“ खामियों से परे देखने का फैसला लेने के बाद जिन्दगी में ऐसा कोई ऐसा कारण नहीं ..जो आपको दुखी कर सकें,
_ इसलिए हमेशा खुश रहें – मस्त रहें ”
क्या आपको दुखी रहने में सुख का भाव आने लगा है ?
_ क्यूंकि अगर कोई समस्या है तो अपने साथ वो समाधान भी लाती है..
_ बस …. नज़र और नज़रिए की बात है..
अच्छे दिनों में ही जीवन के बुरे फैसले लिए जाते हैं,
_ इसलिए अच्छे दिनों में ज्यादा सतर्क रहना चाहिए.!!
जीवन के हर मोड़ पर हमारे निर्णय सबको समझ आए, यह कोई अनिवार्यता नहीं है.
_ हर किसी की दृष्टि, हर किसी का अनुभव और हर किसी की समझ अलग होती है.
_ इसलिए हमारे कदम उन्हें सही या गलत लग सकते हैं..
_ पर अंत में मायने सिर्फ इतना रखता है कि हमें खुद समझ आए कि हम क्या कर रहे हैं और क्यों कर रहे हैं..
_ क्योंकि जो फैसला भीतर की सच्चाई से लिया जाए, वही हमें आगे बढ़ाता है और वही हमें अपनी राह पर भरोसा करना सिखाता है.!!





