सुविचार 4220

फ़र्क होता है अपनी सोच का, मुश्किलें हमे मज़बूत करती कमज़ोर नही.
ये कांटें, ये धूप, ये पत्थर से क्या डरना,

_ राहें मुश्किल हो जाए तो भी छोड़ी थोड़े न जाती है..!!

लोग काँटों से बच के चलते हैं, मैंने फूलों से ज़ख्म खाए हैं !!
जो कांटें आज हैं राहों में तेरी राह देंगे कल..

_ रुक जाना नहीं तू कहीं हार के, काँटों पे चल के मिलेंगे ..साए बहार के..!!

ये वफ़ा की सख्त राहें ये तुम्हारे पाँव नाजुक,

_ न लो इंतकाम मुझसे मेरे साथ चल चल के..!!

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