलझाने में ही बीत जाती है !!
_ और फिर पूरी उम्र गांठ बांधने में ही निकल जाती है..
_ ज़िन्दगी सुलझाने में ही बीत जाती है !!